गुडग़ांव, 2 दिसम्बर : किसान आंदोलन जारी है। किसानों के इस आंदोलन को विभिन्न संगठनों, खापों व अन्य वर्गों का भी समर्थन मिल रहा है। श्रमिक संगठनों ने भी किसानों के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की है। इसी क्रम में श्रमिक यूनियनों का प्रतिनिधित्व करने वाली ट्रेड यूनियन काउंसिल की बैठक का आयोजन बुधवार को हुआ।
इस बैठक में श्रमिक संगठन एटक के प्रदेशाध्यक्ष कामरेड बलदेव सिंह घनघस, अनिल पंवार, एचएमएस के वीएस यादव, इंटक के एसएन दहिया, सीटू के कंवरपाल सिंह आदि शामिल हुए। अनिल पंवार ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि कल 4 दिसम्बर को किसानों की मांगों को लेकर प्रधानमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन दिया जाएगा।
काउंसिल के सदस्यों ने कहा कि किसानों की मांगें बिल्कुल जायज हैं। सरकार को इनकी मांगे मान लेनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाए कि सरकार किसानों के हितों पर कुठाराघात कर उनके खिलाफ झूठे केस बनाकर किसानों के आंदोलन को दबाने की साजिश कर रही है, लेकिन सरकार की यह साजिश नाकाम हो चुकी है। बड़ी संख्या में किसान दिल्ली पहुंचकर केंद्र सरकार को अपनी ताकत का एहसास भी करा चुके हैं। वीएस यादव ने कहा कि किसानों के समर्थन में मजदूर संगठनों को आगे आना चाहिए और उन्हें पूरा समर्थन देना चाहिए।
कामरेड कंवरलाल यादव का कहना है कि केंद्र सरकार जो भी कानून बना रही है, वह मजदूर व किसान विरोधी है। जिनका विरोध करना जरुरी है। बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि उपायुक्त को ज्ञापन देने के बाद पुन: बैठक की जाएगी, जिसमें आगे की रणनीति बनाएंगे। कल मिनी सचिवालय पर ट्रेड यूनियन काउंसिल के सदस्य एकत्रित होकर प्रधानमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन देंगे, जिसकी तैयारियां ट्रेड यूनियन काउंसिल ने शुरु कर दी हैं।