गुरुग्राम के न्यू पालम विहार स्थित भगवान सूर्यदेव मंदिर परिसर में छठ महापर्व की तैयारी जोरों पर

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छठ महापर्व

-छठ पूजा समिति के दर्जनों सदस्य छठ पूजा की तैयारी में पिछले कई दिनों से दिन रात जुटे

-समिति ने नगर निगम से की है चारदीवारी सहित सभी स्थायी सुविधाओं के निर्माण की मांग

मंदिर परिसर में सी सी टी वी कैमरे भी लगे हैं

-हर वर्ष बड़ी संख्या में यहाँ पहुँचते हैं छठ व्रती व श्रद्धालू

-इस बार भी बड़ी संख्या में छठ व्रतियों के यहाँ पहुँचने की संभावना

सुभाष चौधरी

गुरुग्राम : बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश की तरह ही गुरुग्राम सहित हरियाणा के कई शहरों में भी छठ महापर्व का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया जाता है. गुरुग्राम में रहने वाले पूर्वांचली, मैथिलि और भोजपुरी भाषाभाषी लोगों ने न्यू पालम विहार, टी ब्लाक स्थित  मंदिर लेन में भगवान सूर्यदेव के एक भव्य मंदिर का भी निर्माण कराया है. यहाँ पिछले एक दशक से भी अधिक समय से हर वर्ष छठ पर्व पर हजारों व्रती व श्रद्धालू सूर्य भगवान की आराधना करने पहुचते हैं. इस बार भी बड़ी संख्या में छठ व्रतियों के यहाँ पहुँचने की संभावना है.

इसके लिए सूर्यदेव मंदिर परिसर में छठ पर्व के आयोजन की तैयारियां जोरों पर है. इस बार इस आयोजन को और अधिक अनुपम बनाने में छठ पूजा समिति ( पंजीकृत) के सभी सदस्य जी जान से जुटे हुए हैं.

छठ महापर्व

न्यू पालम विहार में द्वारका एक्सप्रेस वे के किनारे बने भगवान सूर्यदेव मंदिर की छटा को दूर से देखा जा सकता है. यहाँ का महत्व गुरुग्राम के रह रहे लाखों पूर्वांचलियों के लिए खास इसलिए भी है क्योंकि यहाँ छठ पूजा का आयोजन बड़े पैमाने पर बड़ी श्रद्धा के साथ किया जाता है. मंदिर परिसर का क्षेत्रफल काफी बड़ा होने से यहाँ हजारों श्रद्धालू एक साथ अर्घ्य अर्पण कर सकते हैं.

यहाँ आने वाले  व्रतियों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. इसलिए ही छठ पूजा समिति न्यू पालम विहार की ओर से स्वयं के प्रयास से ही चार छठ घाट का निर्माण कराया गया है. इस बार भी समिति के सभी सदस्य इसकी साफ़ सफाई में जुटे हुए हैं. छठ महापर्व छठ महापर्व छठ महापर्व छठ महापर्व छठ महापर्व

 

समिति की ओर से छठ पूजा समिति के अध्यक्ष अर्जुन दास, सचिव संजीव सिंह, कैशियर शकर जायसवाल, अवध विहारी मिश्रा, बलराम शर्मा, दीपक तिवारी, इंदल, सरयुग विश्वकर्मा, सुखदेव सिंह यादव, दिनेश विश्वकर्मा, विनोद शर्मा, गोविंद सिंह, ताराचंद, सुबोध, रतन, और अमर सहित दर्जनों सदस्य छठ पूजा की तैयारी में पिछले कई दिनों से दिन रात जुटे हुए हैं.

