अब विकास का पैसा सीधे ग्राम पंचायत को जाएगा : धनखड़

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ग्राम पंचायतों को शिक्षित से सक्षम बनाने का अभियान 

अब विकास का पैसा सीधे ग्राम पंचायत को जाएगा : धनखड़ 2गुरुग्राम:  हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण तथा विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने आज कहा कि ग्राम पंचायतों को अब शिक्षित से सक्षम बनाने की ओर लेकर जाना है. इसमें सरकार सहयोगी और प्रेरक का काम करेगी। उन्होंने कहा कि 14 वें वित्त िआयोग ने यह तय किया है कि अब विकास का पैसा सीधे ग्राम पंचायत को जाएगा
श्री धनखड़ आज गुरुग्राम के हिपा में विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा आयोजित की गई एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला नामत: हमारी योजना-हमारा विकास में बोल रहे थे। इस कार्यशाला में प्रदेशभर से उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी,ख्खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी तथा ग्राम सचिव व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

 

गांव के विकास की योजनाएं उस गांव के लोग स्वयं बनाएं

उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव के विकास की योजनाएं उस गांव के लोग स्वयं बनाएं और उनका क्रियान्वयन करें। योजना मेें जब उनकी हिस्सेदारी होगी तो वे क्रियान्वयन में भी चाव से भागीदारी करेगें, इससे गांव के लोगों में यह एहसास आएगा कि योजना हमारी है। श्री धनखड़ ने कहा कि गांव की जरूरत के अनुसार ग्राम सभा में सभी के विचार लेकर ये योजनाएं बनाई जानी चाहिए और उसमें भी ग्रामीण स्वयं विकास कार्यों की प्राथमिकताएं तय करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण जब चाहेंगें कि उनके यहां उपलब्ध समस्त संसाधन गांव के विकास पर लगे, तभी सही मायने में गांव का विकास संभव है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह विकास योजना कोई साधारण पुस्तक नहीं बल्कि पूरे गांव के सपनों की पुस्तक हो और उन सपनों को पूरा करने के लिए हर ग्रामीण अपनी क्षमता अनुसार योगदान दें।

गांव में 15 से 20 प्रतिशत घर खाली पड़े हैं

श्री धनखड़ ने अधिकारियों से कहा कि वे पंचायतों को सक्षम और स्वावलंबी बनाने में अपना मार्गदर्शन दें। उन्होंने कहा कि अधिकारी ग्राम पंचायतों को विजन दें, पंचायतें करिश्मा कर सकती हैं और उनके पास क्षमता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों से अपने गांव का विकास करवाना है, उन्हें करके नहीं देना। उन्होंने कहा कि आज हर गांव में 15 से 20 प्रतिशत घर खाली पड़े हैं क्योंकि वो लोग शहरों में बस गए। इससे शहरों पर आबादी का दबाव भी बढ़ा है और जब गांव के स्तर पर सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी तो यह दबाव भी कम होगा। श्री धनखड़ ने कहा कि गांव में जीवन को खुशहाल बनाना है और यह दायित्व नीयति ने उन्हें दिया है। 
इससे पहले, भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय के संयुक्त सचिव संजीवपत जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि ग्राम उदय से भारत उदय कार्यक्रम चल रहा है। उन्होंने कहा कि 14वें वित्त आयोग मेें प्रावधान किया गया है कि विकास का पैसा सीधे ग्राम पंचायत को जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015-16 व 2016-17 के दौरान भी हरियाणा में ग्राम पंचायतों को एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा धनराशि विकास के लिए मुहैया करवाई गई है। इसके अलावा भी अन्य योजनाओं में धनराशि मुहैया करवाई जाती है। सभी योजनाओं का समावेश करके ही ग्रामीण विकास की योजनाएं तैयार की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान को प्रोत्साहित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए क्योंकि वर्तमान में कृषि कार्य को अकुशल श्रेणी में माना जाता है। उन्होंने कहा कि गांव की मूलभूत आवश्यकता बिजली, पानी, सडक और रोजगार है। 
अपर मुख्य सचिव श्रीमती नवराज संधू ने प्रेंजनटेंशन के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को ग्राम विकास की योजना तैयार करने के मुख्य बिंदूओं के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में ग्रुरुग्राम के गांव भोड़ाकलां के सरपंच यजुवेन्द्र शर्मा और हिसार के गांव बीड़ के सरंपच मनोज ने अपने-अपने अनुभव सांझे किए। 
इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण तथा विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने सराहनीय कार्य करने वाले विकासं एवं पंचायत विभाग के नौ अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया।   इस मौके पर हिपा के महानिदेशक श्री जी. प्रसन्ना कुमार, विकास एवं पंचायत विभाग के निदेशक अशोक मीणा सहित विभिन्न जिलों के उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त तथा विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे। 

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