हजारों युवाओं ने अलवर में मौन प्रदर्शन कर मरहूम पहलू खान के लिए मांगा इंसाफ

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: छह सूत्री मांग पत्र डीएम अलवर की मार्फ़त सीएम को भेजा

: हरियाणा और राजस्थान के मेवात क्षेत्र के हजारों युवाओं ने मेवात यूथ संगठन के बैनर तले  किया विरोध प्रदर्शन

: पहलू को इंसाफ दिलाने के लिये लिखी हुई तख्ती, हाथों में तिरंगा झंण्डा और मूंह पर काली पट्टी बांध रखी थी

 

यूनुस अलवी

हजारों युवाओं ने अलवर में मौन प्रदर्शन कर मरहूम पहलू खान के लिए मांगा इंसाफ 2मेवात :  पहली अप्रैल को अलवर जिले के बहरौड़ में गौरक्षा की आड़ में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा मेवात जिले के गांव जयसिंह पुर निवासी पहलू खान कि हत्या किये जाने और कई निर्दोष लोगों को के साथ बेरहमी से की गई मारपीट व लूटपाट के मामले में इंसाफ दिलाने कि मांग को लेकर सोमवार को हरियाणा और राजस्थान के मेवात क्षेत्र के हजारों युवाओं ने मेवात यूथ संगठन के बेनर तले अलवर में विशाल मौन जूलूस निकाला बाद में जिला कलेक्ट्रेट अलवर कि मार्फत राजस्थान कि मुख्मंत्री वसुधरा राजे के नाम 6 सूत्रिय ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर नूंह से विधायक जाकिर हुसैन, पूर्व मंत्री आफताब अहमद के छोटे भाई एंव पीसीसी सदस्य महताब अहमद, मेवात विकास सभा के अध्यक्ष उमर मोहम्मद, मेवात यूथ कांग्रेस के जिला प्रधान मुबारिक नोटकी, पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट के ऐडवोकेट मोहम्मद अरशद और फारूख अबदुल्लाह सहित काफी प्रमुख लोगों ने भाग लिया।
 
 प्राप्त जानकारी के अनुसार अलवर के नंगली चौक पर सैंकडों युवा इकटठे हुऐ उसके बाद नंगली चौक से जिला कलेक्ट्रेट अलवर तक राजस्थान व हरियाणा के सैंकडों युवाओं व प्रमुख लोगों ने पैदल मार्च करके मौन जुलूस निकाला। इस मौके पर युवाओं ने हाथों में पहलू को इंसाफ दिलाने के लिये लिखि हुई तख्ती, हाथों में तिरंगा झंण्डा और मूंह पर काली पट्टी बांध रखी थी। भले ही युवाओं ने मौन जूलूस निकाला हो लेकिन उनकी आंखों में राजस्थान सरकार और कथित गोरक्षकों के खिलाफ भारी रोष नजर आ रहा था। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिये भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। अलवर के डीएम कि अनुपस्थिति में अलवर के एडीएम महेन्द्र मीणा की मार्फत मुख्यमंत्री राजस्थान को ज्ञापन सौंपा।
 
 मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा गया कि जिला नूंह के पहलू, आरिफ, आदी लोग जयपुर के पशु मेले से कानूनी तरीके से दुधारू गायें, बछड़े व बछिया खरीद कर हरियाणा ला रहे थे। उन गायों की औसतन कीमत प्रति गाय सत्तर हजार रुपये थी और वे गायें गोहत्या के लिए नहीं बल्कि दूध पीने और पालने के लिए खरीदी गई थी। लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने गौरक्षा की आड़ में पहलू कि हत्या करदी तथा कई के साथ बेरहमी से मारपिटाई की गई और मेने से पशु खरीदने वालों के खिलाफ कि गोतस्करी आदि धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया जो सरासर गलत है।
 
  प्रदर्शन करने वालों में महताब अहमद, उम्मर पाड़ला, ऐडवोकेट मोहम्मद अरशद, ऐडवोकेट फारूख अब्दुल्लाह, मुबारिक नोटकी, बुरहान सलंबा, अय्यूब, प्रवेज सहरावत, आजाद अकलीमपुर, शमीम पिनगवां,  जाहिद,  फारूख,  जफरूदीन, अब्बास नूंह, अलताफ डीके, मुबीन, राहुल, सद्दाम, जैन सुरेश, प्रकाश मीना, वहीद जुबेर, तय्यब हुसैन,धर्मेन्द्र, विरेंद्र, हारून, मुबारीक नूह, अल्ताफ, यासीन पहलवान, जमशेद सरपंच, क़ासिम सहित काफी युवा मौजूद थे।

 

मांगपत्र-

1. पहलू खां के हत्यारों एवं नामजद आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाऐ
2. जयपुर मैले से गाय लाने वाले अन्य ग्यारह निर्दोष लोगों को तुरंत रिहा किया जाए। साथ ही सभी पीड़ितों के खिलाफ दर्ज किये गये झूंठे मुकदमें वापस लिए जाए।
3. पहलू और अन्य लोगों से लूर्टी गई गाय व उनका सामान, पैसे एवं कागजात वापिस लौटाए जाए।
4. मृतक के परिजनों एवं पीड़ितों को समुचित मुआवजा व नौकरी दी जाए।
5.  कथित गौरक्षा चौकियों को तुरंत हटाया जाए ।
6. कानून विरोधी गौरक्षक दलों पर कड़ी पाबंदी लगायी जाए।

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