घटना के 30 घन्टे बाद कार्रवाई तो दूर पुलिस ने मामला भी दर्ज नहीं किया
सोमवार शाम दबंगों ने किया था दलितों पर जानलेवा हमला, दो बुरी तरह घायल
एम्स में चल रहा है ईलाज, पुलिस निष्क्रिय , डीसीपी से मिलेंगे पीड़ित
नई दिल्ली : दिल्ली स्थित वसंत कुञ्ज नार्थ पुलिस थाना के अंतर्गत कटवारिया सराय में कांग्रेस पार्टी के अगड़ी जाती के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा के दलित समुदाय के कार्यकर्ताओं पर सोमवार को किये हमले के मामले में पीड़ित पक्ष न्याय के लिए दर दर भटक रहा है. खबर है कि कार्रवाई तो दूर पुलिस ने अभी तक मामला भी दर्ज नहीं किया है. पुलिस से गुहार लगाने के लिए उनके परिजन आज सम्बंधित थाने के एस एच ओ से मिलने थाने पहुंचे लेकिन थानेदार छूट्टी पर हैं. मामले को देख रहे इंस्पेक्टर इन्वेस्टीगेशन, पंकज पाण्डेय ने उन्हें कहा कि एस सी एक्ट के तहत मामला डी सी पी के निर्देशानुसार ही दर्ज होता है. वे इस मामले की नोटशीट तैयार कर डीसीपी को भेजेंगे .
देश की राजधानी दिल्ली भी दबंगों
की दबंगई से मुक्त नहीं है जबकि दिल्ली पुलिस भी ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में कोताही बरतती है. सोमवार शाम बाहरी दिल्ली के वसंत कुञ्ज नार्थ पुलिस थाना के अंतर्गत कटवारिया सराय में तीन दबंगों द्वारा भाजपा के दो दलित कार्यकर्ताओं के साथ खेल गया खूनी खेल इस बात को साबित करता है. कटवारिया सराय निवासी इन दलितों पर हुए जानलेवा हमले की घटना को अब तक लगभग 30 घंटे हो चुके हैं लेकिन पुलिस कार्रवाई की दिशा में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ी है. इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि खून से लथपथ एवं चलने से मजबूर एक व्यक्ति तो स्वयं आज न्याय मांगने अपने परिजनों के साथ थाना पहुंचे. इन्हें इस बात का क्षोभ है कि उनकी लिखित शिकायत को पुलिस द्वारा 24 घंटे बाद भी संवेदनशीलता से नहीं लिया गया है. अब तक मामला भी दर्ज नहीं किया गया है.
घायल सुखबीर सिंह के अनुसार उन्हें बताया गया कि थाना एसएचओ छुट्टी पर हैं. थाने में मौजूद इंस्पेक्टर इन्वेस्टीगेशन, पंकज पाण्डेय ने उन्हें बताया कि एस सी एक्ट के तहत मामला दर्ज करना डी सी पी के अधिकार क्षेत्र में आता है. वे इस मामले की नोटशीट तैयार कर डीसीपी को भेजेंगे. जाहिर है कि अब तक थाना पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. पीड़ित पक्ष के मन में पुलिस की कार्यशैली के प्रति संदेह है कि उनसे न्याय मिलेगा.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली स्थित वसंत कुञ्ज नार्थ पुलिस थाना के अंतर्गत कटवारिया सराय में कांग्रेस पार्टी के अगड़ी जाती के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के दलित समुदाय के कार्यकर्ताओं पर सोमवार को जानलेवा हमला कर दो लोगों को बुरी तरह घायल कर दिया था . खून से लथपथ बेहोशी की अवस्था में दोनों घायलों को एम्स ट्रौमा सेंटर में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया था. पीड़ित पक्ष ने सम्बंधित थाने में लिखित शिकायत कर एस सी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की . पुलिस ने शिकायत पर मामले की जाँच करने का आशवासन दिया लेकिन घटना के दूसरे दिन भी न तो किसी की गिरफ्तारी हुयी और न ही मामला दर्ज किया गया है. इस घटना से क्षेत्र के दलित समाज में भारी रोष है. पीड़ित पक्ष के एक दर्जन लोगों ने आज थाने में जाकर पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की लेकिन उन्हें तब मायूसी हाथ लगी जब यह बताया गया की एस एच ओ छुट्टी पर हैं साथ इस मामले को डीसीपी को भेजा जाएगा. अब तक किसी भी आरोपी को पुलिस न्र गिरफ्तार नहीं किया है.
