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चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस महानिदेशक बी.एस. सन्धू के विज़न अनुरूप हरियाणा के सभी जिलों में खोले गए पुलिस पब्लिक स्कूल मॉडल को देशभर में लागू करने के लिए अन्य राज्य पुलिस बलों व राज्य पुलिस आवास निगमों द्वारा विचार किया जाएगा।
इस आशय की संतुति आज पंचकूला में हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन (एचपीएचसी) द्वारा पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित 6वें अखिल भारतीय पुलिस आवास सम्मेलन के समापन अवसर पर की गई।
पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ ए.पी.महेश्वरी, हरियाणा डीजीपी, श्री बी.एस. संधू, अध्यक्ष, एचपीएचसी श्री परमिंदर राय और प्रबंध निदेशक एचपीएचसी, श्री ए.के. ढुल ने सम्मेलन के दौरान सभी प्रदेशों से आए प्रतिनिधियों के साथ अधिक उत्तम स्तर की आवासीय व अन्य आधारभूत सुविधाएं विकसित करने पर विचार-विमर्श किया। गत दिवस सम्मेलन का उदघाटन मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा किया गया था।
सम्मेलन में हुई महत्वपूर्ण चर्चा में इस बात पर भी बल दिया गया कि हाउसकीपिंग व उचित रखरखाव के लिए पुलिस लाइनों में रेज़ीडैट वैलफेयर एसोसिएषनस का गठन किया जाना चाहिए जिससे सरकारी निधियों पर अत्यधिक निर्भरता कम हो सके। इसके अलावा, पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो द्वारा एक अलग वेब पेज विकसित किया जाएगा जिसमें सभी पुलिस आवास निगम परियोजनाओं में नई प्रौद्योगिकियों, विवरणों और डिजाइनों को अपनाने संबंधी अपने सर्वोत्तम अभ्यास सांझा करेंगे। राज्य पुलिस हाउसिंग निगमों द्वारा विचार-विमर्श के दौरान सामने आने वाले क्रियाशील बिंदुओं पर उचित कार्रवाई के लिए दो दर्जन से अधिक सिफारिशों की एक रिपोर्ट भी संकलित की गई।
राज्य पुलिस आवास निगमों के प्रमुखों, तकनीकी और अन्य विशेषज्ञों के बीच चार व्यापक श्रेणियों ‘पुलिस इन्फ्रास्ट्रक्चर की रखरखाव और मरम्मत’, ‘निर्माण मानदंडों और बुनियादी ढांचे में समानता’, ‘वास्तुकला योजना’ और ‘प्रीफैब निर्माण और नई तकनीकों’ पर विचार-विमर्श किया गया।
सार्वजनिक निजी साझेदारी मोड की संभावनाओं से संबंधित मुद्दों के अलावा, पुलिस आवास परिसरों के भीतर सामुदायिक सुविधाओं के प्रावधान व एसटीपी, लिफ्ट, अग्निशमन प्रणाली जैसी सेवाओं के वार्षिक रखरखाव पर भी चर्चा की गई। प्रतिनिधियों द्वारा इंटरैक्टिव सत्रों के बाद विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतियां भी दी गईं।
मुख्य अभियंता, एचपीएचसी, श्री संजय महाजन, पुलिस और प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के अतिरिक्त विभिन्न राज्यों से आए हुए प्रतिनिधियों व तकनीकी विशेषज्ञों ने भी सम्मेलन में शिरकत की।