नई दिल्ली : भारतीय मौसम विभाग के अनुसार: दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में बने हवा के तीव्र दबाव ने पिछले 06 घंटों में, 05 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तर की ओर बढ़ते हुए चक्रवाती तूफान ‘निवार’ की तीव्रता में और वृद्धि कर दी है। 24 नवम्बर, 2020 को भारतीय समयानुसार सुबह 05.30 पर यह पुदुचेरी के पूर्व-दक्षिण-पूर्व से लगभग 410 किलोमीटर और चेन्नई के दक्षिण-पूर्व से 450 किलोमीटर की दूरी पर बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में केन्द्रित हो गया है। इसके अगले 24 घंटों के दौरान और तीव्रता के साथ बढ़ते हुए जबरदस्त चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। अगले 12 घंटों में इसके पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर और इसके पश्चात उत्तर-पश्चिम से आगे बढ़ने की संभावना है। 25 नवम्बर, 2020 की शाम के दौरान इस भीषण चक्रवाती तूफान के तमिलनाडु और पुदुचेरी के तटों कराइकल और ममल्लापुरम के बीच और पुदुचेरी के करीब से 100-110 किलोमीटर प्रति घंटे से 120 किलोमीटर घंटे की रफ्तार से गुजरने की संभावना है।
पूर्वानुमान ट्रैक और तीव्रता नीचे दी गई है:
तिथि/समय(भारतीय समय के अनुसार) | स्थिति(अक्षांश 0उत्तर/ देशांतर 0पूर्व) | हवा की सतह पर अधिकतम गति(किमी प्रति घंटा) | चक्रवाती बाधा की श्रेणी |
24.11.20/0530 | 10.0/83.0 | 65-75 से 85 | चक्रवाती तूफान |
24.11.20/1130 | 10.1/82.7 | 75-85 से 95 | चक्रवाती तूफान |
24.11.20/1730 | 10.2/82.4 | 85-95 से 105 | चक्रवाती तूफान |
24.11.20/2330 | 10.4/81.9 | 90-100 से 110 | भीषण चक्रवाती तूफान |
25.11.20/0530 | 10.9/81.2 | 100-110 से 120 | भीषण चक्रवाती तूफान |
25.11.20/1730 | 11.7/80.0 | 100-110 से 120 | भीषण चक्रवाती तूफान |
26.11.20/0530 | 12.5/79.0 | 80-90 से 100 | चक्रवाती तूफान |
26.11.20/1730 | 13.5/77.8 | 50-60 से 70 | गहरा दबाव |
27.11.20/0530 | 14.3/76.9 | 30-40 से 50 | दबाव |
24 से 26 नवम्बर, 2020 के दौरान तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराइकल में और 25 से 26 नवम्बर के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा एवं 26 से 27 नवम्बर, 2020 को तेलंगाना में व्यापक रूप से वर्षा या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। 24 नवम्बर के दौरान तमिलनाडु और पुदुचेरी के (पुदुकोट्टई, तंजावुर, तिरुवरुर, कराइकल, नागापट्टीनम, कुड्डालोर, अरियालुर और पेरबालु) जिलों में जबकि 25 नवम्बर के दौरान कडलूर, कल्लाकुरूची, पुदुचेरी, विल्लुपुरम, तिरुवन्नमलाई, चेंगलपट्टु, अरियालुर, पेराम्बलुर और कराइकल जिलों में जबकि 25 तथा 26 नवम्बर को दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के (नेल्लोर और चित्तूर) जिलों में एवं 26 नवम्बर, 2020 को तेलंगाना में भारी वर्षा की संभावना है।
उपमंडल | 24 नवंबर 2020* | 25 नवंबर 2020* | 26 नवंबर 2020* | 27 नवंबर 2020* |
दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश | कुछ क्षेत्रों में वर्षा और कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा | अधिकांश क्षेत्रों में वर्षा जबकि कुछ क्षेत्रों में व्यापक से अति व्यापक वर्षा | अधिकांश क्षेत्रों में वर्षा जबकि कुछ क्षेत्रों में व्यापक से अति व्यापक वर्षा | बहुत से क्षेत्रों में वर्षा और कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा |
तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराइकल | अधिकांश क्षेत्रों में वर्षा जबकि कुछ क्षेत्रों में व्यापक से अति व्यापक वर्षा | अधिकांश क्षेत्रों में वर्षा से भारी वर्षा जबकि कुछ क्षेत्रों में व्यापक से अति व्यापक वर्षा | उत्तरी तमिलनाडु के बहुत से क्षेत्रों और अलग-अलग क्षेत्रों में भारी वर्षा | बहुत से क्षेत्रों में वर्षा और कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा |
दक्षिण आंतरिक कर्नाटक | कुछ क्षेत्रों में वर्षा | बहुत से क्षेत्रों में वर्षा और कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा | बहुत से क्षेत्रों में वर्षा और कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा | बहुत से क्षेत्रों में वर्षा |
रायलसीमा | बहुत से क्षेत्रों में वर्षा और कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा | अधिकांश क्षेत्रों में वर्षा से भारी वर्षा जबकि कुछ क्षेत्रों में व्यापक से अति व्यापक वर्षा | अधिकांश क्षेत्रों में वर्षा से भारी वर्षा जबकि कुछ क्षेत्रों में व्यापक से अति व्यापक वर्षा | बहुत से क्षेत्रों में वर्षा और कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा |
तेलंगाना | अलग-अलग क्षेत्रों में वर्षा | कुछ क्षेत्रों में वर्षा और कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा | अधिकांश क्षेत्रों में वर्षा से भारी वर्षा जबकि कुछ क्षेत्रों में अति व्यापक वर्षा | बहुत से क्षेत्रों में वर्षा |
(ii) वायु चेतावनी
