अधिकारियों के साथ बैठक में ग्रीन प्लान, ड्रेनेज एवं सीवरेज सिस्टम की प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा
प्रधान सचिव ने सर्दन पेरीफेरल रोड़ (एसपीआर) का निरीक्षण किया
ग्रीन बैल्ट का भी मौके पर लिया जायजा , बादशाहपुर ड्रेन के सौन्दर्यीकरण की जानकारी ली
गुरुग्राम, 12 मई। शहरी स्थानीय निकाय विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव आनन्द मोहन शरण ने आज गुरूग्राम पहुंचकर विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करने के साथ ही नगर निगम गुरूग्राम के कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने नगर निगम द्वारा तैयार किए गए ग्रीन प्लान, ड्रेनेज एवं सीवरेज सिस्टम के काम की समीक्षा की. इस अवसर पर उन्होंने 28 एवं 29 अप्रैल को शहरी स्वराज स्वच्छता अभियान के तहत चलाए गए दो दिवसीय सघन सफाई अभियान के दौरान बेहतरीन कार्य करने वाली टीमों को प्रोत्साहित किया।
प्रधान सचिव प्रात: 7 बजे एंबीयंस मॉल के पास पहुंचे, जहां पर निगमायुक्त यशपाल यादव सहित अन्य निगम अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने गोल्फ कोर्स रोड़ होते हुए सर्दन पेरीफेरल रोड़ (एसपीआर) का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां पर सैक्टर-58 से सैक्टर-67 तक एम3एम, एम्मार तथा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा मेनटेन की जा रही ग्रीन बैल्ट का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने बादशाहपुर ड्रेन को देखा। यहां पर निगमायुक्त ने बादशाहपुर ड्रेन के सौंदर्यकरण के लिए तैयार की जा रही योजना के बारे में प्रधान सचिव को जानकारी दी।
सघन सफाई अभियान के दौरान बेहतरीन कार्य करने वालों को किया प्रोत्साहित : प्रधान सचिव आनन्द मोहन शरण ने नगर निगम कार्यालय पहुंचकर सघन सफाई अभियान के दौरान बेहतरीन कार्य करने वाली टीमों को प्रोत्साहित किया। यहां निगमायुक्त द्वारा बताया गया कि नगर निगम द्वारा शहरी स्वराज स्वच्छता अभियान के तहत 28 और 29 अप्रैल को पूरे निगम क्षेत्र में दो दिवसीय सघन सफाई अभियान चलाया गया था। इस अभियान के तहत शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के साथ-साथ खुले में कचरा, मलबा एवं सीवरेज वेस्ट डालने वालों, कचरा जलाने वालों, अवैध विज्ञापनों पर कार्रवाई करते हुए संबंधित के चालान किए गए थे। इस दौरान विभिन्न श्रेणियों में कुल 682 चालान किए गए थे तथा 11 मई तक इन लोगों से 897300 रूपए की वसूली की गई है।
प्रधान सचिव ने सघन सफाई अभियान के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर मलबा डालने वालों के सर्वाधित चालान करने पर सैक्शन ऑफिसर अनिल कुमार तथा जूनियर इंजीनियर अरूणदीप भारद्वाज की टीम को तथा कचरा जलाने वालों और सीवरेज एवं कचरा डालने वालो के सर्वाधिक चालान करने पर सैक्शन ऑफिसर भूपेन्द्र सिंह एवं जूनियर इंजीनियर अखलाख अहमद की टीम को 10-10 हजार रूपए का प्रथम प्रोत्साहन दिया गया। इसी प्रकार डीटीपी मोहन सिंह एवं वसीम अकरम, कंसलटैंट अजय महाजन एवं जूनियर इंजीनियर धीरज कुमार, कंसलटैंट अरूण शर्मा एवं जूनियर इंजीनियर वरूण, जेडटीओ विजय कपूर एवं जूनियर इंजीनियर विनोद कुमार तथा मैडीकल ऑफिसर आशीष सिंगला एवं जूनियर इंजीनियर दीपक कुमार की टीमों को इन श्रेणीयों में 5-5 हजार रूपए का द्वितीय प्रोत्साहन दिया गया।
ग्रीन प्लान की जानकारी दी : नगर निगम के कार्यकारी अभियंता (बागवानी) अजय निराला ने प्रधान सचिव श्री आनन्द मोहन शरण को एक प्रैजेंटेशन के माध्यम से शहर के लिए तैयार किए गए ग्रीन प्लान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शहर में हरियाली को बढ़ावा देने एवं सौंदर्यकरण के लिए विभिन्न सडक़ों पर पेड़ों की प्रूनिंग की जाएगी तथा जो वस्तुएं सडक़ों पर बेकार पड़ी हैं जैसे मलबा, पाईप, जली एवं टूटी-फूटी गाडिय़ों को हटाया जाएगा। इसके साथ ही इंटरसैक्शन और आईलैंड का विकास होगा। उन्होंने बताया कि स्ट्रीट फर्नीचर लगाने तथा पौधारोपण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि शहर की मुख्य सडक़ों जैसे बस स्टैंड से अतुल कटारिया चौक तथा अतुल कटारिया चौक से दिल्ली बॉर्डर तक सडक़ की दोनों साईड ग्रीन बैल्ट विकसित की जाएंगी। इसके अलावा, मुख्य चौराहों पर ग्रीनरी को बढ़ावा देने के साथ ही फ्लाईओवरों पर वर्टीकल गार्डन विकसित करने की योजना तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि पार्कों में 10 हजार पौधे लगाए जाएंगे, जिनमें से 5 हजार फ्रूट प्लांट होंगे। उन्होंने बताया कि फ्रूट प्लांट में बेर, इमली, जामुन, बेलपत्र आदि पौधे शामिल हैं। इसके साथ ही डेढ़ लाख सर्बस लगाने की भी योजना है। बैठक में कार्यकारी अभियंता विकास मलिक ने माइक्रो एसटीपी के बारे में भी जानकारी गई। बैठक में एजी डॉटर्स कंपनी के प्रतिनिधियों ने कचरे तथा सीवरेज से बिजली, पानी एवं डीजल/गैस तैयार करने के बारे में जानकारी दी।
प्रधान सचिव ने पौधों का आकार बड़ा रखने का सुझाव दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में रिंगरोड़ पर बेल लगाई गई हैं तथा जहां पर जगह नहीं है, वहां पर रेलिंग के साथ गमले टांगे गए हैं। ऐसा यहां पर भी करें। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न स्थानों पर सौंदर्यकरण के लिए स्कल्पचर लगाने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि जो कॉलोनाईजर, कंपनीज या विभाग जिस ग्रीन क्षेत्र का रख-रखाव कर रहे हैं, उसकी जानकारी मैप पर मार्क करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि माइक्रो एसटीपी की तकनीकी का चुनाव इस हिसाब से करें कि उनका रख-रखाव आसानी से किया जा सके।
इस मौके पर नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव, संयुक्त निगमायुक्त मुकेश कुमार एवं विवेक कालिया, एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर वाईएस गुप्ता, चीफ इंजीनियर एनडी वशिष्ठ, चीफ टाऊन प्लानर आरके सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।