कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रशासन व पुलिस की संयुक्त बैठक
जिले को सेक्टर में बाँट कर मजिस्ट्रेट तैनात करने के आदेश
सोशल मिडिया की गतिविधियों व धरना प्रदर्शन पर रहेगी कड़ी नजर
गुरूग्राम, 18 अगस्त। साध्वी यौन शोषण मामले में सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा 25 अगस्त को सुनाए जाने वाले फैसले के दृष्टिगत गुरुग्राम जिला में कानून व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चित करने के लिए आज जिला प्रशासन तथा गुरुग्राम पुलिस की एक संयुक्त बैठक लघु सचिवालय में आयोजित हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि पूरे जिले को अलग अलग सेक्टर में विभाजित कर इसके लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किया जाएंगे। साथ ही पुलिस की तैनाती बढ़ाई जाएगीऔर इस दौरान किसी भी संस्था द्वारा धरना प्रदर्शन की कोशिश पर प्रशासन की कड़ी नजर रहेगी। इसके अलावा साइबर सेल की नजर सोशल मिडिया पर भी रहेगी जिससे किसी प्रकार की अफवाह फैलाने बालों पर अंकुश लगाईं जा सके।
बैठक में उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने बताया कि गुरुग्राम जिला में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए ड्यूटी मैजिस्ट्रेट लगा जाएंगे जो अपने-2 अधिकार क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। उपायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि यदि जिला प्रशासन से किसी भी संगठन द्वारा धरना प्रदर्शन की अनुमति ली जाती है तो इसकी सूचना तुरंत उच्च अधिकारियों को अवश्य दें। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम जिला में शान्ति व्यवस्था भंग करने की अनुमति किसी को नही है और ऐसा करने वालों को किसी हाल में बख्शा नही जाएगा।
बैठक को संबोधित करते हुए पुलिस उपायुक्त सिमरजीत सिंह ने पुलिस मुख्यालय से मिले दिशा-निर्देशों को पुलिस अधिकारियों के साथ सांझा किया और उन्हें गुरुग्राम में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम एक आइकन सिटी है जहां की गतिविधियों पर अन्य जिलों की अपेक्षा लोगों की नज़र अधिक रहती है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे अपने सूचना तंत्र सक्रिय कर लें और किसी प्रकार की असामाजिक गतिविधि होने पर तुरंत इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दें। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे अपने सूचना उपकरणों जैसे वाकी-टॉकी आदि को सुनिश्चित करें कि वे चालू हालत में हैं। उन्होंने कहा कि शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारी आपस में तालमेल के साथ काम करें। जमीनी स्तर पर जाकर असामाजिक तत्त्वों पर निगरानी रखें और समय-समय पर स्थिति की समीक्षा करते रहें।
सरकारी इमारतों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश
श्री सिंह ने कहा कि फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों, तहसील कार्यालय, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय तथा अन्य सरकारी इमारतों पर विशेष रूप से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। उन्होंनेपुलिस अधिकारी को सतर्क रहने तथा चौकन्ने होकर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने एसडीएम व एसीपी से कहा कि वे अपने स्तर पर शान्ति समितियों की बैठक बुलाकर उनके साथ तालमेल बनाए रखें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि रात के समय पुलिस स्टेशनों पर कम से कम एक तिहाई स्टॉफ की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम करवाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यालय से मिले निर्देशानुसार कोई भी पुलिसकर्मी अपना स्टेशन नही छोड़ेगा और स्थानीय अवकाश पर भी नही जाएगा।
पुलिस उपायुक्त पूर्वी दीपक सहारण ने कहा कि पुलिस अधिकारी किसी भी प्रकार की अफवाह से बचें और यदि कोई ऐसा करता है तो उसे अफवाह फैलाने से रोकें। इसके अलावा, यदि किसी भी सोशल वैबसाईट पर किसी प्रकार की पोस्ट या मैसेज को देखें तो इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दें। आगजनी की छोटी-मोटी घटनाओं से बचें और गाडिय़ों मे फायर एक्सटींगशर जरूर रखें ताकि छुट-पुट घटनाओं से वे खुद ही निपट सकें। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने अधिकार क्षेत्र में अस्पतालों से सामंजस्य स्थापित करें ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने पर एम्बुलेंस तुरंत घटनास्थल पर पहुंच सके ।
उपायुक्त विनय प्रताप सिंह व डीसीपी टै्रफिक सिमरजीत सिंह ने आमजनता से अपील की कि वे जिला में शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन व सरकार को अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति गुरुग्राम में कानून व्यवस्था बाधित करता है तो इसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन को दें।