तीन साल में दर्ज 3.50 लाख मामले में 28 हजार मामले महिलाओं के विरुद्ध अपराध सम्बन्धी

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विधानसभा के प्रश्नकाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिया विधायकों के प्रश्न का जवाब 

सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत में मामूली वृद्धि 

81 कम्पनियों से हरियाणा करता है बिजली खरीद 

सुभाष चौधरी /प्रधान संपादक 

चण्डीगढ़, 23 अक्तूबर :  मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन अधिवेशन के दौरान विधायक जगबीर सिंह मलिक द्वारा पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि पहली जून 2014 से 30 जून, 2017 तक प्रदेश में कुल 3,50,042 एफआईआर दर्ज हुई हैं, इनमें से 28369 मामले महिलाओं के विरूद्घ अपराधों से सम्बन्धित, जबकि 1948 मामले अनुसूचित जातियों के विरूद्घ अपराधों के सम्बन्ध में हैं।

श्री मलिक द्वारा पूछे गये एक अन्य  प्रश्न के उत्तर में उन्होंने जानकारी दी कि हरियाणा में जून, 2014 से जून, 2017 तक सड़क दुर्घटनाओं में मामूली वृद्घि हुई है। उन्होंने बताया कि जून, 2014 में 866 सड़क दुर्घटनाएं हुई थी, जिनमें 349 व्यक्तियों की मौत हुई थी, जबकि जून, 2017 के दौरान 896 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 381 व्यक्तियों की मौत हुई।

मुख्यमंत्री ने विधायक कर्ण सिंह दलाल द्वारा पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रदेश में मौसम के आधार पर 3000 मैगावाट से 9800 मैगावाट तक बिजली की आवश्यकता है। इसके अलावा, प्रदेश में सभी स्रोतों से अनुबंधित बिजली 11085.3 मैगावाट है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में 81 कम्पनियों से अलग-अलग दरों पर बिजली की खरीद की जा रही है और राज्य सरकार द्वारा किसी भी राज्य को बिजली नहीं बेची जा रही। हालांकि, कुछ मामलों में हरियाणा के बिजली निगमों की अन्य राज्यों के निगमों के पास बैंकिंग पावर अवश्य है ताकि अधिक मांग के समय में बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।

विधायक ओम प्रकाश बरवा द्वारा पूछे गये एक प्रश्न का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि प्रदेश में निश्चित प्रामाणिक क्षमता वाले बिजली कंडक्टर तैयार किए गये हैं। समय-समय पर आवश्यकतानुसार इन्हें कसा या बदला जाता है और लोहारू विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में भी कंडक्टर को आवश्यकता पड़ने पर बदल दिया जाएगा।

श्री बरवा द्वारा पूछे गये एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने बताया कि किसानों पर तवान तभी लगाया जाता है, यदि वे सिंचाई के अलावा किसी अन्य उद्देश्य के लिए नहरी पानी का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, किसानों द्वारा नहरी पानी के माध्यम से नलकूपों की रिचार्जिंग के मामले सामान्य नहीं हैं और ऐसे मामलों में तवान कभी-कभार ही लगाया जाता है। लोहारू क्षेत्र में चालू वर्ष में दो मामलों में नहरी पानी से नलकूपों की रिचार्जिंग के लिए तवान लगाया गया है। उन्होंने बताया कि इस समय किसानों को नहरी पानी के माध्यम से नलकूपों की रिचार्जिंग की अनुमति देने का कोई प्रस्ताव नहीं है।

विधायक प्रो० रविंद्र बलियाला द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने बताया कि पहली अप्रैल, 2017 से 12 अक्तूबर, 2017 तक की अवधि के दौरान फतेहाबाद स्टोर में 349.517 किलोमीटर लम्बी बिजली की तारें प्राप्त हुई थी। इसके अतिरिक्त, 282.90 किलोमीटर लम्बी बिजली की तारें स्टोर में पहले से उपलब्ध थी और अप्रैल, 2017 से 605.62 किलोमीटर लम्बी बिजली की तारों का उपयोग किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष के दौरान 65 किलोमीटर लम्बी पुरानी तारें बदली जा चुकी हैं, जोकि 12 अक्तूबर, 2017 तक स्टोर में उपलब्ध हैं। इसके अलावा, विभिन्न क्षमता के 87 नये और 56 पुरानी ट्रांसफार्मर भी फतेहाबाद स्टोर में उपलब्ध हैं।

प्रो० रविंद्र बलियाला द्वारा ही पूछे गये एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने बताया कि पहली अप्रैल, 2017 से 12 अक्तूबर, 2017 तक फतेहाबाद स्टोर में 12525 लीटर ट्रांसफार्मर ऑयल प्राप्त हुआ है तथा 2331 लीटर ऑयल स्टोर में पहले से उपलब्ध था। इसमें से चालू वित्त वर्ष के दौरान 7794 लीटर ट्रांसफार्मर ऑयल का उपयोग किया जा चुका है तथा 7062 लीटर ऑयल इस समय स्टोर में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि फतेहाबाद मण्डल में चालू वित्त वर्ष के दौरान किसी भी टांसफार्मर के चोरी होने की सूचना नहीं है। प्रो० बलियाला द्वारा पूछे गये एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने बताया कि अप्रैल, 2017 तक फतेहाबाद उपमण्डल में 71 आवेदकों ने नलकूल कनैक्शनों के लिए आवेदन किया है। अप्रैल, 2017 तक इनमें से 43 कनैक्शन जारी किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि इसी अवधि के दौरान 182 आवेदकों ने वाणिज्यिक कनैकशनों के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 178 कनैक्शन जारी किए जा चुके है. इसके अलावा,  इस वर्ष धान के सीजन के दौरान 292 ट्रांसफार्मर जलने की सूचना है, जिन्हें दो दिन के अन्दर बदल दिया गया।

श्री मनोहर ने आज कहा कि मेवात फीडर कैनाल की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट का मूल्यांकन केन्द्रीय जल आयोग द्वारा किया जा रहा है। इस फीडर नहर के चालू होने पर जिला नूह एवं पलवल का 20,965 हैक्टेयर क्षेत्र खरीफ के दौरान और 26,302 हैक्टेयर क्षेत्र रबी के दौरान लाभान्वित होने की संभावना है।

        मुख्यमंत्री ने आज यहां शुरू हुए हरियाणा विधान सभा सत्र के पहले दिन नूह फीडर नहर के निर्माण कार्य के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए यह जानकारी दी।

        उन्होंने कहा कि सरकार भूमि के अधिग्रहण को बचाने के लिए लगभग 300 क्यूसिक क्षमता वाले पाइपलाइन बिछाने पर विचार कर रही है जिसकी व्यवहार्यता की जांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली द्वारा की जा रही है।

        राज्य में विधायकों, सांसदों और सरकारी अधिकारियों के अलावा गैर-सरकारी व्यक्तियों को उपलब्ध करवाई गई सुरक्षा के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में 284 गैर-सरकारी व्यक्तियों को सुरक्षा मुहैया करवाई गई है।

 

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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