भारत और बांग्लादेश फिल्म ‘‘बंगबंधु’’ को शीघ्र पूरा करने के लिए सहमत
मार्च 2022 में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिलीज होने की उम्मीद
6 दिसम्बर, 2021 को ‘‘मैत्री दिवस’’ के अवसर पर विशेष समारोहों की रूपरेखा तैयार की जाएगी
नई दिल्ली : सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी हित के मामलों पर चर्चा करने तथा प्रसारण और मनोरंजन के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों को आगे बढ़ाने, जन-जन के बीच संपर्क को मजबूत करने और सॉफ्ट पावर इंटरफेस की क्षमता का पता लगाने के लिए बांग्लादेश के सूचना और प्रसारण मंत्री डॉ. हसन महमूद के नेतृत्व में बांग्लादेश के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की। डॉ. हसन महमूद ने पारस्परिक हित और सहयोग के मामलों पर चर्चा करने के लिए के लिए उनकी और उनकी टीम की मेजबानी करने को लेकर श्री अनुराग सिंह ठाकुर को धन्यवाद दिया। उन्होंने भारत सरकार द्वारा उठाए गए सक्रिय कदमों की सराहना की और मार्च, 2021 में भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा के बारे में विशेष रूप से चर्चा की।
श्री ठाकुर ने शेख मुजीबुर रहमान के जीवन और समय पर फिल्म ‘‘बंगबंधु’’ के निर्माण पर संतोष व्यक्त किया और बताया, ‘इसके निर्माण का बड़ा हिस्सा पूरा हो चुका है और मुझे उम्मीद है कि मार्च, 2022 तक पूरी फिल्म बनकर तैयार हो जाएगी, यदि कोविड से जुड़ी स्थितियां सामान्य रही, तो फिल्म मार्च, 2022 में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिलीज हो सकती है।‘
‘‘लिबरेशन ऑफ बांग्लादेश इन 1971’’ पर आधारित वृत्तचित्र फिल्म के निर्माण को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने पर भी सहमति हुई। दोनों देशों के बीच आपसी आदान-प्रदान के माध्यम से डिजिटल मनोरंजन और एक-दूसरे के देश की फिल्मों की स्क्रीनिंग के क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई।
दोनों मंत्रियों ने 6 दिसंबर, 2021 को ‘‘मैत्री दिवस’’ मनाने पर भी चर्चा की, जिसके लिए एक परस्पर स्वीकार्य कार्य-योजना को विस्तृत और कार्यान्वित किया जाएगा। श्री ठाकुर ने जनवरी, 2021 में आयोजित 51वें आईएफएफआई में सक्रिय भागीदारी के लिए बांग्लादेश सरकार को धन्यवाद दिया और नवम्बर, 2021 में गोवा में आयोजित होने वाले 52वें आईएफएफआई में नए सिरे से भागीदारी के लिए आमंत्रित किया। दोनों मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक तथा जन-जन के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत करने के लिए सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।