मोदी का कांग्रेस पर करारा पलटवार !

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कहा कांग्रेस के लिए देश से बड़ी पार्टी 

नई दिल्‍ली : कालेधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर करारा प्रहार किया है. भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई से वे (विपक्षी दल) बौखला रहे हैं. मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे लिए पार्टी से बड़ा देश है, जबकि उनके लिए देश से बड़ी पार्टी है. कांग्रेस के लिए पार्टी का हित देशहित से ऊपर है लेकिन भाजपा के लिए देश हित सर्वोच्च है. उन्होंने बैठक में वामदलों के रुख की भी आलोचना की और दिवगंत वाम नेता ज्योति बसु के रुख का जिक्र किया.

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसदीय दल की बैठक में कहा कि इससे पहले विपक्ष 2 जी, कोलगेट जैसे घोटालों को लेकर सरकार के खिलाफ लामबंद होते थे लेकिन अब विपक्ष कालेधन और भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए सरकार के प्रयास के खिलाफ एकजुट है. पहले सत्‍ता पक्ष घोटाला करता था और आज सत्‍ता पक्ष कालेधन के खिलाफ मुहिम चला रहा है.

 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस दल के हित के बारे में सोचती है, जबकि बीजेपी देश के बारे में. भष्‍टाचार को हर हाल में खत्‍म करना होगा. उन्‍होंने यह भी कहा कि पहले सेना के पराक्रम का सबूत किसी ने नहीं मांगा और आज मांगा जा रहा है. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम ने साफ कहा कि बेनामी संपत्ति पर कांग्रेस ने कभी नियम नहीं बनाया.

 

बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने बीजेपी सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि नोटबंदी को लेकर जनता से सीधा संवाद करें. लोगों को डिजिटल और कैशलेश ट्रांजेक्‍शन की जानकारी दें.

 

संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार के अनुसार प्रधानमंत्री ने लोगों से अपनी जीवनशैली के रूप में डिजिटल अर्थव्यवस्था का उपयोग करने का आग्रह किया .

 

भाजपा संसदीय दल की बैठक में कालाधन के मामलों को देखने के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने में पूर्ववर्ती सरकार की विफलता का विषय भी उठा. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बांग्लादेश मुक्ति संग्राम से जुड़ा विजय दिवस है और उस समय विपक्ष ने इसका कोई सबूत नहीं मांगा था लेकिन आज सबूत मांगे जा रहे हैं.

 

नोटबंदी का विरोध करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार और कालाधन के खिलाफ कड़े कदम उठाने की वकालत की थी लेकिन 10 सालों के शासन के दौरान कुछ नहीं किया. उन्होंने इस संदर्भ में दिग्गज वामपंथी नेता दिवंगत हरकिशन सिंह सुरजीत का जिक्र करते हुए अपनी सरकार के कदम का समर्थन किया. अनंत कुमार के अनुसार, मोदी ने कहा कि 70 के दशक के प्रारंभ में वांगचू समिति ने नोटबंदी की सिफारिश की थी और उस समय इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं. उन्होंने याद दिलाया कि वरिष्ठ वामपंथी नेता ज्योर्तिमय बसु ने इसे तेजी से लागू करने की मांग की थी.

 

उन्होंने कहा कि वांगचू समिति ने कहा था कि इससे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. अब इसके 45 वर्ष गुजरने के बाद नोटबंदी हुई है और कांग्रेस इसका विरोध कर रही है. वामदलों ने भी कांग्रेस से हाथ मिला लिया है. कांग्रेस को भ्रष्टाचार के पक्षधर के रूप में पेश करते हुए मोदी ने कहा कि उसने 1988 में बेनामी सम्पत्ति संबंधी कानून बनाया लेकिन इसके नियमों एवं नियमन को अधिसूचित नहीं किया ताकि इसे प्रभावी बनाया जा सकता.

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