नई दिल्ली : कनाडा के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत व पेंशन, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग राज्य मंत्री श्री डॉ. जितेन्द्र सिंह से भारत के साथ यूरेनियम और परमाणु/परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा की। इस प्रतिनिधिमंडल में कनाडा के उच्चायुक्त श्री ब्रायन पैरोट और कॉमेको के अध्यक्ष श्री जेम्स ए डोवचुक शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूरेनियम और परमाणु/परमाणु ऊर्जा प्रतिष्ठान के रूप में स्वयं को प्रतिष्ठित करने के लिए भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग की सराहना और प्रशंसा की।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत और कनाडा के बीच पारंपरिक मैत्रीपूर्ण संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि इसने दोनों देशों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में और विभिन्न स्तरों पर परस्पर सहयोग को आसान बना दिया है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में दोनों देशों के बीच सहयोग और भी प्रगाढ़ होंगे तथा यह सहयोग परमाणु/परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में प्रतिबिम्बित होगा।
शांतिपूर्ण प्रयोजनों के लिए परमाणु ऊर्जा के उपयोग के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने हाल के वर्षों में परमाणु ऊर्जा के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे अनुप्रयोगों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत में बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए परमाणु ऊर्जा एक महत्वपूर्ण और स्वच्छ विकल्प के रूप में उभर रही है।
लेकिन अब परमाणु ऊर्जा का उपयोग कृषि और खाद्य उत्पादों में प्रयुक्त विकिरण जैसे अन्य सामाजिक उद्देश्यों के लिए भी किया जा रहा है।