“आओ हरियाणा में कुश्ती जीतो : एक करोड़ ले जाओ “

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23 मार्च को शहीदी दिवस पर अंबाला में भारत केसरी दंगल : अनिल विज 

चण्डीगढ़ :  हरियाणा के खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री अनिल विज ने बताया कि 23 मार्च को शहीदी दिवस के अवसर पर अंबाला में एक करोड़ रुपए के ईनाम का भारत केसरी दंगल आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए खेल विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा और खेल से जुड़े लोगों का अनुभव व सहयोग लेने के लिए राज्य, जिला व ब्लॉक स्तर पर स्पोर्ट कौंसिल भी बनाई जाएंगी। 
श्री विज ने आज इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गत दो वर्ष में हरियाणा सरकार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक विजेता खिलाडिय़ों को हरियाणा राज्य डिवल्पमैंट फंड के तहत 92.40 करोड़ रुपए की राशि पुरस्कार के रूप में दी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रत्येक जिला में खेल का स्वर्ण जयंती सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिस पर 5-5 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिला में विभिन्न खेलों के लिए स्वर्ण जयंती इंडोर स्टेडियम भी स्थापित किए जाएंगे और इन पर 25 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। 
खेल मंत्री ने बताया कि प्रत्येक जिला में तीन करोड़ रुपए की लागत से स्वर्ण जयंती खेल सुविधा केन्द्र की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला और एकमात्र राज्य है, जहां ओलंपिक और पैरालम्पिक खिलाडिय़ों को ईनाम की एक जैसी राशि दी जाती है। उन्होंने बताया कि इन दोनों वर्गों में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपए, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक विजेता को 2.50 करोड़ रुपए का नगद पुरस्कार देने के साथ-साथ प्रत्येक प्रतिभागी खिलाड़ी को 15 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाता है। 

 

उन्होंने बताया कि एशियन खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़ रुपए, रजत पदक के लिए 1.50 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता के लिए 75 लाख रुपए के ईनाम का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता के लिए प्रत्येक प्रतिभागी खिलाड़ी को भी 7.50 लाख रुपए देने का व्यवस्था है। इसी प्रकार कॉमनवैल्थ गेम में स्वर्ण पदक के लिए 1.50 करोड़, रजत पदक के लिए 75 लाख तथा कांस्य पदक के लिए 50 लाख रुपए के पुरस्कार व प्रतिभागिता के लिए 7.50 लाख रुपए देने का प्रावधान किया गया है।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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