Font Size
लघु सचिवालय में सिंडीकेट बैंक द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
गुरुग्राम, 29 अगस्त। गुरुग्राम जिला के बैंक खाताधारकों के खातों की आधारसीडिंग व उन्हें लिंक करने को लेकर आज लघु सचिवालय में अग्रणी जिला कार्यालय, सिंडीकेट बैंक द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में बैंक शाखाओं से आए प्रतिनिधियों को खाताधारकों के बैंक बैंक खातों को लिंक करने संबंधी विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यशाला में बैंक शाखाओं द्वारा खोले जाने वाले आधार एनरोलमेंट सैंटर को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए।
इस कार्यशाला की अध्यक्षता अग्रणी जिला प्रबंधक आर सी नायक ने की और बैंक अधिकारियों के संशयों को दूर किया। बैंक अधिकारियों के मार्गदर्शन के लिए एनपीसीआई तथा यूआईडीएआई के वरिष्ठ अधिकारियों को चंडीगढ़ से विशेष तौर पर बुलाया गया था। एक दिवसीय इस कार्यशाला में बैंक खातों को आधार से लिंक करने संबंधी तथ्यों पर विस्तार से चर्चा की गई। यूआईडीएआई तथा एनपीसीआई के अधिकारियों ने पावर प्रैजेंटेशन के माध्यम से सभी बिंदुओ के बारे मेंं विस्तार से बताया।
कार्यशाला में यूआईडीएआई के स्टेट रिसोर्स पर्सन हरीश भाटिया ने बताया कि खाते की आधार सीडिंग व आधार लिंकेज में अंतर है। आधार सीडिंग का डाटा किसी बैंक की शाखा तक ही सीमित होता है जबकि खाते के आधार लिंकेज के बाद इसका सारा डाटा एनपीसीआई की साईट पर अपलोड हो जाता है। बैंक खाते के आधार लिंकेज के लिए कस्टमर को आधारकार्ड की प्रति के साथ अपना कंसेट फॉर्म भरकर बैंक को देना होगा। अपने बैंक खाते को आधार लिंक करवाने के लिए कस्टमर को अपना आधार वैरिफिकेशन करवाना होगा जो केवल बैंक द्वारा ही वैरिफाई किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर तक जिन बैंक खाताधारकों ने अपने बैंक खाते का आधार लिंकेज नही करवाया उनका अकाऊंट फ्रिज कर दिया जाएगा।
अग्रणी जिला प्रबंधक आर सी नायक ने बताया कि बैंक खाते को आधार से लिंक करने के लिए गुरुग्राम जिला की 107 बैंक शाखाओं में आधार एनरोलमेंट एवं अथोंटिकेशन सैंटर खोले जाएंगे। उन्होंने बताया कि बैंक खाताधारक व्यक्ति अपनी नजदीकी बैंक शाखा में जाकर आधार एनरोलमेंट व ऑथेंटिकेशन के लिए अपने खाते को आधार से लिंक करवा सकते हैं। उन्होंने बैंक अधिकारियों से कहा कि वे बैंक खाताधारकों के बैंक खाते की आधार लिंकेज के लिए जागरूकता अभियान चलाएं और बैंक शाखा में आने वाले लोगों को इसकी जानकारी दें। उन्होंने कहा कि वे लोगों तक इसकी जानकारी पहुंचाने के लिए बैनर व पोस्टर आदि भी लगवा सकते हैं।
श्री नायक ने कहा कि बैंक खाता खोलते समय कस्टमर द्वारा केवाईसी फार्म भरा जाता है जिसमें उसके आधारनंबर की भी जानकारी होती है। लेकिन खाताधारक द्वारा भरी गई जानकारी के सही होने की पुष्टि के लिए अब बैंक द्वारा उन द्वारा दी गई जानकारी की ऑथेंटिकेशन की जाएगी ताकि पता लगाया जा सके कि कस्टमर द्वारा अपने ही आधारनंबर की ही जानकारी दी गई है अथवा नही। उन्होंने कहा कि जिन खाताधारकों ने अब तक अपना आधारकार्ड नही बनवाया है वे भी अब बैंक शाखा में जाकर अपना आधार एनरोल करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आधार नंबर की वैरिफिकेशन होने के बाद गलत आधार नंबर की सूचना देने वालों की पहचान की जा सकेगी। कई बार कस्टमर बैंक अकाऊंट खुलवाते समय अपने अभिभावकों का आधार नंबर डॉक्यूमेंट के साथ लगा देता है लेकिन अब ऐसा नही होगा क्योंकि सभी बैंक खाताधारकों को अपने बैंक अकाऊंट की आधार लिंकेज करवाने के साथ उसकी वैरिफिकेशन करवानी अनिवार्य होगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि किसी व्यक्ति के दो या इससे अधिक बैंक अकाऊंट है तो वह जिस अकाऊंट की आधार लिंकेज करवाएगा, उसी अकाऊंट में उसकी सब्सिडी की राशि जाएगी।
श्री नायक ने कहा कि इस मुहिम में सिंडीकेट बैंक द्वारा विशेष रूप से सहयोग दिया जा रहा है। गुरुग्राम के जिन प्राइवेट बैंकों में आधार सीडिंग का काम 50 से 55 प्रतिशत ही हुआ है उसे लेकर भी आज बैठक में संबंधित बैंको को दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि बैंक आधार सीडिंग के कार्य को गंभीरता से लें और इस कार्य को तत्परता से पूरा करें। बैठक में एनपीसीआई से आए अधिकारी सौरभ तथा यूआईडीएआई के सीनियर सिस्टम एनालिस्ट परमजीत ने भी अपने विचार रखें।