नई दिल्ली। रेल तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ‘स्टेशन स्वच्छता सर्वे रिपोर्ट’ (गैर-उपशहरी एवं उपशहरी स्टेशनों का स्वच्छता आकलन 2019) जारी की। वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक समारोह में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित एक समारोह में भाग ले रहे थे। रेलवे की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार नार्थ वेस्टर्न रेलवे ने प्रथम स्थान प्राप्त करने में लगातार दूसरी बार भी बाजी मारी है। इस ज़ोन के 33 रेलवे स्टेशन ने स्वच्छता रैंकिंग में प्रथम पुरस्कार हासिल किया है। एनएसजी श्रेणी में सबसे ऊपर जयपुर एसजी श्रेणी में अंधेरी स्टेशन प्रथम रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश भर में स्वच्छता की अपील के प्रत्युत्तर में रेलवे ने स्टेशनों, रोलिंग स्टॉक एवं परिसरों पर स्वच्छता पर मुख्य रूप से जोर दिया है। राष्ट्रपिता की 150वीं जयंती के अवसर पर भारतीय रेल ने आज अर्थात 02.10.2019 को स्वच्छता से जुड़ी हुई कई गतिविधियों का आयोजन किया।
रेल बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव, रेल बोर्ड के अन्य सदस्य, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक एवं रेल के वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
पीयूष गोयल एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने महात्मा गांधी पर आयोजित प्रदर्शनी एवं स्वच्छता उद्देश्यों के लिए प्रयुक्त टूल्स तथा उपकरणों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। उन्होंने बायो शौचालय की विशेषताओं पर गौर किया एवं रेल द्वारा उपयोग में लाए जा रहे नई पीढ़ी के कोचों का निरीक्षण किया। अपशिष्ट एवं स्क्रैप प्रबंधन की पहल के तहत स्क्रैप सामग्री से निर्मित बापू की वास्तुकला का प्रदर्शन किया गया, जिसकी सभी लोगों ने काफी सराहना की। मंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में महात्मा गांधी पर एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।
इस अवसर पर श्री गोयल ने कहा, ‘आज हम भारत को एक स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और समृद्ध भारत के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारतीय रेल यात्रा करने वाले यात्रियों को एक स्वच्छ और सफाईपूर्ण वातावरण उपलब्ध कराने का प्रयास करता रहा है। सामान्य लोगों की मानसिकता में आए बदलाव को महत्व दिए जाने की आवश्यकता है। आज भारत उन देशों में एक है, जिन्होंने स्वच्छता को प्राथमिकता दी है। आज पूरे भारतीय रेल में 6500 से अधिक स्टेशनों पर स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिससे कि भारतीय रेल द्वार रेलगाडि़यों, स्टेशनों एव रेल परिसरों को स्वच्छ रखने के लिए किए जा रहे प्रयासों को प्रदर्शित किया जा सके।’ भारतीय रेल ने 16 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2019 तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया है। भारतीय रेल ने आज के बाद अपने सभी परिसरों में एकल उपयोग प्लास्टिक को भी प्रतिबंधित कर दिया है। श्री गोयल ने कहा कि जैसा कि सुरक्षा को पहली प्राथमिकता दी गई, भारतीय रेल ने केवल एलएचबी कोचों का निर्माण आरंभ कर दिया है और एएलबी कोच जैव शौचालयों से सुसज्जित किए जा रहे हैं।