गुरुग्राम । जेल में बैठकर ट्रक चालकों से फर्जी पार्किंग की पर्ची देकर अवैध वसूली करने का धन्धा चलाने वाले मुख्य मुख्य आरोपी को अपराध शाखा सैक्टर-10, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने गिराफ्तार किया है। आरोपी जेल में बैठकर ही अपने अन्य साथियों से अवैध वसूली करवाता था। आरोपी के 02 साथियों को अपराध शाखा सैक्टर-10, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
गुरुग्राम पुलिस के पी आर ओ सुभाष बोकन ने बताया कि अपराध शाखा सैक्टर-10, गुरुग्राम की पुलिस टीम को शिकायत मिली थी कि वजीरपुर, गुरुग्राम में स्थित गेटवे रेल कम्पनी में ट्रेन के कन्टेनर आते है। इन कन्टेनरों को ट्रकों में लोङ कर अन्य स्थानों पर भेजा जाता है। इस कम्पनी में दूसरे राज्यों से आने वाले ट्रक चालकों से पार्किंग के नाम पर फर्जी पार्किंग की पर्ची देकर प्रति ट्रक 100 रुपयों की अवैध वसूली की जाती है।
उक्त सूचना पर निरीक्षक जितेन्द्र, प्रभारी अपराध शाखा सैक्टर-10, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए 27 अप्रैल को उक्त कम्पनी में आने वाले ट्रक चालकों से अवैध वसूली करते हुए 02 आरोपियोें *(जीत्तु पुत्र कृष्ण निवासी बजीरपुर व आकाश उर्फ आशु निवासी बामडौली, गुरुग्राम)* को काबू कर आरोपियों के खिलाफ थाना सैक्टर-10ए, गुरुग्राम मेें अभियोग संख्या 232 धारा 384, 120बी के तहत अंकित किया गया था। आरोपियों के कब्जा से फर्जी पार्किंग पैङ व 3100 रुपयों की नगदी बरामद की गई । उक्त आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अपने अन्य साथियों का नाम बतलाया । उसने बताया कि उसी के कहने से वह ट्रक चलकों को फर्जी पर्ची देकर अवैध वसूली करने का धन्धा चला रहे थे।
▪उक्त अभियोग में आगामी कार्यवाही करते हुए अपराध शाखा सैक्टर-10, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने उक्त अभियोग में ट्रक चालकों के ड्राईवरों से अवैध वसुली करवाने वाले मुख्य आरोपी को 23 मई को गुरुग्राम न्यायालय परिसर से काबू करने में सफलता हासिल की। आरोपी की पहचान *मोहित उर्फ डान्डी पुत्र सुनील निवासी गाँव बजीरपुर, गुरुग्राम* के रुप में हुई हैं।
गिराफ्तार आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बतलाया कि वह अभियोग संख्या 770/15 धारा 302 भा.द.स., थाना सिविल लाईन्स, गुरुग्राम में जेल में बन्द था और जेल में उपरोक्त आरोपी जब इससे जेल में मिलने गए तो इसने इस काम को करने के लिए कहा। इसके कहने पर उपरोक्त दोनों लोग ट्रक चालकों से अवैध वसूली के इस काम को अन्जाम दे रहे थे।
उसे कल अदालत के सम्मुख पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया। अभियोग अनुसंधानाधीन है।