मसाला किंग महाशय धर्मपाल के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ सहित बड़े नेताओं ने जताया शोक

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नई दिल्ली। मसाला किंग महाशय धर्मपाल के निधन पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोबिन्द ने कहा कि पद्म भूषण से सम्मानित, ‘महाशयां दी हट्टी’ (एमडीएच) के अध्यक्ष श्री धर्मपाल गुलाटी जी के निधन से दुःख हुआ। वे भारतीय उद्योग जगत के एक प्रसिद्ध व्यक्तित्व थे। समाज सेवा के लिए किये गए उनके कार्य भी सराहनीय हैं। उनके परिवार व प्रशंसकों के प्रति मेरी शोक-संवेदनाएं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सौम्य व्यक्तित्व के धनी महाशय धर्मपाल जी संघर्ष और परिश्रम के एक अद्भुत प्रतीक थे। अपनी मेहनत से सफलता के शिखर को प्राप्त करने वाले धर्मपाल जी का जीवन हर व्यक्ति को प्रेरित करता है। प्रभु उनकी दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें व उनके परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें।ॐ शान्ति

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संदेश में कहा है कि देश के मसालों की सुगंध को पूरे विश्व मे फैलाने वाले, पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित महाशय धर्मपाल गुलाटी जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ। उन्होंने कहा कि अपनी उद्यमिता से स्वदेशी व आत्मनिर्भरता के साथ ही उन्होंने सामाजिक कार्यों का एक आदर्श स्थापित किया। ईश्वर उन्हें मोक्ष प्रदान करें। ॐ शांति।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने महाशय धर्मपाल के निधन पर अपने शोक संदेश में कहा कि प्रसिद्ध कारोबारी, पद्मभूषण महाशय धर्मपाल गुलाटी जी के निधन का समाचार सुनकर पीड़ा हुई है। भावभीनी श्रद्धांजलि और परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदनाएँ प्रकट करता हूँ। उन्होंने कहा कि MDH मसाला व्यवसाय एवं सामाजिक गतिविधियों से पूरी दुनिया में मशहूर उनका जीवन हम सबके लिये प्रेरणादायक है।

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर कहा कि ख्यातिलब्ध उद्यमी पद्मभूषण महाशय धर्मपाल गुलाटी जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।उद्योग जगत एवं समाज सेवा के क्षेत्र में आपका योगदान अविस्मरणीय एवं प्रेरक है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।

कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि धर्मपाल गुलाटी का नाम हिंदुस्तान में एक विश्वास का नाम है। भारतीय समाज में उल्लेखनीय योगदान देने वाले धर्मपाल जी के निधन का समाचार बहुत दुखद है। ईश्वर उन्हें श्रीचरणों में स्थान दें एवं इस दुख की घड़ी में परिजनों को कष्ट सहने का साहस दें।

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