रामायण व महाभारत काल से ही छठ पर्व मनाने की परंपरा रही है : राजेश भाटिया

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त्योहारों के देश भारत में कई ऐसे पर्व हैं, जिन्हें काफी कठिन माना जाता है और इन्हीं में से एक है लोक आस्था का महापर्व छठ, जिसे रा
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फरीदाबाद : त्योहारों के देश भारत में कई ऐसे पर्व हैं, जिन्हें काफी कठिन माना जाता है और इन्हीं में से एक है लोक आस्था का महापर्व छठ, जिसे रामायण और महाभारत काल से ही मनाने की परंपरा रही है। जननायक जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी राजेश भाटिया ने यह गरिमा पूर्ण उदगार सेक्टर 22 स्थित हनुमान मंदिर में आयोजित भव्य मां छठ पर्व के पावन अवसर पर संबोधित करते हुए प्रकट किए ! इस पावन पवित्र कार्यक्रम के आयोजन करता

अखिलेश मिश्रा व गणेश तिवारी ने राजेश भाटिया का समस्त पूर्वांचल समाज की ओर से भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया .  राजेश भाटिया ने पूर्वांचल सभी भाई बहनों को देशभर में मनाए जा रहे छठ महापर्व की बधाई देते हुए कहा कि इस पूजा के लिए चार दिन महत्वपूर्ण हैं नहाय-खाय, खरना या लोहंडा, सांझा अर्घ्य और सूर्योदय अर्घ्य। छठ की पूजा में गन्ना, फल, डाला और सूप आदि का प्रयोग किया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, छठी मइया को भगवान सूर्य की बहन बताया गया हैं। इस पर्व के दौरान छठी मइया के अलावा भगवान सूर्य की पूजा-आराधना होती है। कहा जाता है कि जो व्यक्ति इन दोनों की अर्चना करता है उनकी संतानों की छठी माता रक्षा करती हैं। कहते हैं कि भगवान की शक्ति से ही चार दिनों का यह कठिन व्रत संपन्न हो पाता है।

रामायण व महाभारत काल से ही छठ पर्व मनाने की परंपरा रही है : राजेश भाटिया 2आयोजित छठ महापर्व पर जननायक जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी राजेश भाटिया के साथ साथ ज़िला प्रधान महासचिव  हरिराम किराड़  ने संध्या अर्घ दिया.!! इस मौके पर The बिहार यूथ के अध्यक्ष  राहुल झा , उप प्रधान जितेंद्र महतो , महासचिव  रमेश चौरसिया जी, धर्मेंद्र , सचिव श्रवण , चंद्रमौली  और सुमित झा, उदित, सुभाष, विजय कुमार, राजकुमार, राम मोहन, सुजीत, ज्योतिष, राजेश राय जिला महासचिव हरिराम किराड़, जिला कोषाध्यक्ष गगन अरोड़ा, रिंकल भाटिया, अरविंद शर्मा उपस्थित रहे.

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