 

छठ पूजा समिति के अध्यक्ष अर्जुन दास के अनुसार यहाँ गुरुग्राम की सभी दिशाओं से छठ व्रती आती हैं और अर्घ्य देने वालों की संख्या हजारों में होती है. इसलिए व्रतियों व श्रद्धालुओं की सुरक्षा से लेकर उनके ठहरने एवं पूजा अर्चना की पूरी व्यवस्था समिति की ओर से की जाती है. उन्होंने बताया कि इस बार भी इस आयोजन को लेकर काफी पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई है. इसको लेकर एक सप्ताह पूर्व ही समिति के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों की बैठक आयोजित की गई थी.गुरुग्राम के न्यू पालम विहार स्थित भगवान सूर्यदेव मंदिर परिसर में छठ महापर्व की तैयारी जोरों पर 2

उनके अनुसार बैठक में समिति ने छठ पर्व के आयोजन की पूरी रूपरेखा तैयार की और उसके अनुरूप सभी सदस्यों को जिम्मेदारी दी गई है. सभी अपने रोजगार छोड़कर इस महा आयोजन को सफल बनाने में जुट गए हैं. इसकी सफाई की जा रही है और घाट में प्रतिदिन स्वच्छ पानी की व्यवस्था भी की जाती है जबकि प्रसाधन व स्नान के लिए हर बार ख़ास इंतजाम किये जाते हैं. इसमें उन्हें नगर निगम और स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी पूरा सहयोग मिलता है.छठ महापर्व छठ महापर्व छठ महापर्व छठ महापर्व छठ महापर्व 

 

अर्जुन दास का कहना है कि उनकी संस्था की ओर से पिछले कई वर्षों से उक्त स्थल पर छठ घाट पार्क के स्थाई निर्माण की मांग की जाती रही है. इस स्थल पर गुरुग्राम एवं दिल्ली-एनसीआर का एकमात्र भव्य “सूर्य देव मंदिर” का निर्माण सामाजिक सहयोग से किया गया है. यहाँ नियमित तौर पर धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन निरंतर चलते रहते हैं. यह स्थल गुरुग्राम सहित आसपास के शहरों में भी रहने वाले लाखों मिथिलांचल एवं पूर्वांचल समाज के परिवारों की धार्मिक आस्था का केंद्र बन चुका है.

उन्होंने बताया कि इस बार मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर सी सी टी वी कैमरे भी लगवाए हैं जबकि लाइट की पूरी व्यवस्था की जाती है .

गुरुग्राम के न्यू पालम विहार स्थित भगवान सूर्यदेव मंदिर परिसर में छठ महापर्व की तैयारी जोरों पर 3

उनका कहना है कि हम लाखों लोगों की धार्मिक भावना इस स्थल से जुड़ी हुई है. यहां पिछले10-12 वर्षों से भी अधिक समय से छठ पूजा का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता है. भगवान सूर्य देव के प्रति आस्था के इस महापर्व के आयोजन में हजारों परिवार शामिल होते हैं. यह महापर्व लगातार चार से पांच दिनों तक बेहद पवित्रता के साथ मनाया जाता है.

इसकी तैयारी दस दिन पहले ही शुरू हो जाती है. इस आयोजन में हमें प्रशासन व नगर निगम का तात्कालिक सहयोग तो हमेशा मिलता रहा है लेकिन छठ व्रतियों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए कई वर्षों से इसे स्थायी सुविधाओं से युक्त करने की नितांत आवश्यकता महसूस की जा रही है. छठ महापर्व छठ महापर्व छठ महापर्व छठ महापर्वg

 

समिति के सचिव संजीव सिंह का कहना है कि न्यू पालम विहार स्थित यह क्षेत्र हम पूर्वांचलियों के लिए एक  धार्मिक केंद्र के रूप में स्थापित हो चुका है क्योंकि यहां अलग-अलग धर्मों, क्षेत्रों एवं मान्यताओं के लोग छठ पूजा में शामिल होने पहुँचते हैं.

ख़ास बात यह है कि इस जगह भगवान सूर्य देव मंदिर एवं छठ घाट को छोड़कर भगवान विश्वकर्मा मंदिर,  गुरुद्वारा,काली मंदिर, एवं डॉक्टर अंबेडकर भवन सहित,सभी समाज के धार्मिक स्थल स्थापित हैं.

