नई दिल्ली : गुणवत्तापूर्ण कार्यक्रम निर्माण में प्रसार भारती की उत्कृष्टता प्रदर्शित करने वाले एक और उल्लेखनीय उपलब्धि में, दूरदर्शन और आकाशवाणी द्वारा निर्मित क्रमशः टीवी और रेडियो शो को मलेशिया के कुआलालंपुर में हाल ही में आयोजित एबीयू- यूनेस्को पीस मीडिया अवार्ड्स 2021 में कई पुरस्कार मिले।
दूरदर्शन के कार्यक्रम ‘डेफिनिटली लीडिंग द वे’ ने ‘लिविंग वेल विद सुपर डायवर्सिटी’ श्रेणी के तहत एक पुरस्कार जीता, जबकि ऑल इंडिया रेडियो के कार्यक्रम ‘लिविंग ऑन द एज – द कोस्टल लाइव्स’ ने ‘प्रकृति के साथ नैतिक और सतत संबंध’ की श्रेणी में एक और पुरस्कार जीता।
यूनेस्को द्वारा एशिया पैसिफिक ब्रॉडकास्टिंग यूनियन (एबीयू) के सहयोग से ‘टुगेदर फॉर पीस’ (टी4पी) पहल के तहत पुरस्कार दिए गए। पुरस्कार वितरण समारोह 17 नवंबर, 2021 को मलेशिया के कुआलालंपुर में आयोजित किया गया था। 5 महाद्वीपों के 33 देशों से व्यक्तियों और समुदायों की सौ से अधिक प्रेरक कहानियां प्राप्त हुई थीं। प्रतियोगिता रेडियो, टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए खुली थी।
‘डेफिनिटली लीडिंग द वे’ एक विशेष रूप से विकलांग बच्चे की प्रेरक यात्रा के बारे में बात करता है। वृत्तचित्र का उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों को सम्मान के साथ अपना जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है। वृत्तचित्र का निर्माण और निर्देशन दूरदर्शन, दिल्ली के कार्यक्रम प्रबंधक श्री प्रदीप अग्निहोत्री ने किया था।
ऑल इंडिया रेडियो श्रृंखला ‘लिविंग ऑन द एज – द कोस्टल लाइव्स’ बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित एक तटीय शहर विशाखापत्तनम में किनारे पर रहने वाले मछली पकड़ने वाले समुदायों के लिए जीवन की छानबीन करती है। यह कार्यक्रम ऑल इंडिया रेडियो, दिल्ली की कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री मोनिका गुलाटी द्वारा तैयार और निर्मित किया गया था।
एबीयू-यूनेस्को टी4पी मीडिया अवार्ड्स मानव मन में सकारात्मक शांति लाने के लिए स्वतंत्र, नैतिक पत्रकारिता और नागरिकों की मीडिया साक्षरता की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करता है और बढ़ावा देता है। सकारात्मक शांति केवल संघर्षों और युद्धों की समाप्ति नहीं है, बल्कि पर्यावरण के साथ सम्मानजनक और स्थायी संबंध रखने वाले न्यायसंगत और निष्पक्ष समाज के लिए प्रयास करना है। पुरस्कार अभिनव और रचनात्मक सामग्री को सम्मानित करने के लिए दिए जाते हैं, जो दर्शकों को सकारात्मक शांति के निर्माण के सर्वोत्तम कार्यों के बारे में बताता है और शिक्षित करता है, जिसमें सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने और कोविड-19 महामारी से बेहतर ढंग से निपटने की सोच झलकती हो।