गुरुग्राम : हरिन्द्र धींगड़ा द्वारा एक बैंक्वेट हॉल चलाने वाले व्यक्ति से 50 लाख रुपए की डिमांड करने व 5 लाख रुपए पहले ऐंठ लेने के सम्बंध में प्राप्त शिकायत पर अभियोग अंकित। गुरुग्राम पुलिस द्वारा हरिन्द्र ढिंगडा व उसके 02 बेटों को करोडों रुपयों का गबन करने के मामले में गिरफ्तार करने के उपरान्त इनके खिलाफ आमजन द्वारा अन्य शिकायतें भी गुरुग्राम पुलिस को प्राप्त हो रही है। पुलिस दावा कर रही है कि जांच में और भी कई मामले सामने के आसार हैं.
गुरुग्राम पुलिस के पी आर ओ सुभाष बोकना के अनुसार हरिन्द्र धींगड़ा द्वारा अपने परिवार व साथियों के साथ मिलकर RTI Act. का नाजायज फायदा उठाते हुए बैंकों/सरकारी कर्मचारियों/अधिकारियों/व्यापारियों/बिल्डर्स पर दबाव बनाने की नीयत से आम जनता को सरकारी तन्त्र का भय दिखाकर उन पर दबाव बनाकर पैसें ऐंठने तथा नाजायज तरीके से जमीनों पर कब्जा करने की वारदातों को अंजाम देता था। गुरुग्राम पुलिस ने प्राप्त शिकायतों पर अभियोग अंकित कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है ।
मामले पर गुरुग्राम पुलिस का क्या कहना है ?
▪️गुरुग्राम पुलिस द्वारा आरोपियों के गिरफ्तार किए जाने के उपरान्त लोगों की तरफ से आरोपियों के खिलाफ अन्य शिकायते प्राप्त हो रही है, जिसका तात्पर्य उक्त आरोपी हरिन्द्र ढिंगङा द्वारा एक बङे पैमाने पर अपने परिवार व साथियों के साथ मिलकर RTI Act. का नाजायज फायदा उठाते हुए बैंकों/सरकारी कर्मचारियों/अधिकारियों/बिल्डर्स पर दबाव बनाने की नियत से आम जनता को सरकारी तन्त्र का भय दिखाकर उन पर दबाव बनाकर पैसें एठनें तथा नाजायज तरीके से जमीनों पर कब्जा करने की विभिन्न वारदातों को अन्जाम दिया गया है।
▪️इसी कङी में करीब 03 साल पहले आरोपी हरिन्द्र ढिंगङा ने गांव सुखराली (गुरुग्राम) के पास एक बैंक्वेट हॉल चलाने वाले व्यक्ति पर नाजायज दबाव बनाकर 50 लाख रुपयों की मांग की थी तथा उसने कहा था कि 50 लाख रुपये देने पड़ेंगे वर्ना यह बैंक्विट हाल चलने नहीं देगा। उसने यह भी कहा था कि वह बड़े बड़े व्यापारियों और अधिकारियों से मंथली लेता है। आरोपी हरिन्द्र ढीगड़ा ने बैंक्वेट हाल के मालिक पर दबाव बनाया कि यदि उसे बैंक्वेट हॉल चलाना है तो उसे 50 लाख रुपए देने होंगे, किन्तु बैंक्वेट हाल के मालिक ने आग्रह किया कि उसने अभी अपने बैंक्वेट हॉल का रेनोवेशन करवाया है वह इतनी बड़ी रकम नही दे सकता तो इसने उस समय (03 साल पहले) बंक्वेट हाल के मालिक से 05 लाख रुपए ऐंठे थे। उसके बाद अब पुनः ये उसी बंक्वेट हॉल के मालिक पर 50 लाख रुपए देने का दबाव बना रहा था। इस संबंध में बैंक्वेट हाल के मालिक द्वारा आज दिनाँक 11.05.2021 को थाना सैक्टर-17/18 में एक लिखित शिकायत दी गयी। उनकी शिकायत पर आज दिनाँक 11.05.2021 को थाना सेक्टर-18 गुरुग्राम में धारा 384 IPC के तहत अभिययोग अंकित किया गया है। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि यह उस समय डर व दबाव के कारण शिकायत नही दे पाया था।
▪️गुरुग्राम पुलिस सभी आमजन से अपील करते हुए सूचित कर रही है कि अपने आप को RTI Activist बताने वाले हरिन्द्र ढिंगङा ने RTI Act. या अन्य कारणों किसी कारणों नाजायज फायदा उठाते हुए बिल्डर्स/बैंकों/सरकारी कर्मचारियों/अधिकारियों व आम जनता पर दबाव बनाने की नियत से सरकारी तन्त्र का भय दिखाकर तथा उन पर दबाव बनाकर नाजायज तरीके से जमीनों पर कब्जा करने एवम् पैसें ऐठनें वारदातों को अन्जाम दिया है। यदि हरिन्द्र ढिंगङा द्वारा आप किसी के साथ भी नाजायज तरीके से दबब बनाकर किसी भी प्रकार का हानि/नुकासान पहुंचाया है तो आप आरोपियों के खिलाफ बेझिझक व निडरता से गुरुग्राम पुलिस को शिकायत दे, गुरुग्राम पुलिस सदैव आपके साथ है और आपकी सुरक्षा करने तथा आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही करते हुए आपको न्याय दिलाने के लिया तत्पर/बाध्य है।
उल्लेखनीय है कि अपने आपको RTI Activist बताने वाले हरिन्द्र ढिंगडा द्वारा अपनी पत्नी पूनम ढिंगडा व अपने दोनों बेटों प्रशान्त ढिंगडा, तरुण ढिंगडा व प्रशान्त ढिंगडा की पत्नी तानी ढिंगडा व अपने पौत्र गर्व ढिंगडा पुत्र प्रशान्त ढिंगडा के साथ मिलकर बडी चालाकी से आपस में साझ-बाझ होकर योजनाबद्ध तरीके से बैंकों से करीब 15 करोड रुपये लोन लेकर गबन करने के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायत की राजपत्रित अधिकारी द्वारा की गई जांच के उपरान्त आरोपियों के खिलाफ थाना डी.एल.एफ. फेस-1, गुरुग्राम में धारा 420,467,468,471,120बी भा.द.स. के तहत अंकित अभियोग में गुरुग्राम पुलिस द्वारा दिनांक 10.05.2021 को इस अभियोग में नामजद तीनों मुख्य आरोपियों 1. हरिन्द्र ढिंगङा व उसके दोनों बेटों 2. तरुण धींगड़ा तथा 3. प्रशांत ढिंगङा को काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया था। इसी कङी में आगामी कार्यवाही करते हुए इन आरोपियों के साथ जालसाजी में सम्मलित इनके एक अन्य साथी आरोपी शाहनबाज आलम को भी काबू कर अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया था। आरोपी हरिंद्र धींगड़ा को कोर्टने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में और दोनों बेटे को छह दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया.