हरियाणा पुलिस की जीन्द स्थित आर्थिक अपराध शाखा को मिली बड़ी सफलता
चण्डीगढ़, 27 मार्च : हरियाणा पुलिस की जीन्द स्थित आर्थिक अपराध शाखा ने रेलवे में नौकरी लगवाने के लिए एक करोड़ 65 लाख रुपये लेने के फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी सहित चार ओरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। ईलाहाबाद से गिरफ्तार किये गए आरोपी मनोज कुमार उर्फ अभिषेक को अदालत में पेश कर न्यायायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों नामत: जींद आश्रम बस्ती निवासी मुनीष व उसके साथ असंध निवासी कृष्ण तथा पटना, बिहार निवासी देवेन्द्र शाह गुप्ता को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए हुए बताया कि इन आरोपियों पर पुलिस द्वारा 50,000 रुपये का ईनाम भी रखा हुआ था।
आर्थिक अपराध शाखा के प्रभारी एसआई जगबीर सिंह ने बताया कि जिला रोहतक के गांव सामण निवासी रोहताश ने वर्ष 2015 में जींद के पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी थी कि जींद निवासी मुनीष व उसके साथियों ने रेलवे में नौकरी लगवाने के लिए 41 लोगों से एक करोड़ 65 लाख रुपये लिए। इतना ही नहीं रेलवे में नौकरी के लिए फार्म भरवाते समय 50,000 रुपये लिए गए, उसके उपरांत मैडिकल के नाम पर एक लाख रुपये तथा ज्वाईनिंग पत्र देने के नाम पर 3,50,000 रुपये लिए गए लेकिन जब ज्वाईनिंग पत्र लेकर बताए गए पते पर पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों ने किसी प्रकार की कोई भर्ती न होने की बात कही, जिससे इस भर्ती के फर्जीवाड़े का पता चला।
आर्थिक अपराध शाखा ने इस पर कार्यवाही करते हुए वर्ष 2015 में जींद आश्रम बस्ती निवासी मुनीष व उसके साथ असंध निवासी कृष्ण को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। इसके साथ ही मुख्य आरोपी पटना, बिहार निवासी देवेन्द्र शाह गुप्ता को भी वर्ष 2017 में मोहाली से गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। परंतु गुप्ता का साथी उत्तर प्रदेश के जिला बस्ती निवासी मनोज उफ अभिषेक को अब ईलाहाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे अदालत में पेश कर न्यायायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
अभियुक्त के कब्जे से एक लैपटॉप और दो मोबाईल भी बरामद हुए हैं।