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यूनुस अलवी
मेवात: बार कॉसिल ऑफ इंडिया के आहवान पर सरकार द्वारा किये जा रहे संशोधन के खिलाफ मेवात कि नूंह, फिरोजपुर झिरका और पिनगवां कि बारों ने शुक्रवार को पूरी तरह काम-काज ठप रखा। सभी वकीलों ने अदालतों को पूरी तरह से बहिष्कार किया।
मेवात बार एसोशिएसन के पूर्व प्रधान ताहिर हुसैन रूपडिया ने बताया कि सरकार ऐडवोकेटस ऐक्ट में संशोधन वकीलों के मौलिक अधिकारों का हनन करने जा रही है। उन्होने बताया कि जिस तरीके के संशोधन हो रहे है उससे वकीलों, जजों और मुवक्किलों में बेवजह टकराव तो बढेगा ही साथ ही जो वकील रात दिन महनत कर अपने कैश कि पेरवी करते है उस पर भी असर पडेगा। उनका कहना है कि हर कोई वकील अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोडता है। हर वकील चहाता है कि फैंसला उसके पक्ष में आऐ इसके बावजूद भी वकीलों के एक पक्ष को हार देखनी पडती है। किसी भी मुवक्किल के पक्ष में फैंसला ना आने कि सूरत में वे वकीलों पर ही इलजाम लगाऐगें।
उन्होने बताया कि बार कॉसिल ऑफ इंडिया के आहवान पर शुक्रवार को मेवात जिला कि नंूह, पुन्हाना और फिरोजपुर झिरका की बारो में सरा दिन काम-काज ठप रखा है। अदालत में वकील तो आऐ लेकिन उनहोने अदालतों का बहिष्कार रखा।
इस मौके पर बार नूंह के पूर्व प्रधान ताहिर हुसैन रूपडिया, महूदुल हसन ऐडवोकेट, मुजीब हुसैन, जाकिर हुसैन प्रधान, नसीम अहमद, शमीम खान, रमजान चौधरी, खलील अहमद, इरफान ऐडवोकेट, इमरान ऐडवोकेट सहित बार के सभी वरिष्ट वकीलों ने अपना काम काज बंद रखा