द्वारका एक्सप्रेस वे के किनारे स्थापित होने से यहाँ आना जाना भी लोगों के लिए आसान है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से हमारी संस्था के आह्वान पर मिथिलांचल एवं पूर्वांचल समाज के आर्थिक योगदान से कुछ वर्ष पहले छठ घाट पार्क की चारदीवारी भी कराई गई थी लेकिन उसे 30 सितंबर 2020 को बिना किसी सूचना के गिरा दिया गया. हमारे समाज की ओर से इसका प्रबल विरोध किया गया था और तत्कालीन ज्वाइंट कमिश्नर नगर निगम जोन-दो गुरुग्राम ने मौके पर पहुंचकर जनहित में इसे निगम के खर्चे से दोबारा निर्मित कराने का सार्वजनिक आश्वासन दिया था.

उन्होंने बताया कि निगम प्रशासन को लगातार इसके लिए लिखित रूप में मांग की जा रही है लेकिन उक्त आधिकारिक आश्वासन पर अब तक अमल नहीं किया गया है.

 

समिति के प्रमुख सदस्य अवध विहारी मिश्रा ने बताया कि भगवान सूर्य देव मंदिर एवं छठ घाट की परिधि में 4 छठ घाट प्लेटफोर्म हमारे समाज के सहयोग से बनवाए गए हैं.  यह छठ व्रतियों के लिए अत्यावश्यक सुविधा है जहां छठ पर्व के दौरान भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य देने की आध्यात्मिक प्रक्रिया पूरी की जाती है. यहां छठ व्रतियों के ठहरने एवं स्नानादि  की व्यवस्था भी करना जरूरी होता है. प्रतिवर्ष  निगम के सहयोग से अस्थाई व्यवस्था की जाती रही है. यहाँ चारदीवारी नहीं होने से   कई बार असुविधाओं का भी सामना करना पड़ता है. इसके लिए निगम को कई बार लिखा जा चुका है लेकिन चारदीवारी का निर्माण अभी तक लंबित है.

 

समिति के सदस्य सुखदेव सिंह यादव कहते हैं कि वर्ष  2011 से लगातार नगर निगम प्रशासन को यहां की आवश्यकताओं से अवगत कराया जाता रहा है.  हर वर्ष छठ आयोजन के समय तात्कालिक सुविधा मुहैया भी कराई जाती रही लेकिन स्थाई तौर पर आस्था के इस महाकेंद्र को भव्य और सुरक्षित स्वरूप देने की दिशा में अब तक अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पाया है. हम हजारों मिथिलांचल एवं पूर्वांचलवासियों की धार्मिक भावना इस स्थल से जुड़ी हुई है. उम उम्मीद करते हैं कि निगम प्रशासन हमारी भावना का ख़याल करेंगे.

 

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष छठ पूजा के आयोजन के लिए 8 नवंबर से 11 नवंबर की तिथि निर्धारित की गई है. इसमें नहाय खाए 8 नवम्बर, खरना 9 नवम्बर, संध्या (पहला) अर्घ्य 10 नवम्बर और उषा (अंतिम ) अर्घ्य 11 नवम्बर को होना निर्धारित है. समिति के कैशियर शंकर जायसवाल के अनुसार इस बार फिर हजारों परिवार भगवान सूर्य देव की आराधना के लिए यहां एकत्र होंगे. यहाँ चारदीवारी का निर्माण करने,  स्ट्रीट लाइट लगवाने और प्रसाधन सहित वाटर सप्लाई की व्यवस्था तत्काल करवाने की जरूरत है.

उन्होंने निगम प्रशासन से आवश्यक सुविधाएँ तत्काल मुहैया करावाने की मांग की. उनके अनुसार समिति की ओर से इस बार भी नगर निगम से यहाँ स्थायी सुविधाओं के निर्माण की मांग की गई है.

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