संकेत यह है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव की राजनितिक प्रतिद्वंद्विता अब हिंसक रूप लेने लगी है. इसका विभत्स रूप होली के दिन इस घटना से देखने को मिला. दबंग जाति के तीन युवकों ने दलित समुदाय के भाजपा कार्यकर्ता सुखबीर सिंह व उनके दोस्त रविन्द्र कुमार पर अचानक जानलेवा हमला कर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया.
घटना में घायल हुए सुखबीर सिंह के अनुसार सोमवार को वह अपने दोस्त रविन्द्र कुमार के साथ सोमवार शाम लगभग तीन बजे आई आई ऍफ़ टी के सामने इंस्टीच्युस्नल एरिया के पास बिट्टू ढावा पर बैठा था. तभी अचानक तीन युवक हौंडा एक्टिवा स्कूटी न. डी एल 3 सी एस सी जेड 46२० है से आये और उन्हें जातिसूचक शब्दों से संबोधित करते हुए भद्दी गालियाँ देने लगे. तीनों ने आव देखा न ताव उन पर लाठियों-डंडों से हमला कर दिया. उन्होंने सुखबीर व रबिन्द्र दोनों को बुरी तरह घायल कर दिया. दोनों के मुंह , सिर, एवं हाथ तथा शरीर के अन्य भाग में काफी चोटें आईं हैं. घटना की जानकारी मिलते ही उनके परिजन वहां पहुंचे और उन्हें ईलाज के लिए घायल अवस्था में एम्स के ट्रामा सेंटर ले गए. इनमें से रविन्द्र की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है और उसका ईलाज वहां चल रहा है.
पीड़ित ने हमलावरों में से एक की पहचान ललित मोहन उर्फ़ बिट्टू पुत्र नरेन्द्र उर्फ़ सत्ते के रूप में की है जो 149 बी कटवारिया सराय का निवासी है. इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में भी दी है. बताया जाता है कि तीनों ही हमलावर अगड़ी जाती से सम्बन्ध रखते हैं और कांग्रेस पार्टी के कथित कार्यकर्ता बताये जाते हैं. दोनों बेहोश हो कर गिरा पड़े थे और इसी अवस्था में हमलावर उनके मोबाइल, नकदी, ड्राइविंग लाइसेंस एवं अन्य कागजात भी ले उड़े .
पीड़ित पक्ष के जय प्रकाश, विनोद और सुदेश का कहना है कि सभी हमलावर दबंग जाती के हैं और भाजपा का साथ छोड़ने का दबाव दाल रहे थे. हम लोगों के मना करने के बाद उन्होंने हमें जान से मरने की धमकी दी थी. वे सभी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता होने का दावा करते हैं और अपनी ऊँची राजनितिक पहुँच होने की धौंस देते हैं. उनका कहना है कि हम दलित समाज हैं और हमारा पूरा परिवार इस घटना से असुरक्षित महसूस कर रहा है. सभी डरे सहमे हुए हैं. उन्होंने पुलिस व प्रशासन से अपने परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने व आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
उनका कहना है कि इस सम्बन्ध में पुलिस की की निष्क्रियता से तो उन्हें निराशा ही हाथ लगी है. पीड़ित पक्ष के लोग अब न्याय के लिए डीसीपी से मिलेंगे .