– योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसान पोर्टल पर करवाएं रजिस्ट्रेशन
गुरुग्राम,13 जुलाई : जिला गुरुग्राम में फसल विविधीकरण योजना के तहत धान की बजाय पानी की बचत वाली दूसरी फसलों की बिजाई करने के इच्छुक किसान योजना का लाभ लेने के लिए ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल‘ पर 15 जुलाई तक पंजीकरण करवा सकते हैं। सरकार द्वारा पोर्टल पर पंजीकरण करवाने की अंतिम तिथि 15 जुलाई निर्धारित की गई है।
उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने जिला के किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे राज्य सरकार की ‘मेरा पानी, मेरी विरासत‘ योजना का लाभ उठाएं। सरकार ने प्रदेश में गिरते भूजल स्तर को ध्यान में रखते हुए पानी की बचत करने के उद्देश्य से इस योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत किसानों को धान के स्थान पर कम पानी लागत वाली वैकिल्पक फसलों (कपास, मक्का, दलहन, मूगंफली, तिल, ग्वार, अरण्ड, सब्जियां व फल) की बिजाई करने पर उन्हें 7000 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। जो किसान धान की जगह चारा उगाते हैं या अपने खेत खाली भी रखते हैं, उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा। बाजरा की फसल की बिजाई करने वाले किसानों को इस योजना से बाहर रखा गया है।
डॉ गर्ग ने बताया कि पिछले साल मेरा पानी, मेरी विरासत योजना के तहत फसल विविधीकरण अपनाने वाले किसानों को इस साल भी योजना के तहत प्रोत्साहन राशि देने का फैसला किया गया है लेकिन उसके लिए किसानों को धान के खेत में उसी वैकल्पिक फसल की बुवाई जारी रखनी होगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक किसानों को मेरा पानी, मेरी विरासत और मेरी फसल, मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।