ब्राजील के सहयोग से हिसार में पशुओं की नस्ल सुधार के लिए उत्कृष्टता केंद्र खोला जाएगा : जे.पी. दलाल

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चण्डीगढ़, 19 जुलाई : हरियाणा के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हिसार में पशुओं की नस्ल सुधार के लिए उत्कृष्टता केंद्र ब्राजील के सहयोग से स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा, पशुओं के आहार में प्रोटीन की मात्रा को बढाने के लिए कनाडा की कंपनी द्वारा एक सेंटर राज्य में खोला जाएगा जिसके तहत इस कंपनी का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही हरियाणा का दौरा करेगा और उसके पश्चात एक समझौता ज्ञापन होगा।

यह जानकारी आज यहां हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण और पशुपालन एवं डेयरिंग मंत्री श्री जे.पी. दलाल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी।

ब्राजील दौरे के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि ब्राजील में वर्ष 1911 में भावनगर के राजा ने गिर नस्ल की गायों को दान के स्वरूप ब्राजील को दिया था और उसके बाद ब्राजील ने इन गायों की नस्ल सुधार में काम किया गया। उन्होंने कहा कि ब्राजील में गिर गाय की नस्ल में सुधार कर गिरलैंडो नस्ल को तैयार किया गया है जो औसतन 15 लीटर दूध देती हैं जिसमें 99 प्रतिशत जेनेटिक्स हमारे देश की गिर गाय के पाए जाते हैं। श्री दलाल ने कहा कि गिर गाय की नस्ल सुधार की तर्ज पर देसी, हरयाणा, साहीवाल और राठी गाय की नस्लों में सुधार हो।

उन्होंने कहा कि स्वदेशी नस्ल की गायों के विकास हेतु एम्ब्रापा, ब्राजील के सहयोग से हरियाणा में उत्कृष्ठता केन्द्र की स्थापना की जाएगी। ब्राजीलियन एसोसिएशन ऑफ जेबू ब्रीडर्स (एबीसीजेड) से गिर जर्मप्लाज्म (वीर्य/भ्रुण) का आयात किया जाएगा। इसके अलावा, ब्राजील की एक जीनोमिक्स कम्पनी एल्टा जैनेटिक्स को गुणवत्ता वाले मुर्राह जर्मप्लाज्म के निर्यात की संभावनाएं तलाशी जाएगी। उन्होंने बताया कि एम्ब्रापा से एम्ब्रयो ट्रांस्फर टैक्नोलोजी (ईटीटी) और इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन(आईवीएफ) पर हरियाणा सरकार के मानव संसाधन का प्रशिक्षण भी होगा।

उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य में कृषि क्षेत्र में व्यापार के अवसर तलाशने हेतु इंडो ब्राजीलियन चैंबर ऑफ कामर्स के सदस्यों को निमंत्रण दिया गया है राज्य में डेयरी विकास और देसी पशु नस्लों के सुधार के क्षेत्र में पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंधों को और अधिक मजबूत करने के अलावा एम्ब्रयो ट्रांस्फर टैक्नोलोजी (ईटीटी) और इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) जैसी प्रोद्योगिकियों का संयुक्त अनुसंधान और आदान-प्रदान भी होगा।

कनाडा दौरे के संबंध में उन्होंने बताया कि राजकीय पशुधन फार्म, हिसार में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पी.पी.पी.) से सुअर पालन (200 क्षमता प्रजनन फार्म) के लिए उत्कृष्टता केन्द्र की स्थापना करना, राजकीय पशुधन फार्म, हिसार में स्वच्छ दूध उत्पादन हेतु आधुनिक प्रबन्धन डेयरी फार्म प्रथाओं सहित अत्याधुनिक डेयरी फार्म स्थापित करना, स्वदेशी गायों और भैंसों के लिए हिसार में सैक्सड सोर्टिड सीमन संस्थान की स्थापना हेतु सीमेक्स जेनेटिक्स से सहयोग मिलेगा। इसके अलावा, अगले वर्ष मई माह में एम्ब्रयो ट्रांस्फर टैक्नोलोजी (ईटीटी) के प्रशिक्षण हेतु मानव संसाधन विनियम, जिसके लिए यह सहमति बनी है कि हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड (एच.एल.डी.बी.) द्वारा सास्काचेवान विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण हेतु विभाग के 2-3 अधिकारियों को नामांकित किया जाएगा ।

उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य के साथ मिलकर कनाडा में कृषि और संबंधित क्षेत्र में व्यवसाय के अवसरों का पता लगाना और पूरक सहयोग हेतु कृषि और संबंधित क्षेत्र की प्रौद्योगिकियों में हरियाणा राज्य में निवेश करने के लिए संयुक्त उद्यम समूहों की पहचान करना, कनाडा में पशु आहार निर्माण में अग्रणी उत्पादकों में से एक प्रोविटा द्वारा पशु चारा सामग्री निर्माण संयंत्रों की स्थापना शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, हरियाणा राज्य में कृषि क्षेत्र में स्मार्ट सीडर टैक्नोलॉजी जैसी प्रौद्योगिकियाँ अपनाने हेतु सास्काढून, सास्काचेवान, कनाडा में क्लीन सीड प्रोडक्शन प्राईवेट लिमिटिड कम्पनी का दौरा किया गया। स्मार्ट सीडर टैक्नोलॉजी अपनाने से भारतीय कृषि प्रणाली की प्राथमिक लागत कम करने, फसल उत्पादकता और मिट्टी की उर्वरकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।

ब्राजील दौरे के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि ब्राजील दौरे के दौरान हरियाणा के बारे में भी संस्थाओं, संगठनों व सरकारों के अधिकारियों को बताया गया कि हरियाणा कृषि के क्षेत्र में नंबर एक हैं, दूध उत्पादन में नंबर-2 पर हैं, उद्योग में अग्रणी हैं, आईटी का हब हैं, 500 फार्चयून कंपनियांें के कार्यालय हरियाणा में हैं।

इस अवसर पर हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन श्री रणधीर सिंह गोलन, हरियाणा वन विकास निगम के चेयरमैन धर्मपाल गोंदर, हरियाणा पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री पंकज अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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