नई दिल्ली। भारत और श्रीलंका के बीच द्वापक्षीय शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र ने दोनों देशों की सांस्कृतिक संबंधों को याद किया। एक दूसरे के विकास में सहयोग को और मजबूत करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह, प्रधानमंत्री मांहिन्द्रा राजपक्षे की पहली Official Visit पर भारत में स्वागत करके हमें बहुत खुशी होती। वह निमंत्रण हमेशा आपके लिए रहेगा। वर्तमान स्थिति को देखते हुए मुझे खुशी है कि हम यह वर्चुअल समिट कर रहे हैं। इस समिट के लिए आपने मेरा निमंत्रण स्वीकार किया, इसके लिए मैं आपको बहुत धन्यवाद देता हूं।
मैं आपको प्रधानमंत्री पद ग्रहण करने के लिए बधाई देता हूँ। संसदीय चुनावों में SLPP की भारी जीत के लिए भी आपको फिर से बधाई देता हूँ। यह ऐतिहासिक जीत जनता का आपके नेतृत्व में विश्वास दिखाती है।
भारत और श्रीलंका के बहुमुखी संबंध हजारों साल पुराने हैं। मेरी सरकार की Neighbourhod First नीति और सागर Doctrine के तहत श्रीलंका से संबंधों को हम विशेष और उच्च प्राथमिकता देते हैं।
भारत और श्रीलंका बिम्सटेक, IORA, SAARC मंचों पर भी घनिष्ठ सहयोग करते हैं।आपकी पार्टी की हाल ही की जीत के बाद भारत और श्रीलंका संबंधों में एक नए ऐतिहासिक अध्याय को जोड़ने का बहुत अच्छा अवसर बना है। दोनों देशों के लोग नई आशा और उत्साह के साथ हमारी ओर देख रहे हैं।
मुझे पूरा विश्वास है कि आपको प्राप्त मजबूत जनादेश और आपकी नीतियों को संसद से मिल रहे मजबूत समर्थन से हमें द्विपक्षीय सहयोग के सभी क्षेत्रों में प्रगति करने में मदद मिलेगी। अब मैं प्रधानमंत्री राजपक्ष को अपने ओपनिंग रिमार्क्स देने की विनंती करता हूँ।