‘अनिल विज ने जो कहना होगा सामने आकर कहेगा, कभी छिपकर वार नहीं करेगा’

Font Size

एसडी कालेज में पहुंच अपने छात्र जीवन की यादों में खोए गृह मंत्री अनिल विज

अनिल विज को राजनीति में लाने वाले प्रोफेसर गोपाल कृष्ण और प्रिंसिपल गोपालदास कपूर को याद किया गृह मंत्री अनिल विज ने

चंडीगढ़, 20 जनवरी । राजनीति के गब्बर कहे जाने वाले हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज अपनी प्रभावी कार्यशैली और तेज तर्रार बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहते हैं। आक्रामक अंदाज एवं एक्शन मोड में रहने वाले गृह मंत्री अनिल विज विरले ही सहज स्वभाव में नजर आते हैं। अम्बाला छावनी एसडी कालेज से शिक्षा उत्तीर्ण करने वाले गृह मंत्री अनिल विज जब एक समारोह में इसी कालेज में पहुंचे तो सहज अंदाज में पुरानी यादों को तरों-ताजां कर गए। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्हें राजनीतिक में लाने वाले गणित के प्रोफेसर गोपाल कृष्ण ही थे जिनकी बदौलत आज वह राजनीति में आकर इस मुकाम पर पहुंच जनसेवा में जुटे हैं। उनके समय कालेज प्रिंसिपल गोपालदास कपूर को उनपर गहरा भरोसा था और वह यहां तक कहते थे कि ‘अनिल विज ने जो कहना होगा सामने आकर कहेगा, कभी छिपकर वार नहीं करेगा’। गृह मंत्री ने कालेज जीवन के अन्य पलों को सांझा भी किया।

आज मैं जो कुछ हूं प्रो. गोपाल कृष्ण की बदौलत हूं : अनिल विज

गृह मंत्री अनिल विज बीएससी उत्तीर्ण है और कालेज में गणित प्रो. गोपाल कृष्ण उनके गुरू थे। उन्होंने मंच से ही कहा कि ‘आज मैं जो कुछ हूं, प्रोफेसर गोपाल कृष्ण की बदौलत हूं, मेरा राजनीतिक जीवन इसी एसडी कालेज में शुरू हुआ। सन् 1969-70 में विद्यार्थी परिषद में गोपाल कृष्ण जी ही उन्हें लेकर आए थे और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा में भी गोपाल कृष्ण जी ही लेकर गए थे। अगर वो मुझे इस रास्ते पर न लेकर जाते तो न जाने मैं भटककर किस रास्ते पर चला जाता और कहां होता, मैं जो कुछ हूं आज इन्हीं की बदौलत हूं।‘

जब प्रिंसिपल गोपालदास ने सीना ठोककर कहा ‘अनिल विज कभी झूठी शिकायत नहीं करेगा, जिस दिन करेगा सच्ची करेगा’

गृह मंत्री अनिल विज ने कालेज दिनों का किस्सा सुनाते हुए बताया कि उस समय कालेज प्रिंसिपल गोपालदास कपूर होते थे और वह उन्हें कभी नहीं भूला सकते। उनकी सोच और उनकी गहराई को वह कभी नहीं भूला सकते। गृह मंत्री विज ने बताया कि कालेज में एक बार एक हादसा हुआ और इल्जाम उनपर पर लगा कि अनिल विज ने यह किया है। बहुत लोग उनके पीछे पड़ गए, सारे प्रोफेसर इकट्‌ठा हो गए और वहां कहा गया कि जब तक जिसने शरारत की है उसे सजा नहीं दी जाती तब तक शिक्षण का कार्य कालेज में आगे नहीं बढ़ाएंगे। तब प्रिंसिपल गोपालदास कपूर ने कहा कि ‘तो फिर आप बताओं यह शरारत किसने की, तो एक महोदय ने कहा कि यह शरारत अनिल विज ने की है’। इसपर प्रिंसिपल गोपालदास ने छाती ठोककर कहा कि ‘अनिल विज कभी झूठी शिकायत नहीं कर सकता, जिस दिन करेगा सच्ची करेगा और मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि अनिल विज यह काम नहीं कर सकता’। गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि यह बात कहकर प्रिंसिपल गोपालदास ने पूरा मामला डिफ्यूज कर दिया। इसके बाद जल्द ही पता चला कि किसी और ने यह झूठी शिकायत की थी। गृह मंत्री विज ने कहा कि ‘मैं उनका सदा आभारी रहता हूं कि उन्होंने मेरी पहचान की और कहा कि अनिल विज ने जो कहना होगा मुंह पर आकर कहेगा छिपकर वार नहीं करेगा।‘ उन्होंने कहा कि उनके शिक्षण संस्थान ने उन्हें संस्कार दिए उन्हीं की बदौलत वह कुछ कर सके हैं।

Table of Contents

You cannot copy content of this page