हत्या के खिलाफ कांटी में बवाल, पुलिस से दुर्व्यवहार

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मुजफ्फरपुर : कांटी थाना क्षेत्र के सिरसियां गाँव के अविनाश की हत्या से गुस्साये ग्रामीणों ने मंगलवार को नरसंडा में एनएच 28 को घंटों जाम कर बवाल काटा। ग्रामीणों ने कांटी थानाध्यक्ष व पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान आक्रोशित महिलाओं ने पुलिस व जनप्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार भी किया। काफी समझाने बुझाने व तीन दिनों में सभी नामजदों की गिरफ्तारी का आश्वासन डीएसपी अजय कुमार की ओर दिए जाने के बाद जाम खत्म हुआ।

 

पोस्टमार्टम से शव आने के बाद लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों महिलाएं व पुरुष एनएच पर जुट गए। शव को रोड पर रख कर सड़क जाम कर दिया। लोग टायर जलाकर कांटी थानाध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जाम के काफी देर बाद कांटी थानाध्यक्ष वहां पहुंचे। इसके बाद भीड़ ने उग्र होकर नारेबाजी तेज कर दी। लोगों ने उनकी एक न सुनी। मौके पर पहुंचे डीएसपी के खिलाफ भी गुस्साई भीड़ ने नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी थानाध्यक्ष के तबादले व आरोपित गौतम की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।

 

लोगों का कहना था कि गौतम खुलेआम लोगों को गोली मारने की धमकी देता है। अविनाश के चचेरे भाई गुड्डू को भी उसने हत्या की धमकी दी है। पुलिस के संरक्षण में वह व उसका परिवार खुलेआम गांजा बेचता है। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि कांटी में लगातार हत्याएं हो रही हैं। अपराधी खुलेआम अपराध कर रहे हैं और पुलिस लापरवाह बनी हुई है। जाम स्थल पर कई जनप्रतिनिधियों ने लोगों को समझाने का प्रयास किया।

 

हंगामे की सूचा पर बीडीओ, सीओ समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। जिला से भी भारी संख्या में पुलिस बल बुलाया गया। हैदर आजाद, इसराइल मंसूरी, विनोद गुप्ता, मुखिया शशि ठाकुर, प्रेम कुमार राम, मृत्युंजय कुमार आदि ने काफी मशक्कत के बाद आक्रोश शांत कराया। मृतक परिवार को पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार का चेक व कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपये दिया गया। लोगों ने पीड़ित परिवार को इंदिरा आवास व पांच लाख रुपया मुआवजे की मांग की।

 

आरोपित के घर तोड़फोड़ की कोशिश

 

कांटी। अविनाश का शव मंगलवार सुबह उसके दरवाजे से पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। देर रात तक डीएसपी के काफी समझाने के बाद भी नाराज ग्रामीणों ने शव उठने नहीं दिया था। विधायक अशोक चौधरी समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने पीड़ित परिजनों से मिलकर सांत्वना दी। सुबह में आक्रोशित लोगों ने आरोपित के घर पहुंचकर तोड़फोड़ की कोशिश की, लेकिन विधायक ने लोगों को शांत कराया। बाद में विधायक व मुखिया की पहल पर शव को पुलिस पोस्टमार्टम के लिए ले गई। इस दौरान विधायक को भी लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ी। लोगों ने विधायक से थानाध्यक्ष को हटवाने की मांग की। विधायक ने कहा कि डीएम व एसएसपी से मिलकर कांटी में बिगड़ती विधि व्यवस्था से अवगत करा कार्रवाई की मांग की जाएगी।

चार नामजद, दो गिरफ्तार

अविनाश की हत्या के मामले में चार लोगों पर पिता शंकर राय ने एफआईआर दर्ज कराई है। मामले में गौतम चौधरी, उसके भाई गौरव कुमार, पिता सुरेन्द्र चौधरी समेत धीरज कुमार राय को नामजद किया गया है। शंकर ने पुलिस से कहा है कि गौतम कुमार चौधरी शाम में मेरे घर आया और अविनाश को देखकर चला गया। कुछ देर बाद घर के पीछे से आकर गौतम व अन्य लोगों ने गोली मार दी। गोली मारकर भागने के दौरान मैंने व परिवार के लोगों ने सभी को देखा। शंकर ने कहा है कि गौतम अविनाश को गांजा काटने व सप्लाई करने के लिए दवाब डाल रहा था। चार दिन पहले भी गौतम अविनाश को काम करने के लिए बुलाने आया था। इंकार करने पर जान मारने की धमकी दी थी।

मिले पांच लाख रुपये का मुआवजा

पूर्व मंत्री ई. अजीत कुमार ने अविनाश के हत्या की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे बेहद दुखद व दर्दनाक बताते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग प्रशासन से की है। श्री कुमार ने परिवार को पांच लाख रुपया मुआवजा देने की मांग भी की है।

घर पर तैनात की गई पुलिस, फ्लैगमार्च

अविनाश के परिवारवालों की मांग पर सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है। डीएसपी ने थानाध्यक्ष को पुलिकर्मियों की तैनाती का निर्देश दिया। शाम में एसटीएफ के दस्ते ने कांटी चौक, गोसाइटोला, सिरसिया, नरसंडा, शेरना,बरियारपुर आदि में फ्लैग मार्च किया।

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