एच एन एस ने स्वामी विवेकानन्द की जंयती मनाई

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स्वामी विवेकानंद ने सर्वधर्म सम्भाव का सन्देश दिया 

गुरुग्राम :  हरियाणा नवनिर्माण सेना ने गुरुवार को देश के महान संत स्वामी विवेकानन्द  की जंयती बडे हर्षोल्लास से मनाई। इस अवसर पर स्वामी विवेकानन्द  के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित किये। इस अवसर पर हरियाणा नवनिर्माण सेना के प्रदेश प्रवक्ता योगेश शर्मा ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश के लाखों युवा मर मिटने को तैयार है। देश के लिए यह भावना अच्छी है।

 

लेकिन हर काम और हर संकल्प के लिए जरूरी है आपके खुद के नैतिक एवं जीवन मूल्य और इनकी बात आते ही सबसे पहले जहन में नाम आता है स्वामी विवेकानन्द का। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने सर्वधर्म सम्भाव और शांति एवं भाईचारे का संदेश दिया जो हर युग में प्रासंगिक रहेगा। उन्होंने बताया कि सत्य की तालाश में जीवन बिताने वाले विवेकानंद का जीवन आज की वर्ततान पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि युवाओं को देश की खातिर अपना सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए हरदम तैयार रहना चाहिए। स्वामी विवेकानंद एक महापुरूष थे। युवा क्रांति के विचारक स्वामी विवेकानंद का पहले का नाम नरेंद्र नाथ था। उनके जीवन का एकमात्र उद्वेश्य सिर्फ परमेश्वर के बारे में जानना और जीवन के अर्थ को समझना था। उनके बताये मार्ग पर चलना और उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्वाजलि होगी ।
उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद को युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बताते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद प्रखर बुद्धि के युवा सन्यासी थे, जिनके गुणों और विचारों को अपनाकर आज की युवा पीढ़ी समाज और राष्ट्र को नई दिशा दे सकती है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जीवनकाल मात्र 39 वर्ष का रहा। इतनी कम आयु में ही उन्होंने अपनी दूरदर्शी विचारधारा से ना केवल भारत वर्ष बल्कि पूरे विश्व को मानवता व प्रगति की नई दिशा दी थी। अपने जीवन में सदैव उनका यही संदेश रहा कि लक्ष्य को प्राप्त किए बिना रूकना नही चाहिए। लक्ष्य प्राप्ति के लिए अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए।
इस अवसर पर सूरत नगर के पूर्व प्रधान मनोज शर्मा, शिवनाथ उर्फ शिब्बू, मुकेश शर्मा, सोनू सौलंकी, हितेश कुमार, रितेश सिंह, श्रीमती मधू बाला, श्रीमती राजबाला, श्रीमती केवला देवी, श्रीमती कमला देवी, श्रीमती लाली, श्रीमती सरोज बाला आदि भी मौजूद थे।

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