फरीदाबाद : फरीदाबाद में भोजपुरी अवधी समाज के सबसे बडे छठ पर्व को लेकर शहर के बीचों बीच से गुजरने वाली आगरा नहर के किनारे बाजार सज गये हैं. भारी संख्यां में महिलायें छठ पर्व पर प्रयोग की जाने वाली सामिग्री की खरीददारी कर रही हैं. आज के दिन खरना का महिलाओं ने व्रत रखा है जोकि अपने पुत्र की कामना के लिये रखा जाता है.
इस पर्व को लेकर महिलायें खाफी उत्साहित नजर आ रही हैं, वहीं समाज के लोगों का कहना है कि उनके पर्व पर हर बर्ष उनके साथ किया जाता है, पर्व से दो दिन पूर्व आगरा नहर का पानी रोक दिया है और पर्व खत्म होने पर छोड दिया जाता है, जबकि सभी जानते हैं कि छठ पर्व पानी में खडे होकर सूर्य देवता को अर्ग देने का होता है। जिसको लेकर अवधी समाज ने फरीदाबाद के नताओं से नहर में पानी छुडवाने की मांग की है।
भोजपुरी अवधी समाज के लोकप्रिय त्यौहार छठ पर्व को लेकर फरीदाबाद के बीचों बीच से गुजरने वाली आगरा नहर के किनारे बाजार सज गये हैं, जिसे लेकर अवधी समाज के लोगों में खासी उत्सुकता देखी जा रही है, महिलाओं भारी संख्यां में दुकानों से छठ पर्व पर प्रयोग की जाने वाली सामिग्र खरीद रही हैं, तो वहीं दूसरी ओर नहर के किनारे बने हुए छठ मईया के मठों के आसपास अवधी समाज के लोगों द्वारा सफाई करवाई जा रही है।
छठ पर्व के लिये उपयोग की जाने वाली सामिग्री खरीदने बाजार पहुंची महिलाओं ने बताया कि शीत रितु में आने वाले हर प्रकार के नये फल की खरीददार की जा रही है जिससे वो अपने पर्व को मनायेंगी, आज उन्होंने एक दिन पूर्व खरना पर व्रत रखा है जिसमें वो पूरे दिन बिन कुछ खाये व्रत रहेंगी उसके रात को गुड की खीर खाकर अपने व्रत को पूरा करेंगी। ये व्रत महिलायें अपने पुत्र की प्राप्ति और लम्बी उम्र की कामना के लिये रखती है इसके साथ साथ सूर्यदेव के लिये भी यह व्रत रखा जाता है जिसमें डूबते हुए और उगते हुए सूरज को गाय के दूध का अर्ग दिया जाता है।
वहीं छठ पर्व को लेकर सफाई में जुटे हुए अवधी समाज के लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हर बर्ष की तरह इस बार भी छठ का पर्व उनका समाज धूमधाम से मनायेगा, जिसको लेकर तैयारियां की जा रही हैं छठ पर्व की शाम को भोजपुरी गानाों से भरी शाम भी समाज के लिये पेश की जायेगी।
साथ ही उन्होंने अपने पर्व में हर बर्ष आने वाली अडचन के बारे में बोलते हुए कहा कि उनके साथ उनके पर्व के साथ धोखा किया जाता है पर्व से दो दिन पूर्व आगरा नहर का पानी रोक लिया जाता है और पर्व के दो दिन बाद छोड दिया है, उन्हें नहीं पता है कि ऐसा कौन करता है और क्यों करता है, जिसे लेकर इस उनके समाज के लोगों ने शहर के नेता व मंत्रियों का दरवाजा भी खटखटया है और मांग की हैं कि उनके पर्व आगरा नहर में पानी छोड दिया जाये ताकि उनका समाज पानी में खडे होकर सूर्यदेव भगवान को अर्ग दे सकें।