नई दिल्ली : रक्षा मंत्रालय बेहतर शासन और कामकाज के लिए नए विचारों को प्रस्तुत करने के उद्देश्य से अपने विभागों के सामने आने वाले विभिन्न मुद्दो और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए 19 जून और 20 जून 2023 को नई दिल्ली में चिंतन बैठक सत्रों ‘ चिंतन शिविर ‘ का आयोजन करेगा। रक्षा विभाग ( डीओडी ) , रक्षा उत्पादन विभाग ( डीडीपी ) , सैन्य मामलों का विभाग ( डीएमए ), पूर्व सैनिक कल्याण विभाग ( डीईएसडब्ल्यू ) ने कई विषय वस्तुओं की पहचान की है जिन पर इन विषयों के विख्यात विशेषज्ञ मंत्रालय के अधिकारियों के साथ अपने विचारों को साझा करेंगे।
रक्षा विभाग
निम्नलिखित विषय पर विचार विमर्श करेगा :
– राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए व्यापक दृष्टिकोण
– साइबर सुरक्षा चुनौतियां
– राष्ट्रीय सूचना सुरक्षा नीति और दिशानिर्देश
– निष्पादन लेखापरीक्षा
– सैनिक स्कूल शिक्षा प्रणाली
– रक्षा अधिग्रहण में क्षमता निर्माण
रक्षा उत्पादन विभाग
निम्नलिखित विषय पर चर्चा करेगा :
– उत्पादन और रक्षा निर्यातों को बढ़ाना
– आत्मनिर्भरता में वृद्धि करना : स्वदेशीकरण के लिए भविष्य की कार्ययोजना
– औद्योगिक इकोसिस्टम और कुशल कार्यबल
– सबको समान अवसर प्रदान करने में वृद्धि
– गुणवत्ता सुधार
सैन्य मामलों का विभाग
विभाग द्वारा चुने गए विषयों में मानव संसाधन पहलुओं को एकीकृत और इष्टतम करने, अधिक समन्वय अर्जित करने की दिशा में प्रशिक्षण और प्रचालनगत मुद्दों तथा रणनीतिक कार्यक्षेत्रों में सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और क्षमता संवर्धन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं। इनमें औपनिवेशिक प्रथाओं तथा अप्रचलित कानूनों की पहचान करना और उन्हें समाप्त करना तथा सशस्त्र बलों के कामकाज में देश के अपने लोकाचारों और प्रचलनों को और अधिक सन्निहित करना भी शामिल है।
पूर्व सैनिक कल्याण विभाग
डीईएसडब्ल्यू द्वारा पहचान की गई विषय वस्तुओं में निम्नलिखित शामिल हैं :
– पूर्व सैनिकों के लिए बेहतर पेंशन सेवाओं तथा अन्य कल्याणकारी उपायों के लिए स्पर्श का लाभ उठाना
– रोजगारपरकता में सुधार लाने के द्वारा पूर्व सैनिकों का पुनर्वास और पूर्व सैनिकों द्वारा सूक्ष्म उद्यमों की शुरुआत के लिए उद्यमशीलता को बढ़ावा देना।
– पूर्व सैनिकों की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
चिंतन शिविर का समापन विभिन्न विभागों में संगठनात्मक दक्षता बढ़ाने के लिए विचारों तथा सुझावों को आमंत्रित करने के लिए एक खुले सत्र के साथ होगा। इस कार्यक्रम का आयोजन अभी तक अर्जित किए गए लक्ष्यों का वास्तविक समय लेखा परीक्षण करने और वास्तविक समय सीमा में वांछित लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ने का रास्ता निकालने के सरकार के निर्देशों के अनुरुप किया जा रहा है।