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गुरुग्राम, 28 अक्टूबर : हरियाणा विमुक्त घुमंतु जनजाति विकास बोर्ड के चेयरमैन डा. बलवान सिंह ने कहा कि पिछले दिनो प्रदेश सरकार द्वारा विमुक्त एवं घुमंतु जाति के बेघर लोगों का सर्वे भी किया गया ताकि उनका पुर्नउत्थान किया जा सके। यह सर्वे पूरा हो चुका है जिसके तहत प्रदेश में ऐसे 20-25 हजार परिवारों की पहचान की गई है जिन्हें पुर्नवास की व्यवस्था की जाएगी।
वे आज गुरुग्राम के कैनाल रैस्ट हाऊस में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विमुक्त एवं घुमंतु जाति के कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है। प्रदेश में आदतन अपराधी एक्ट खत्म होने के बाद भी सांसी और बावरिया गिरोह लिखा जाता है, जोकि बिल्कुल गलत है।
घुमंतु जाति के लोगों के उत्थान के लिए प्रदेश में बड़े स्तर पर पांच सम्मेलन आयोजित किये जा चुके हैं जहां लोगों की भारी भीड़ जुटी थी। समाज में घुमंतु एवं विमुक्त जाति के लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं भी बनाई जा रही है। पिछले दिनो प्रदेश सरकार द्वारा विमुक्त एवं घुमंतु जाति के बेघर लोगों का सर्वे भी किया गया ताकि उनका पुर्नउत्थान किया जा सके। यह सर्वे पूरा हो चुका है। सरकार द्वारा ऐसे लोगों की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए उन्हें आवास उपलब्ध करवाने की व्यवस्था करेगी। इसके अलावा उनके लिए आंगनवाड़ी केन्द्र व स्कूल आदि की भी व्यवस्था की जाएगी।
हरियाणा विमुक्त घुमंतु जनजाति विकास बोर्ड का गठन हरियाणा के इतिहास में पहली बार किया गया है ताकि उनका उत्थान किया जा सके। उन्होंने बताया कि विमुक्त एवं घुमंतु जाति के लोगों के उत्थान के लिए ब्लॉक स्तर पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो कि अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग तथा गरीब तबके के लोगों के लिए शुरू की गई योजनाओं की लोगों को जानकारी देंगे तथा लाभ देने के लिए उनकी सहायता करेंगे।