जीएसटी लागू होने में कोई अड़चन नहीं : अरुण जेटली

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भारत के पास नोटबंदी पर फैसला लेने की क्षमता

थोड़े समय में नए नोट पूरी तरह चलन में आ जायेंगे 

नई दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को फिक्की की सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए जीएसटी व नोटबंदी के मुद्दे की चर्चा की. उन्होंने जीएसटी लागू होने को लेकर किसी तरह की अड़चन की आशंका से साफ इनकार किया जबकि नोटबंदी को पीएम का साहसिक फैसला बताया.

वित्तमंत्री ने दावा किया कि भारत के पास नोटबंदी पर फैसला लेने की क्षमता है क्योंकि  अब यहां की अर्थव्यवस्था कमजोर नहीं है. इनका कहना था कि नए नोट के पूरी तरह से चलन में आने में बहुत लंबा समय नहीं लगेगा.  आरबीआई बहुत जल्दी पूरा करने की स्थिति में होगा. उन्होंने इस बात को दोहराया कि अगर कम समय की असुविधाओं को हम सहन कर लेते हैं तो दीर्घकालिक लाभ बहुत स्पष्ट होता है.

10 महत्वपूर्ण निर्णय ले

जीएसटी के मुद्दे पर उनका कहना था कि संविधान के संशोधन को पारित करते हुए जीएसटी काउंसिल ले काफी महत्वपूर्ण निर्णय रहा है. अबतक आम सहमति से 10 महत्वपूर्ण निर्णय लेने की बात की .

कानून में संशोधन जारी

उन्होंने कहा कि संसद से पास कानून में संशोधन जारी है और राज्य विधानसभाओं द्वारा भी इसे ड्राफ्ट किया जा रहा है. उन्होंने आश्वस्त किया कि इन कानूनों को मंजूरी मिलने में कोई कठिनाई नहीं आएगी.

16 सितंबर 2017 को मौजूदा टैक्स की व्यवस्था बंद

वित्त मंत्री ने अपने पुराने वायदे को दोहराया कि 16 सितंबर 2017 को मौजूदा टैक्स की व्यवस्था बंद हो जाएगी. आदर्श रूप में जीएसटी एक अप्रैल 2017 से शुरू होना चाहिए था, नए कानून को अप्रैल और 16 सितंबर के बीच प्रभावी होना संवैधानिक अनिवार्यता है.

 

जेटली ने कहा कि हमारी सरकार ने बड़े मूल्य के पुराने नोटों को बंद करने का एक साहसपूर्ण कदम उठाया व बैंक करप्सी बिल पारित किया. साथ ही सब्सिडी वितरण के लिए लक्ष्य तय किये हैं और इसको वास्तविक जरूरतमंद तक पहुंचाने की योजना पर कम किया जा रहा है.

 

उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में बहुत सारे बदलाव हुए हैं. आधार को रजिस्टर करवाकर और इसका उपयोग कर हमें बदलाव लाने में मदद मिल रही है.

 

वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस दौरान ब्रेक्जिट की वोटिंग की चर्चा करते हुए कहा कि यह फैसला बहुतों के लिए चौंकाने वाला था कि एक परिपक्व लोकतंत्र क्या इस तरह से वोट कर सकता है.

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