· 65-75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तीव्र वायु की गति बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम पर बनी हुई है। 25 नवम्बर की सुबह से अगले 18 घंटों तक 100-110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ आगे बढ़ने की संभावना है।
· तमिलनाडु, पुदुचेरी और आसपास के दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों और मन्नार की खाड़ी में इसके 30-40 किमी प्रति घंटे से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है। इसकी गति धीरे-धीरे बढ़ेगी और यह उत्तरी तमिलनाडु और पुदुचेरी (नागापट्टीनम, कराइकल, मायलादुथुराई, कुड्डालोर, पुदुचेरी, विल्लुपुरम और चेंगलपट्टु जिलों में) 100-110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ेगा। 25 नवम्बर, 2020 के अपराह्न से रात्रि के दौरान तिरुवरूर, कांचीपुरम, चेन्नई, तिरुवल्लौर जिलों में इसके 80-90 किमी प्रति घंटे से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ने की संभावना है।
· बंगाल की खाड़ी के पश्चिमवर्ती क्षेत्रों और इससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों (नेल्लूर और चित्तूर जिलों) और मन्नार की खाड़ी के साथ-साथ तमिलनाडु के दक्षिण तटीय जिलों में 25 नवम्बर, 2020 के अपराह्न से रात्रि के दौरान इसके 65 से 75 किमी प्रति घंटे से 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।
(iii) समुद्र की स्थिति
· दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में समुद्र की स्थिति बहुत तीव्र है और तमिलनाडु, पुदुचेरी, दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों और मन्नार की खाड़ी में भी स्थिति भीषण बनी हुई है। यह चक्रवाती तूफान 24 नवम्बर की रात से धीरे-धीरे बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए अत्यधिक तीव्र होगा।
· 25 नवम्बर, 2020 को इसके बंगाल की खाड़ी पश्चिम-मध्य से सटे और दक्षिण-पश्चिम के अलावा तमिलनाडु, पुदुचेरी के तटों और दक्षिण तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों के साथ-साथ और मन्नार की खाड़ी के ऊपर समुद्र की स्थिति अत्यंत भीषण होगी।
(iv) तूफान में वृद्धि की चेतावनी
· तमिलनाडु और पुदुचेरी के उत्तरी तटीय जिलों के निचले इलाकों में भू-स्खलन की संभावना, जबकि इन इलाकों से सटे समुद्र में 1 मीटर की ऊंचे ज्वार आने की संभावना है।
(v) तमिलनाडु और पुडुचेरी के समीपवर्ती जिलों और आंध्र प्रदेश के आसपास के इलाकों में नुकसान की आशंका को देखते हुए निम्न कार्रवाई का सुझाव दिया गया:
· छतों के साथ-साथ फूस के घरों/झोपड़ियों को भारी नुकसान होने और धातुरहित की चादरों के उड़ने की संभावना है।
· विद्युत और संचार लाइनों को नुकसान।
· कच्चे घरों को भारी नुकसान और पक्की सड़कों को कुछ नुकसान के साथ-साथ मार्गों पर बाढ़।
· वृक्षों की शाखाओं के टूटने, बड़े वृक्षों के उखड़ने और केले और पपीते के पेड़ों के साथ-साथ बागवानी एवं फसलों और बागों को गंभीर नुकसान। बड़े जर्जर वृक्षों के उखड़ने की संभावना।
· तटीय फसलों को भारी नुकसान।
· तटबंधों/नमक के गड्ढों को नुकसान।
(vi) मछुआरों को चेतावनी और कार्रवाई के लिए सुझाव :
· मछली पकड़ने के सभी अभियानों की मनाही।
· मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 24 और 25 नवम्बर के दौरान बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम, इसके आसपास के पश्चिम-मध्य और दक्षिण-पूर्व समुद्र, मन्नार की खाड़ी और तमिलनाडु, पुदुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों मछली पकड़ने समुद्र में न जाएं।
· समुद्र में गए मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे तट पर लौट आएं और उपरोक्त समुद्री क्षेत्र से बचें।
· तटीय झोपड़ी निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। प्रभावित क्षेत्रों में लोग घर के अंदर रहें। मोटर बोट्स का संचालन असुरक्षित है।
2. गहरे दबाव का क्षेत्र अदन की खाड़ी और इससे सटे सोमालिया में
कमजोर पड़ा
पिछले 06 घंटों के दौरान अदन की खाड़ी और इससे सटे सोमालिया के ऊपर बना गहरा दबाव लगभग 09 किमी प्रति घंटे की गति के साथ पश्चिम- दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए 24 नवम्बर, 2020 को भारतीय समय के अनुसार सुबह 0530 बजे रासबिन्ना (सोमालिया) के करीब 460 किमी पश्चिम-उत्तर-पश्चिम में अक्षांश 11.6° एन और देशांतर 47.0° ई, के निकट सोमालिया से सटे और अदन की खाड़ी के ऊपर केन्द्रित हो गया है। अगले 12 घंटों के दौरान इसके पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने और आगे कमजोर पड़ने की संभावना है।
(i) वायु चेतावनी:
अगले 12 घंटों के दौरान अदन की खाड़ी और उत्तरी सोमालिया तट से दूर समुद्र में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चलने की संभावना है। और इसके पश्चात कमजोर पड़ने की संभावना है।
(ii) समुद्र की स्थिति:
उत्तर सोमालिया तट के समुद्र और अदन की खाड़ी के ऊपर अगले 12 घंटों के दौरान समुद्र की स्थिति अशांत से काफी अशांत रहेगी।
(iii) मछुआरों को चेतावनी:
मछुआरों को सलाह दी जाती है कि अगले 12 घंटों के दौरान वे अदन की खाड़ी और उत्तर सोमालिया तट के आसपास न जाएं।