बिना सूचना व समझौता करे बिना अंबेडकर भवन की एक ईंट को छुआ तो भुगतना होगा गंभीर अंजाम
गुरूग्राम। पिछले 15 दिनो से बादशाहपुर अंबेडकर भवन बचाओं समिति द्वारा किया जा रहा धरणा रविवार को समाप्त कर दिया गया। प्रदर्शन को समाप्त करते हुए दलित समाज के सैकडों लोगों ने प्रशासन व सरकार को चेतावनी देते हुए चेतावनी भरी आवाज में कहा कि अगर समाज को बिना सूचना दिये व समझौता करे बिना भवन की एक ईंट को भी छूने का प्रयास किया गया तो प्रशासन व सरकार को उसके गंभीर अंजाम भुगतने होंगे।
बता दे कि एनएचएआई द्वारा बादशाहपुर में बनाये जा रहे एलिवेटेड रोड़ के कारण प्रशासन द्वारा अम्बेडकर भवन को आगे से करीब १० से १२ फिट तोड़ने की निशानदेही के कारण पूरे दलित समाज में रोष व्याप्त हो गया। जिसके बाद बादशाहपुर अम्बेडकर सभा की पूरी टीम सहित अनेक दलित संगठन भवन को बचाने के लिए आगे आ गए। जब से भवन को टूटने की बात समाज के लोगों को पता चला तभी से अम्बेडकर भवन के सामने लोग धरने पर बैठ गए।
एक बार एनएचएआई की टीम भारी पुलिस बल के साथ भवन को तोड़फोड़ आई जिसे भारी विरोध के कारण वापिस जाना पड़ा। इस दौरान समाज के लोगों ने टीम को बिना विश्वास में लिए दोबारा अम्बेडकर भवन की ओर न देखने की चेतावनी भी दे डाली। अम्बेडकर सभा बादशाहपुर ने अनेक दलित संगठनों के सैकड़ों युवाओं के साथ उपायुक्त महोदय गुड़गांव को ज्ञापन दिया। उपायुक्त महोदय ने ज्ञापन लेते ही एसडीएम गुड़गांव को मौका देखने बादशाहपुर भेजा दिया। इतना ही नहीं राष्ट्रपति महोदय, पीएम, मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, मंत्री रामबिलास पासवान, एनसीएससी आदि में शिकायत दी। पार्लियामेंट्री मनिस्टर माननीय अर्जुनराम मेघवाल जी ने भवन के सभी पेपर देखने के बाद समाज के लोगों को आश्वासन दिया कि मैं इस बारे में एनएचएआई में बात करूंगा और बादशाहपुर स्थित बाबा साहेब डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर भवन को नहीं तोड़ने दिया जाएगा। जिसके बाद दलित समाज के लोग खुशी खुशी वापिस लौट आए।
बादशाहपुर अम्बेडकर सभा के प्रधान प्रदीप निराला ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले भी दो बार बाबा साहेब के भवन को बदल दिया गया था। जिसपर समाज ने जनहित के कार्यों को देखते हुए कोई विरोध नहीं किया था। लेकिन मुआवजा देने की बात कहने के बाद भी आज तक कोई मुआवजा नहीं दिया गया है। इस जगह पर हरियाणा सरकार में मंत्री राव नरबीर ने दो मंजिला भवन बना कर देने की भी बात समाज से की थी। लोग कहते थे कि राव नरबीर जबान के धनी हैं, लेकिन उन्होंने समाज के साथ बहुत बड़ा धोखा किया। जब उन्हें ये पता था कि एलिवेटेड रोड बनाया जाना है तो ये जमीन भवन के लिए क्यों दिलवाई। मंत्री राव नरबीर के कहने के बावजूद न तो पिछला एक पैसा भी मुआवजा दिया गया और न ही भवन बनाने के लिए एक ईंट लगाई गई। पूरे दलित समाज में राव नरबीर के प्रति भी भारी रोष है। लोग चुनाव का इंतजार कर रहे हैं ताकि वोट की ताकत से जवाब दिया जा सके।