करीब 1100 करोड़ रुपए की इस प्रौजेक्ट पर आएगी लागत : कुलविंद्र सिंह
गुडग़ांव, 19 जनवरी : हरियाणा की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली ग्लोबल सिटी गुडग़ांव को विश्व के मानचित्र पर उभारने के लिए प्रदेश सरकार पहले ही कई घोषणाएं कर चुकी है। प्रदेश सरकार ने जहां मानेसर में अलग से नया नगर निगम बनाने तथा वहीं इस क्षेत्र में न्यू गुरुग्राम विकसित करने की घोषणा भी की है। गुडग़ांव क्षेत्र में विकास कार्य भी इसी कड़ी का हिस्सा है, जो युद्धस्तर पर चलाए जा रहे हैं। गुडग़ांव व फरीदाबाद के साथ-साथ करनाल को भी स्मार्ट सिटी परियोजना में भी शामिल किया गया है।
इन शहरों में स्मार्ट मानदंडों के अनुरुप जलप्रबंधन, सुरक्षा प्रणाली, सार्वजनिक परिवहन, भवन, सुशासन, एजूकेशन, विद्युत सुधारीकरण, टेलीमेडिशन जैसी सुविधाएं विकसित करने के लिए इसी के अनुरुप ढांचा भी विकसित किया जा रहा है। गुडग़ांव में शहर को सुंदर बनाने के लिए स्मार्ट सिटी प्रौजेक्ट भी चल रहे हैं। इस प्रौजेक्ट के तहत बिजली सुधारीकरण के लिए शहर के आवासीय क्षेत्रों में अंडरग्राउंड बिजली की केबल डालने का कार्य भी जारी है।
इस प्रौजेक्ट की देखरेख कर रहे एसडीओ कुलविंद्र सिंह ने बताया कि इस प्रौजेक्ट के तहत सैक्टर एक से लेकर 57 तक 11 केवी केबल अंडरग्राउण्ड डाली जा रही हैं। इन क्षेत्रों से लगती कालोनियों में भी केबल डालने का कार्य शुरु किया हुआ है। आने वाले समय में गुडग़ांव से अधिकांश क्षेत्रों में बिजली के पोल दिखाई नहीं देंगे। विभिन्न कालोनियों की जो गलियां हैं और उनकी चौडाई कम है, वहां पर एलटी लाइन भी उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए डाली जा रही हैं। इन एलटी लाइनों से पुरानी एल्यूमिनियम की तारें हटाकर नई इंश्यूलेटिड वायर डाली जा रही हैं। इससे जहां होने वाली बिजली की चोरियों से बिजली निगम को छुटकारा मिलेगा, वहीं उपभोक्ताओं को निर्बाध रुप से बिजली की आपूर्ति भी निश्चित की जा सकेगी।
उनका कहना है कि कालोनियों की गलियों में पोल लगाने में थोड़ी समस्या अवश्य आ रही है, लेकिन इनका भी समाधान क्षेत्रवासियों के सहयोग से निकाल लिया जाएगा। उनका कहना है कि करीब 1100 करोड़ रुपए का यह प्रौजेक्ट है और इसके वर्ष 2021 अंत तक पूरा होने की पूरी उम्मीद है। कार्य बड़े ही युद्धस्तर पर कराए जा रहे हैं।
एसडीओ कुलविंद्र सिंह का कहना है कि कोरोना के कारण विभिन्न क्षेत्रों में कार्य नहीं हो सका था और उसके बाद कार्य ने धीरे-धीरे अपनी रफ्तार पकड़ ली है। इस कार्य को प्रतिष्ठित एल एंड टी कंपनी को दिया हुआ है। उनके दक्ष इंजीनियर व कर्मी पूरी लगन के साथ बिजली सुधारीकरण योजना को सिरे चढाने में जुटे हैं।