-राव ने कहा, बहादुर गांव का एक और बहादुर बेटा सरहद पर शहीद हो गया
गुरुग्राम, 14 सितंबर। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने गुरूग्राम जिला के गांव भौंडसी पहुंचकर गांव के हाल ही में शहीद हुए तरुण भारद्वाज को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। 16 राजपूत बटालियन से जुड़े शहीद तरुण भारद्वाज पिछले 1 साल से सियाचिन में अपनी सेवाएं दे रहे थे। सेना में भर्ती होने के बाद यह उनकी पहली पोस्टिंग थी। 09 सितंबर को नियमित रूप से की जाने वाले पेट्रोलिंग के समय हुए हिमस्खलन की चपेट में आने से उनकी मृत्य हो गयी थी। तीन भाइयों में सबसे छोटे रहे तरुण ने पिछले वर्ष ही सेना ज्वाइन की थी। तरुण भारद्वाज के पिता नंदकिशोर भारद्वाज भी सेना में अपनी सेवाएं देने के उपरांत 2001 में सेवानिवृत्त हुए थे।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भौंडसी गांव पहुंचकर शहीद तरुण भारद्वाज की फोटो पर पुष्प चढाकर उनकी शहादत को नमन किया। उन्होंने उनके परिजनों से मुलाकात कर अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की।
इस अवसर पर राव ने तरुण के पिता नंदकिशोर भारद्वाज को अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि एक पिता के लिए इस से बड़ा दुख नही हो सकता कि उसका जवान बेटा उसके सामने दुनिया से चला जाये। उन्होंने कहा कि हम आपका दुख तो कम नही कर सकते लेकिन उसमें साझीदार होकर दुख को बांट जरूर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में हम आपके साथ हैं। कोई भी मेरे लायक सेवा होगी, मैं उसके लिए हाजिर हूं।
केंद्रीय मंत्री ने इसके उपरान्त शहीद तरुण की माँ के पास जाकर उनको सांत्वना देते हुए कहा कि आप धन्य है जो आपने ऐसे वीर बेटे को जन्म दिया। उन्होंने कहा कि यह देश तरुण के माँ भारती के लिए दिए सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखेगा।
बाद में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि सरकार की ओर से शहीद तरुण भारद्वाज के परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामवासियों व तरुण के परिवार ने गांव में स्थित पंचायत घर अथवा कम्युनिटी सेंटर का नाम तरुण के नाम पर रखने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही उनके परिवार से उनके भाई या बहन को डीसी रेट पर नौकरी लगाने की मांग भी रखी गयी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उपरोक्त दोनों मांगो को पूरा करवाने के लिए वे अपने स्तर पर हर संभव प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर सोहना के एसडीएम जितेंद्र गर्ग, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सदस्य प्रोफेसर हंसराज, गुरुग्राम के पूर्व मेयर विमल यादव, युवा मोर्चा के जिला सचिव अमित यादव आदि सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने आज भौंडसी गांव पहुँचकर शहीद तरुण भारद्वाज के परिजनों के समक्ष अपनी संवेदनाये प्रकट की। उन्होंने कहा कि परिवार में तरुण की कमी किन्ही भी अर्थों में पूरी नही की जा सकती लेकिन इतनी कम उम्र में देश सेवा के लिए अपने प्राण न्योछावर करना यह क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। श्री शर्मा ने कहा कि देश सेवा में तरुण का यह सर्वोच्च बलिदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देगा।