– जिला में 196 एमएम बरसात हुई , जिला प्रशासन की टीम ने एकजुटता के साथ काम करते हुए लोगों को दी हर संभव मदद
गुरुग्राम 19 जुलाई। जिला में आज भारी बरसात के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा लोगों की सुविधा व जल निकासी व्यापक स्तर पर इंतजाम किए गए थे। जिला में जलभराव वाले 113 क्रिटिकल स्थानों पर 113 पंप सेट, 32 टैंकर तथा 14 जेसीबी की व्यवस्था की गई थी। भारी बरसात के कारण जिला में एक बार जलभराव तो हुआ लेकिन पानी की निकासी भी अपेक्षाकृत जल्दी की गई। लोगों की सुविधा के लिए बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम स्थापित किया गया था जिस पर आज 127 शिकायतें प्राप्त हुई। कंट्रोल रूम पर प्राप्त शिकायतों के लिए मौके पर टीमों को भेजकर तत्परता से निवारण किया गया।
उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने बताया कि जिला प्रशासन के अधिकारी सोमवार अलसुबह से ही उन्हें आवंटित साइटों पर जल निकासी के प्रबंध सुनिश्चित करने के लिए जुट गए। आज जिला में अपेक्षाकृत बरसात भी अधिक हुई। मौसम विभाग ने गुरुग्राम जिला के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया था। अनुमान से अधिक बरसात होने के चलते सड़कों पर एक बार जलभराव तो हुआ लेकिन जिला प्रशासन की टीमों की सजगता और सतर्कता से पानी की निकासी के भी प्रबंध किए गए।
उपायुक्त ने बताया कि प्रशासन द्वारा चिन्हित 113 क्रिटिकल जगहों में से हीरो होंडा चौक, सेक्टर-4,7,9, 9ए,10, 10ए, सेक्टर 15, पालम विहार आदि प्रमुख स्थान थे, जहां जलभराव अपेक्षाकृत अधिक हुआ। ढलान वाला क्षेत्र होने के कारण इन जगहों पर कुछ समय के लिए जलभराव हो जाता है जिसकी पंप के माध्यम से निकासी की जाती है।
जिन इलाकों में बेसमेंट में जलभराव हो गया था, उसकी निकासी के लिए 32 सक्शन टैंकर लगाए गए थे। साथ ही सड़कों पर जाम की स्थिति से निपटने के लिए 14 जेसीबी की भी व्यवस्था की गई थी। उन्होंने बताया कि अंडरपास में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए व्यापक प्रबंध सुनिश्चित किए गए थे। जिला में कुछ घंटों में ही 196 एमएम बरसात होने से एक बार जलभराव की समस्या तो हुई लेकिन जिला प्रशासन की टीमों की सतर्कता और एकजुटता से काम करते हुए लोगों की समस्या का समाधान करने का हर संभव प्रयास किया गया। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा जलभराव वाले आशंकित स्थानों के लिए पहले से ही ट्रैक्टर आदि की भी व्यवस्था की गई थी ताकि लोगों को असुविधा ना हो।