तीन तलाक के सरकारी हलफनामे का विरोध
84 गाँव के हजारों मुस्लिम समाज के लोग हुए शामिल
धर्मेन्द्र यादव
फरीदाबाद : सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक के मामले को लेकर दिए गए हलफनामे के विरोध में जहाँ पूरे देश में मुस्लिम समाज आक्रोशित है वहीँ फरीदाबाद के धौज गाँव के मदरसे में 84 गाँव के हजारो मुस्लिम समाज के लोगो द्वारा ” शरीयत बचाओ कांफ्रेंस ” का आयोजन आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बैनर तले किया गया. इसमे दिल्ली और नूह मेवात के वक्ताओ ने मुस्लिम समाज को संबोधित किया और शरीयत क़ानून से की जा रही कथित छेड़छाड़ का विरोध किया। उन्होंने कहा की मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड खुदाई क़ानून है और इसमें तबदीली करने का कोई हक़ नहीं है. उन्होंने कहा की हम मुल्क के क़ानून और अपने कानून की इफाजत करना चाहते है इसलिए सरकार अपना हलफनामा वापिस ले ताकि देश में आपसी भाईचारा और अमन कायम रहे.
गाव धौज के मदरसे में 84 गाँव के हजारो मुस्लिम समाज के लोग ” शरीयत बचाओ कांफ्रेंस ” में शामिल हुए . इस मौके पर दिल्ली और नूह मेवात के वक्ताओ ने मुस्लिम समाज को संबोधित किया और शरीयत क़ानून से की जा रही छेड़छाड़ का विरोध किया। उनका कहना था की हम मुल्क के क़ानून और अपने कानून की इफाजत करना चाहते है इसलिए सरकार अपना हलफनामा वापिस ले ताकि देश में आपसी भाईचारा और अमन कायम रहे.
नूह के बड़ा मदरसा से आये मोहम्मद जाहिद हुसैन काजमी ने बताया की मुस्लिम पर्सनल लॉ एक इस्लामिक कानून है जिसके तहत दस्तूर ऐ हिन्द ने कानूने भारत उन्हें दिया है उन्होंने बताया की दफा 25 से लेकर 30 तक यह इख्तियार है की हर मजहब वाला अपने धार्मिक मामले में अपने शादी ब्याह और रस्मो रिवाजो का इख्तियार रखता है जबकि उसके खिलाफ सरकार तीन तलाक को बहाना बनाकर सुप्रीम कोर्ट में जो हलफनामा दायर कर रही है यह सीधे सीधे हमारे मुस्लिम लॉ में दखलंदाज़ी है.
उन्होंने कहा की मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड खुदाई क़ानून है और इसमें तबदीली करने का कोई हक़ नहीं है इसलिए इससे छेड़छाड़ नहीं की जाए जबकि सरकार खुद हिंदुस्तान के कानून को तोड़ रही है. आज इसी सिलसिले को लेकर धौज के मदरसे में 84 गावो के मुस्लिम इकठ्ठा हुए है उन्होंने कहा की सरकार वोट की राजनीती को लेकर अपना फायदा सोच रही है लेकिन हम कानून को नहीं बदलने देंगे। इसलिए हम सरकार से कहना चाहते है की वह दिया गया हलफनामा वापिस ले इसी में देश की भलाई है.
वहीँ स्थानीय मुस्लिम समाज सेवियों में भी शरीयत कानून से छेड़छाड़ को लेकर आक्रोश देखा गया. समाज सेवी इकराम खान ने कहा कि शरीयत कानून से छेड़छाड़ को लेकर पूरे देश के मुस्लिम नाराज़ है. इसलिए आज हजारो की संख्या में समाज के लोग मदरसे में इकठ्ठा हुए है हम चाहते है की सरकार मुस्लिम कानून से छेड़छाड़ न करे वर्ना सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।