अब नगीना वाकई नगीना हो गया : राज्यपाल

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वाणी एवं श्रवण नि:शक्तजन कल्याण केन्द्र, नगीना का उदघाटन

यूनुस अलवी

नूंह : हरियाणा वाणी एवं श्रवण नि:शक्तजन कल्याण समिति की ओर से बुधवार को नूंह जिले में वाणी एवं श्रवण नि:शक्तजन कल्याण केन्द्र, नगीना का उदघाटन महामहिम राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने किया। इस मौके पर उन्होंने उक्त केन्द्र में उपलब्ध कराई गई जनसुविधाओं एवं नवनिर्मित भवन का निरीक्षण भी किया। 

 

इस मौके पर राज्यपाल सोलंकी ने उक्त समिति के जिलाध्यक्ष एवं उपायुक्त मनीराम शर्मा की सराहना करते हुए कहा कि मेरे प्रति यहां लोगों की ओर से दिखाई गई आत्मीयता ने मेरा दिल छू लिया है। उन्होंने कहा कि मेवात का यह स्थान नगीना अब तक एक आम स्थान था मगर अब नगीना वाकई नगीना हो गया है। उन्होंने कहा कि इस जिले में वाकई ऐसे केन्द्र की अति आवश्यकता थी। यहां पर यह केन्द्र खुल जाने से मूक एवं बधिर बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने का बेहतर अवसर प्रदान होगा और उन्हें अपनी बात व सम्मयां रखने में भी आसानी होगी। साथ ही स्मार्ट क्लास रुम और दक्ष शिक्षक होने से यहां पर विद्यार्थी उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। 

 

उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे किसी कमी की वजह से बोल नहीं सकते थे, कुछ सुन नहीं सकते हैं, अब उनको इस केन्द्र की सुविधाओं का पूरा-पूरा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यहां पेश रंगारंग कार्यक्रम देखकर कोई नहीं बता सकता कि ये बच्चे किसी आम बच्चे से कम हैं। उन्होंने कहा कि नगीना में यह आठवां केन्द्र खोला गया है। इससे पहले गुडगांव, करनाल, सिरसा, पंचकुला, रायपुररानी और हिसार में ऐसे केन्द्र खुल चुके हैं। राज्यपाल ने कहा कि मुझे आज तक नहीं पता था कि सरकार पांच साल से अधिक उम्र के बच्चों को नि:शक्तता दूर करने के लिए मदद नहीं देती। उन्होंने कहा कि अगर उपरोक्त समिति उनके सामने कोई ऐसा प्रस्ताव लाएगी तो वे उसे पहल आधार पर मंजूरी दिलाने के लिए सरकार के पास भेजेंगे।

 

उन्होंने कहा कि नि:शक्तजनों के कल्याण के लिए हरियाणा सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है। रियो ओलंपिक में पदक लाने वाली दीपा मलिक को सरकार ने चार करोड़ रुपए का इनाम दिया है, वहीं एक लाख 3 हजार स्कूल जाने वाले बच्चों को वजीफा प्रदान किया गया है तथा अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले ऐसे बच्चों को भी सम्मानित किया जा रहा है, जिनको सरकार ने भीम पुरस्कार देने की भी घोषणा की है। नि:शक्तजन भी आईएएस और आईपीएस बन सकते हैं, बशर्ते कि उनमें मेहनत करने का जज्बा हो। इस संस्था को किसी भी दृष्टि से सुविधाओं की कमी नहीं आने दी जाएगी। 

 

उपायुक्त मनीराम शर्मा ने कहा कि वे खुद इस स्थिति से बचपन से लेकर 34 साल तक गुजरे हैं। यह बच्चे किसी भी दृष्टि से नि:शक्त नहीं हैं, बल्कि नि:शक्त तो हमारा सिस्टम हैं, जोकि इनकी क्षमताओं का पूरा लाभ नहीं उठा पा रहा। इस मौके पर वाणी एवं श्रवण नि:शक्तजन कल्याण समिति की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनीता शर्मा ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए समिति की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर एडीसी नरेश कुमार नरवाल, एसपी कुलदीप यादव, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मीनाक्षीराज, गौसेवा आयोग के चेयरमैन भानीराम मंगला, भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप आर्य, फिरोजपुर झिरका से विधायक नसीम अहमद, आलम उर्फ मुंडल, कुंवर संजय सिंह, जाहिद हुसैन बाई, निगरानी समिति के चेयरमैन धर्मेन्द्र सोनी, नरेन्द्र पटेल, इकबाल जेलदार, संजय सिंगला सहित अन्य लोग मौजूद रहे। इस मौके पर समिति की ओर से उपायुक्त मनीराम शर्मा को राज्यपाल सोलंकी ने उनके नि:शक्त जनों के कल्याण के लिए किए गए बेहतर कार्यों के लिए सम्मानित किया। 

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