प्रधानमंत्री ने टॉय-केथॉन-2021 के प्रतिभागियों से लोकल खिलौनों पर बल देने को कहा

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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज टॉय-केथॉन-2021 के प्रतिभागियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बातचीत की। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे भी उपस्थित थे।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में उच्च शिक्षा सचिव, अमित खरे, श्री उपेंद्र प्रसाद सिंह, सचिव, कपड़ा मंत्रालय; प्रो. अनिल डी. सहस्रबुद्धे, अध्यक्ष, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद-एआईसीटीई; डॉ. अभय जेरे, शिक्षा मंत्रालय में इनोवेशन एकांश के मुख्य इनोवेशन अधिकारी; डॉ. एम.पी. पूनिया, वाइस चेयरमैन, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद-एआईसीटीई और डॉ. मोहित गंभीर, शिक्षा मंत्रालय में इनोवेशन एकांश के निदेशक, भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

 

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 5-6 वर्षों में देश के युवा, हैकथॉन के मंच के माध्यम से देश की प्रमुख चुनौतियों से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि इसके पीछे की सोच, देश की क्षमताओं को संगठित करना और उन्हें एक माध्यम प्रदान करना है।

 

प्रधानमंत्री ने बच्चों के प्रथम मित्र के रूप में खिलौनों के महत्व के अलावा, खिलौनों और गेमिंग के आर्थिक पहलुओं पर भी जोर दिया। उन्होंने इसे ‘ट्वायकोनॉमी’ का नाम दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक खिलौना बाजार करीब 100 अरब डॉलर का है और भारत के पास इस बाजार का सिर्फ 1.5 फीसदी हिस्सा है। भारत में लगभग 80 प्रतिशत खिलौनों का आयात किया जाता है। इसका मतलब है कि करोड़ों रुपये देश से बाहर जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसे बदलने की जरूरत है। श्री मोदी ने रेखांकित किया कि, संख्या के अलावा, इस क्षेत्र में समाज के सबसे जरूरतमंद वर्गों के लिए प्रगति और विकास लाने की क्षमता है। खिलौना उद्योग का अपना लघु उद्योग है, जिसमें ग्रामीण आबादी, दलित, गरीब लोग और आदिवासी आबादी वाले कारीगर शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र में महिलाओं के योगदान पर भी प्रकाश डाला। इन अनुभागों का लाभ उठाने के लिए, हमें स्थानीय खिलौनों के लिए वोकल होने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने भारतीय खिलौनों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए नवाचार और वित्तपोषण के नए मॉडल का आह्वान किया। नए विचारों को विकसित करने, नए स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने, नई तकनीक को पारंपरिक खिलौना निर्माताओं तक पहुंचाने और बाजार में नई मांग पैदा करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि टॉय-केथॉन जैसे आयोजनों के पीछे यही प्रेरणा है।

 

प्रधानमंत्री ने किफायती डेटा और इंटरनेट आधारित ग्रामीण कनेक्टिविटी के विकास का उल्लेख किया और भारत में वर्चुअल, डिजिटल और ऑनलाइन गेमिंग में संभावनाओं का का पता लगाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने इस तथ्य पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बाजार में उपलब्ध अधिकांश ऑनलाइन और डिजिटल गेम भारतीय अवधारणाओं पर आधारित नहीं हैं और ऐसे कई गेम हिंसा को बढ़ावा देते हैं और मानसिक तनाव का कारण बनते हैं। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि दुनिया भारत की क्षमताओं, कला और संस्कृति तथा समाज के बारे में जानना चाहती है। इस बारे में खिलौने बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। भारत में डिजिटल गेमिंग के लिए पर्याप्त सामग्री और क्षमता है। श्री मोदी ने युवा नव प्रवर्तकों और स्टार्टअप्स का आह्वान किया कि वे दुनिया के सामने भारत की क्षमताओं और विचारों की सही तस्वीर प्रस्तुत करने के अपने उत्तरदायित्व के प्रति सचेत रहें।

प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ खिलौना उद्योग के नवप्रवर्तकों और रचनाकारों के लिए एक बड़ा अवसर है। कई घटनाएं, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियां और उनकी वीरता तथा नेतृत्व को गेमिंग अवधारणाओं में शामिल किया जा सकता है। जनसाधारण को भविष्य से जोड़ने में इन नवप्रवर्तकों की बड़ी भूमिका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे दिलचस्प और परस्पर संवाद वाले गेम बनाने की आवश्यकता है जो ‘जुड़ें, मनोरंजन करें और शिक्षित करें’।

 

शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने टॉय-केथॉन में निरंतर मार्गदर्शन प्रदान करने और प्रतिभागियों के साथ बातचीत करने तथा उनका मार्गदर्शन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दिल से आभार व्यक्त किया और धन्यवाद दिया।

 

श्री धोत्रे ने जोर देकर कहा कि टॉय-केथॉन भारत को खिलौनों का उत्पादन केंद्र बनाने में कारगर साबित होगा। उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि सरकार का प्रयास है कि भारत के खिलौना उद्योग को सभी आयु वर्ग के नव प्रवर्तकों और शोधकर्ताओं के साथ जोड़कर एक नई दिशा दी जाए। उन्होंने कहा कि इस टॉयकेथॉन के माध्यम से भारतीय परंपरा, इतिहास और संस्कृति के अनुरूप खिलौनों को विकसित करने का प्रयास किया गया है।

 

उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि देश में अपनी तरह के इस पहले टॉय-केथॉन में देश भर से बड़ी संख्या में छात्रों और स्टार्टअप उद्यमियों की भागीदारी देखी गई है। टॉय-केथॉन-2021 का शुभारम्भ 5 जनवरी, 2021 को किया गया था और इसका ग्रैंड फिनाले 22 जून से 24 जून तक आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि विजेताओं की घोषणा 26 जून को की जाएगी और उन्हें लगभग 60 लाख रुपये की विजेता राशि से सम्मानित किया जाएगा।

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