नई दिल्ली : दुनिया में स्वरों की देवी कही जाने वाली लता मंगेशकर के जीवन कि हर वो कहा जानकारी अब सामने आ रही है जो उनके लिए ही नहीं दुनिया के लिए ख़ास है. दुनिया में संगीत की सर्वोत्तम यूनिवर्सिटी लता मंगेशकर कितने दिन स्कूल गईं और कितनी शिक्षा दीक्षा ली यह जानना भी बड़ा आवश्यक है. उनकी शिक्षा दीक्षा के बारे में जानकार दुनिया आश्चर्यचकित ही नहीं भौचक रहा जायेगी क्योंकि सदियों तक संगीत की आकाश में भारत का यह सितारा चमकता रहेगा. कम से कम इस युग में तो उनकी कमी की भरपाई नहीं हो सकती .
92 साल की लता दीदी जिनके जाने से सुरों का संसार आज खाली हो गया और उस खालीपन को भरने के लिए याद किए जा रहे हैं वो किस्से जिनके हर अहसास में लता दीदी मौजूद हैं. सारा संसार इन्हें लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के नाम से जानता है लेकिन ये इनका शुरुआती नाम नहीं था. जब इनका जन्म हुआ तो इनका नाम रखा गया था हेमा. और इन्हें इसी नाम से घर, परिवार के लोग पुकारा करते थे. लेकिन जब वो 5 साल की हुईं तो इनका नाम बदलकर लता कर दिया गया और ये बन गईं लता मंगेशकर.
5 साल की उम्र में ही बच्चा स्कूल जाना शुरू कर देता है. इसलिए शायद इनका नाम स्कूल एडमिशन के दौरान ही बदला था. उनका एडमिशन कराया गया और वो स्कूल गईं लेकिन केवल 1 दिन के लिए. इसका कारण थीं आशा भोंसले (Asha Bhosle). मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जाता है कि जब लता मंगेशकर स्कूल गईं तब आशा भोंसले उनके साथ थीं. लेकिन स्कूल वालों ने बताया कि अगर आशा को स्कूल में पढ़ना है तो उनकी अलग से फीस देनी होगी. उस वक्त घर की माली हालात कुछ ज्यादा ठीक नहीं थी लिहाजा लता दीदी ने बहन को पढ़ाया और खुद का नाम स्कूल से कटवा लिया.
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) कभी स्कूल नहीं गईं, वो एक क्लास भी नहीं पढ़ीं. लेकिन फिर भी लता मंगेशकर के पास 6 अलग-अलग विश्वविद्यालयों की डॉक्टरेट डिग्री है. यानि वह केवल लता मंगेशकर नहीं हैं बल्कि डॉ. लता मंगेशकर हैं. सिर्फ मानद उपाधियां ही नहीं बल्कि लता मंगेशकर हर उस सम्मान से सम्मानित हो चुकी हैं जो कला को नमस्कार करता है.