दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में लाइन लॉसेस हुए कम : अमित खत्री
गुरुग्राम, 19 मई। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक आज हरियाणा पॉवर युटिलिटिज के चैयरमैन पी के दास की अध्यक्षता में पंचकूला में हुई। उन्होंने कहा कि हमने वर्ष 2023-24 में राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य निर्धारित किया है।
उन्होंने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम को लाइन लॉस में कमी करने पर अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए उनके अथक परिश्रम के लिए बधाई दी।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होने कहा कि पीक सीज़न में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होने आगाह करते हुए कहा कि मैटेरियल बैंक बनाना आज समय की आवश्यकता है। जिसमें ट्रांसफार्मर, केबल, पोल आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही पहले से उपलब्ध सामान की गुणवत्तापुर्ण जांच सुनिश्चित की जाए। उन्होने कहा कि आंधी तूफान जैसे आपदाओं के तत्काल बाद यथाशीघ्र रिपेयर एवं मैंटेनैंस सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि बिजली चोरी समाजिक अपराध है, इसलिए बिजली चोरी के खिलाफ सतत् अभियान चलाया जाए। इसके लिए उन्होने पुलिस महानिरीक्षक श्री राजेन्द्र कुमार एवं प्रबंध निदेशक श्री अमित खत्री को संयुक्त टीम बनाने का परामर्श दिया।
पी के दास ने कहा कि बिजली कम्पनियां द्वारा अपने सामाजिक दायित्व निर्वहन के तहत पुस्तकालय स्थापना, ग्रामीण प्रवेश में खेल की सम्भावनाओं को बडे मंच तक पहुंचाने के लिए नवोदित खिलाडियों का सहयोग एवं स्वास्थ्य उपकरणों का वितरण रचनात्मक पहल है।
इस अवसर पर बैठक में उपस्थित दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक अमित खत्री ने बताया कि बिजली निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों की कर्तव्य परायणता, परिश्रम व प्रयासों के फलस्वरूप इस वर्ष एग्रीगेट ट्रांसमिशन एंड कमर्शियल (ए. टी. एंड सी) घाटे में 1.81 प्रतिशत की कमी आई है। निगम के ए.टी. एंड सी. लॉसिज पिछले वर्ष की तुलना में 10.98 प्रतिशत से घटकर इस वर्ष 9.17 प्रतिशत के स्तर पर आ गए हैं।
इसी प्रकार लाइन लॉसिज में 1.38 प्रतिशत की कमी आई है, जो पिछले वर्ष तुलना में 13.18 प्रतिशत से घटकर इस वर्ष 11.80 प्रतिशत पर आ गया है। ट्रांसफार्मर डैमेज रेट में इस वर्ष 1.23 प्रतिशत की कमी आई है, जो पिछले वर्ष 8.87 प्रतिशत से घटकर 7.64 प्रतिशत हो गया है। डिफाल्टिंग राशि का ट्रेंड बढने का था, वह ट्रेंड इस वर्ष घटने का है। डिफॉल्टिंग राशि गत वर्षों की बजाय 26 करोड रुपए कम हुई है। पुरानी डिफॉल्टिंग राशि 4639 करोड़ रुपए थी, यह राशि प्रतिवर्ष बढ़ती थी, मगर इस वर्ष बिजली निगम में पहली बार डिफॉल्टिंग राशि 4613 करोड़ रुपए है जोकि बढ़ने की बजाय उसमें कमी आई है।
श्री खत्री ने कहा कि बढ़ती गर्मी की वजह से बिजली की मांग को देखते हुए विशेष कार्यबल के माध्यम से मैंटनैंस और रिपेयरिेग कार्य पर फोक्स किया गया है। उन्होने बताया कि बिजली वितरण निगम सामाजिक दायित्व निर्वहन योजना के तहत विविध गतिविधियों को संयोजित कर रहा है, जिसमे सिरसा जिले में एक पुस्तकालय व कुछ गांव में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देना शामिल है।
बैठक में एचवीपीएनएल व एचपीजीसीएल के प्रबंध निदेशक, सचिव, विद्युत विभाग हरियाणा मोहम्मद शाईन एवं पुलिस महानिरीक्षक सर्तकता एचपीयुएस राजेन्द्र कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे। बैठक में दक्षिण हरियाणा बिजली विरण निगम के निदेशक नीरज आहूजा, मुख्य अभियंता नवीन वर्मा, कम्पनी सेक्रेटरी सौरभ गुप्ता के साथ इंजीनिर्यस एवं अधिकारी उपस्थित रहे।