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गुरुग्राम: हरियाणा के शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने कहा कि हरियाणा में शिक्षकों का मान-सम्मान करते हुए जल्द ही राज्य स्तर पर दिए जाने वाले पुरस्कारों की संख्या को बढ़ाया जाएगा।
वे आज राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् में आज तीन दिवसीय ‘44वीं राज्य स्तरीय जवाहर लाल नेहरू विज्ञान, गणित तथा पर्यावरण एग्जीबिशन 2016-17’ के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस अवसर पर उन्होने विभिन्न जिलो से आए बच्चों द्वारा तैयार किए गए मॉडलों की प्रशंसा की व विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।
प्रदर्शनी में उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग दिन-प्रतिदिन प्रगति की ओर अग्रसर है, परिणामस्वरूप पिछले कुछ समय में शिक्षा के स्तर में काफी सुधार आया है। उन्होंने कहा कि जिज्ञासा यदि शिष्य का नाम है तो समाधान गुरु का नाम है। उन्होंने कहा कि बच्चे को शिक्षा प्राप्त करने के लिए अध्यापक के प्रति श्रद्धा भाव का रखना अनिवार्य है। शिक्षा मंत्री गुरुग्राम को गुरू द्रोण की पावन धरती कहकर संबोधित किया और एकलव्य का उदाहरण देते हुए कहा कि एकलव्य में अपने गुरु के प्रति समर्पण भाव था। एकलव्य ने अपने मन में गुरु द्रोणाचार्य का चित्र अपने मन में धारण कर लिया था और उन्हें ही अपना गुरु मानकर पूरी लग्र व रूचि से धनुर विद्या सीखना शुरू किया। गुरु और शिष्य का इससे अच्छा उदाहरण और क्या हो सकता है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि भविष्य में एससीईआरटी को रिसर्च सैंटर बनाया जाएगा जहां पूरी दुनिया से लोग यहां आकर शोध कार्य करेंगे। उन्होने कहा कि यहां शिक्षा प्राप्ति का ऐसा वातावरण बनाया जाएगा ताकि बच्चे शिक्षा के साथ साथ संस्कारवान भी बन सकें। उन्होंने कहा कि राजकीय विद्यालयों, महाविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने तथा शिक्षकों का मान-सम्मान करते हुए हर विषय पर सैंकड़ो राज्य स्तर के पुरस्कार दिए जाएंगे तथा जेबीटी में पुरस्कारों की संख्या 10 होगी। इससे पहले प्रदेश में केवल 11 राज्य स्तरीय पुरस्कार शिक्षकों को दिए जाते रहे हैं।
कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने सभी विजेता प्रतिभागियों को बधाई देते हुए उन्हें पुरस्कृ त किया व उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर रॉकफार्ड कानवेंट स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा आकर्षक प्रस्तुति भी दी गई। प्रदर्शनी में प्रदेश के विभिन्न स्कूलों द्वारा 236 मॉडल तैयार किए गए थे।
इस अवसर पर एससीईआरटी की निदेशिका किरण मई, जिला शिक्षा अधिकारी नीलम भंडारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रामकुमार फलसवाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।