पहली फिल्म पालिसी लाँच करने की तैयारी में हरियाणा

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अतिरिक्त मुख्य सचिव कुण्डू की अध्यक्षता में गठित कमेटी की दूसरी बैठक 

हरियाणवी फिल्मों,स्थानीय कलाकारों व सिनेमा को बढावा देने की होगी कोशिश 

गुरुग्राम :  हरियाणा प्रदेश में हरियाणवी फिल्मों,स्थानीय कलाकारों तथा सिनेमा को बढावा देने के लिए हरियाणा अपनी पहली फिल्म पोलिसी तैयार कर रहा है, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  वी.एस. कुण्डू की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी की अब तक दो बैठकें हो चुकी हैं। पहली बैठक चण्डीगढ में हुई थी और दूसरी बैठक गुरुग्राम में आयोजित की गई।
फिल्म पोलिसी का प्रारूप तैयार करने के लिए बनाई गई कमेटी में कमेटी के चेयरमैन पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं विजूवल एंव परफोर्मिंग आर्ट, रोहतक विश्वविद्यालय के कुलपति श्री वी.एस. कुण्डू को बनाया गया है। प्रख्यात फिल्मकार सतीश कौशिक को कमेटी का गैर-सरकारी सदस्य एवं को चेयरमैन नियुक्त किया गया है। कमेटी के अन्य सदस्यों में आबकारी एवं कराधान आयुक्त, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार, वित्त विभाग का प्रतिनिधि शामिल है। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के निदेशक समीरपाल सरो को सदस्य सचिव बनाया गया है और पगडी-द-आँनर फिल्म के निर्माता राजीव भाटिया को गैर-सरकारी सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है।
इस कमेटी की दूसरी बैठक गुरुग्राम में आयोजित की गई जिसमें अपने विचार रखते हुए प्रख्यात फिल्मकार सतीश कौशिक ने कहा कि सिनेमा विश्वभर में अपनी संस्कृति का प्रसार करने के लिए सशक्त माध्यम है और अब भारतीय सिनेमा की विश्व में नई पहचान बनी है। ऐसे में हरियाणवी संस्कृति, प्रदेश के निर्माताओं व कलाकारों को बढावा देने तथा प्रदेश में सिनेमा शूटिंग के स्थलों को विकसित करने के लिए हरियाणा फिल्म पोलिसी बनाई जानी चाहिए।

 

अब तक प्रदेश में इस प्रकार की कोई पोलिसी नहीं है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे राज्यों में भी अपनी फिल्म पोलिसी हैं। उदाहरण के तौर पर उडीया, तमिल, तेलूगू,मराठी, भोजपुरी, पंजाबी इत्यादि फिल्में बहुत प्रसिद्ध हो रही हैं। हरियाणा में कोई पोलिसी नहीं हैं इसलिए बालीवुड में भी हरियाणा को ईस्ट पंजाब टैरीटरी में माना जाता है जबकि इन दिनों हरियाणवी बोली को फिल्मों में काफी प्रयोग किया जा रहा है, यहीं नहीं सलमान खान और आमिर खान जैसे बडे-बडे कलाकार भी अपनी फिल्मों में हरियाणा की पृष्ठभूमि का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी धरोहर बहुत मजबूत हैं जिसको सिनेमा के माध्यम से हम विश्व में प्रोजैक्ट कर सकते हैं, जिससे प्रदेश के पर्यटन को बढावा मिलने के साथ-साथ रोजगार सृजन होगा और सामाजिक ताना-बाना मजबूत होगा।
इसके साथ उन्होंने कहा कि वर्तमान भागदौड की जिंदगी में सभी लोग तनावग्रस्त रहते हैं। ऐसे में मनोरंजन ही एक ऐसा साधन हैं जो उनको तनाव मुक्त कर सकता है। भविष्य में लोग मनोरंजन की तरफ उन्मुख होगें, इसलिए फिल्म पोलिसी बनाने की जरूरत है। सतीश कौशिक ने प्रदेश में सिनेमा निर्माण का माहौल बनाने के लिए यहां पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के फिल्म महोत्सव आयोजित करने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में फिल्म शूटिंग के लिए अलग-अलग प्रकार के स्थल उपलब्ध हैं, जिनको विकसित करके फिल्मकारों के समक्ष प्रस्तुत करने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रदेश की पहली फिल्म पोलिसी के लिए अपने कई सुझाव भी रखें।
इस मौके पर पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं विजूवल एंव परफोर्मिंग आर्ट, रोहतक विश्वविद्यालय के कुलपति और कमेटी के चेयरमैन वी.एस. कुण्डू ने कहा कि प्रदेश की पहली फिल्म पोलिसी को व्यवहारिक रुप देने के लिए सभी हितधारकों के सुझाव भी आमंत्रित किए जाएंगें। इनमें फिल्म उद्योग में हरियाणा से संबंधित लोगों के विचार लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि फिल्म पोलिसी का उदेश्य फिल्मकारों को हरियाणा में फिल्म बनाने को आकर्षित करने का है ताकि यहां ज्यादा से ज्यादा फिल्में तैयार की जा सकें, जिससे राज्य के युवाओं व कलाकारों को रोजगार मुहैया होने के साथ-साथ फिल्म जगत से जुडने का मौका मिलें और इसके लिए राज्य सरकार एक मंच उपलब्ध करवाना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि पोलिसी में लघु फिल्मों, ऐनीमेशन फिल्मों, टेली फिल्मों को शामिल करने पर विचार किया जा रहा है।
कमेटी के सदस्य सचिव एवं सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के निदेशक समीरपाल सरो ने कहा कि हरियाणा में सिनेमा शूटिंग के स्थलों की कोई कमी नहीं हैं, जहां भिवानी-महेन्द्रगढ के क्षेत्रों में रेगिस्तान, मोरनी में खूबसूरत पहाडी क्षेत्र, यमुनानगर में झीलें व नदियां हैं तो वहीं गुरुग्राम भी दुुबई जैसे आधुनिक शहरों से कम नहीं हैं। इन स्थलों पर फिल्में बनाने की काफी संभावनाएं हैं। इसके अलावा, हरियाणा में ऐतिहासिक धरोहर भी बहुतायत में है जिनमें फिल्मकारों की रूचि हो सकती है। इस मौके पर उपस्थित सूरजपाल ने बताया कि गुरुग्राम जिला के सोहना क्षेत्र में हरचंदपुर गांव में एक फार्म हाऊस में कई फिल्मों की शूटिंग की जा चुकी है।
पगडी-द-ऑनर के निर्माता राजीव भाटिया ने फिल्म निर्माण के अनुभव भी सांझे किए और फिल्म निर्माण के लिए आवश्यक पहलुओं पर प्रकाश डाला। श्री भाटिया ने हरियाणा सरकार की इस पहल का स्वागत किया और कहा कि हरियाणा फिल्म पोलिसी बनने से प्रदेश के युवाओं को एक नया विकल्प मिलेगा। बैठक के दौरान श्री राजीव भाटिया ने विभिन्न सुझाव भी रखें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री अमित आर्य, गुरुग्राम के उपायुक्त श्री टीएल सत्यप्रकाश, अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री अनिल कुुमार यादव, भाजपा प्रवक्ता श्री सूरजपाल, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त निदेशक श्री समर्थक सिंह, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के संयुक्त निदेशक डा. वेदप्रकाश आबाकारी एवं कराधान विभाग से डीईटीसी श्री समीर यादव, नगर निगम गुडगांव से संयुक्त आयुक्त श्री वाई.एस. गुप्ता, सूचना, सहित अन्य अधिकारी व पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

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