गुरुग्राम । भाजपा के पूर्व कार्यकारी जिला अध्यक्ष व गुरुग्राम जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज ने भजपा में आँखें मूंद कर पार्टी में शामिल कराए जा रहे ऐसे नेताओं का कड़ा विरोध किया है जिन्हें जनता ने पहले नकार दिया है। उन्होंने मीडिया को दिए बयान में कहा है कि जनता से नकारे व भगोडे नेताओ को अब भाजपा में शामिल किया जा रहा है। इन नेताओं के आने से जनता को गलत संदेश जा रहा है।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने आशंका व्यक्त की कि अब भाजपा में शामिल हो रहे लोग सत्ता में मजे लेने के लिए आ रहे है। ये अवसरवादी लोग हैं जिनका कोई जनाधार नहीं है। इनसे पार्टी को फायदा नहीं नुकसान होगा।
श्री भारद्वाज ने आगाह किया कि विधानसभा चुनाव के वक्त टिकट वितरण के समय अगर इन्हें टिकट नहीं मिला तो यही नेता पार्टी से भागते हुए आएंगे नजर । इन नेताओं के आने से पार्टी को नुकसान होंगा।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जिन दलों को जनता ने पूरी तरह नकारा ,उन दलों के नेताओं को अब भाजपा में शामिल किया जा रहा है। उनके अनुसार पार्टी में शामिल हो रहे नेता दागी , भृष्ट व करप्ट हैं।
उनका आरोप है कि 2014 में जिन लोगो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को स्थगित कराने का प्रयास किया था साथ ही उनके हेलीकॉप्टर लेंडिंग को रोकने की भी कोशिश की थी उन्हें पार्टी में शामिल करना चौकाने वाली घटना है। श्री भारद्वाज ने कहा कि जिन्होंने पार्टी व भगवान राम तक को गाली दी उन्हें भी भाजपा में सम्मान मिलना पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित करने वाली राजनीतिक घटना है। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में क्षोभ है।
उनका कहना है कि प्रदेश की जनता भाजपा के साथ है। इस बात का प्रमाण लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में साफ साफ मिल गया है। वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में तो भजपा को 79 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त मिली है। ऐसे में अन्य दल के नेताओ को क्यों किया जा रहा भाजपा में शामिल यह समझ से परे है।
उन्होंने पार्टी में पुराने कार्यकर्ताओ की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में भाजपा का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है जिसको लेकर पुराने कार्यकर्ताओ व भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में मायूसी नजर आ रही है । हाल ही में जजपा, इनेलो और कांग्रेस छोड़ कर कई नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है। इनमें कई लोकसभा चुनाव लड़ चुके है और अब विधानसभा चुनाव लड़ने की फिराक में हैं जबकि कई ऐसे नेता भी आ रहे हैं जो दूसरीं पार्टियों से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और कई बार बुरी तरह परास्त हो चुके हैं और अब भाजपा में अपना सुनहला भविष्य देख रहे हैं। जाहिर है विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल होने वालों पर यह आरोप लगना लाजिमी है क्योंकि पिछले लगभग पांच वर्ष तक विपक्ष में रहते हुए इन्होंने भाजपा से ज्यादा पीएम नरेंद्र मोदी को कोसा है।
अब दूसरीं पार्टियों से भाजपा में शामिल किए जा रहे नेताओं को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता कुलभूषण भारद्वाज ने अपनी प्रतिक्रिया में पार्टी की इस नीति का विरोध किया है और पार्टी नेतृत्व से इस पर पुनर्विचार करने की मांग की है।