गुरुग्राम में 30 जून से सील की जाने वाली कालोनियों में मंगलवार से शुरू होगा सघन टेस्टिंग व ट्रेसिंग अभियान

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मंडलायुक्त अशोक सांगवान ने कहा , कोविड के बड़े प्रकोप वाले चिन्हित क्षेत्रों में मूवमेंट पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध

इन क्षेत्रों में कोविड-19 के लक्षणों वाले लोगों के लिए बनाए गए एंटीजन टेस्टिंग सेंटर, टेस्ट निशुल्क होंगे

गुरुग्राम, 29 जून। गुरुग्राम शहर के जिन क्षेत्रों में कोरोना के ज्यादा मामले पाए गए हैं, उनमें मंगलवार 30 जून से 14 जुलाई तक सघन टेस्टिंग तथा ट्रेसिंग अभियान चलाया जाएगा। ऐसे क्षेत्र गुरुग्राम नगर निगम के 8 वार्डों में चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें जिला प्रशासन द्वारा कोरोना के बड़े प्रकोप वाले क्षेत्र बताते हुए उनके लिए कोविड-19 प्रबंधन प्लान तैयार की गई है।


गुरुग्राम के मंडलायुक्त अशोक सांगवान ने सोमवार सांय अपने कार्यालय में कोविड-19 से संबंधित नोडल अधिकारियों की समीक्षा बैठक की जिसमें यह जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा चिन्हित कोविड-19 के बड़े प्रकोप वाले क्षेत्रों में एंटीजन टेस्टिंग सेंटर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन चिन्हित क्षेत्रों में रहने वाले किसी भी व्यक्ति को यह लगे कि उसे बुखार, खांसी, जुकाम, गले में खराश या कोविड-19 का कोई भी लक्षण है, तो वह एंटीजन टेस्टिंग सेंटर पर जाकर अपना टेस्ट करवा सकता है जो पूर्णतया निशुल्क होगा और उसकी रिपोर्ट भी आधे घंटे में मिल जाएगी। इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा टेस्टिंग के लिए 7 टीमें बनाई गई हैं । ये सभी टीमें इन क्षेत्रों में बनाए गए 56 एंटीजन टेस्टिंग सेंटरों पर निर्धारित तिथियों को जाकर टेस्टिंग करेंगी। सभी सेंटरों पर टेस्टिंग के दिन निर्धारित किए गए हैं।


मंडलायुक्त ने बताया कि लार्ज आउटब्रेक रीजन अर्थात कोरोना के मामले जिन क्षेत्रों में अधिक है, उनमें 30 जून से 14 जुलाई तक यह अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा, इन क्षेत्रों में लोगों के आवागमन पर भी रोक रहेगी अर्थात फ्री मूवमेंट नहीं होगी। श्री सांगवान ने बताया कि इन क्षेत्रों में कंटेनमेंट तथा कोविड-19 मैनेजमेंट प्लान संबंधी आदेशों को सख्ती से लागू करने के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना को लेकर कोई भी जानकारी प्राप्त करनी हो तो वह जिला की हेल्प लाइन 1950 पर कॉल कर सकता है।


बैठक में उपस्थित सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित किए गए ज्यादा कोरोना के केसों वाले क्षेत्रों में स्थापित एंटीजन टेस्टिंग सेंटरो की जानकारी देते हुए बताया कि सभी 56 एंटीजन टेस्टिंग सेंटरो में टेस्टिंग का रोस्टर बना दिया गया है। टेस्टिंग के दिन निर्धारित किए गए हैं और लोगों की सुविधा के लिए यह रोस्टर एंटीजन टेस्टिंग सेंटर के बाहर चस्पा किया जाएगा।


गौरतलब है कि जिलाधीश अमित खत्री द्वारा कोरोना के बड़े प्रकोप वाले क्षेत्रों अर्थात जिनमें कोरोना के पॉजिटिव केसों की संख्या ज्यादा हैं, के लिए आदेश जारी किए गए हैं जो मंगलवार 30 जून से लागू होंगे और 14 जुलाई तक प्रभावी रहेगे। कोरोना के ज्यादा केस मुख्यतः शहर के 8 वार्डों में स्थित हैं। इन क्षेत्रों में वार्ड नंबर चार के डूंडाहेड़ा, जिसमें विशेष रूप से पुलिस स्टेशन रोड, अग्रवाल स्वीट्स गली, डूंडाहेड़ा कम्युनिटी सेंटर वाली गली तथा विशाल मेगा मार्ट वाली गली शामिल हैं। इसी प्रकार वार्ड नंबर 16 के अर्जुन नगर, ज्योति पार्क तथा मदन पुरी और वार्ड नंबर 17 के रतन गार्डन व शिवपुरी, वार्ड नंबर 20 के शिवाजी नगर व शांति नगर, वार्ड नंबर 21 के बलदेव नगर, फिरोज गांधी कॉलोनी व रवि नगर शामिल हैं। वार्ड नंबर 22 के हीरा नगर, गांधीनगर व शिवाजी पार्क, वार्ड नंबर 23 के हरिनगर व शक्ति पार्क तथा वार्ड नंबर 35 का नाथूपुर आबादी क्षेत्र शामिल हैं, जहां कोरोना के ज्यादा केस रिपोर्ट हुए हैं।


मंडलायुक्त की बैठक में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की 7 टीमें इन बड़े प्रकोप वाले क्षेत्रों में टेस्टिंग आदि का काम करेंगी। इनके अलावा अन्य क्षेत्रों के लिए भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा चार टीमें और लगाई जा रही है जो भी 30 जून से ही एंटीजन टेस्टिंग का कार्य करेंगी। यह चार टीमें शहर के 66 अन्य स्थानों पर बारी बारी से प्रतिदिन कैंप लगाकर एंटीजन टेस्टिंग का कार्य करेंगी। इस प्रकार, गुरुग्राम शहर में 11 टीमें टेस्टिंग के लिए लगाई गई हैं।


आज की मंडलायुक्त की बैठक में नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह, जीएमसीबीएल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोनल गोयल, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण गुरुग्राम के प्रशासक जितेंद्र यादव, मंडल आयुक्त कार्यालय में ओएसडी अंजू चौधरी, अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पवार, नगर निगम कार्यालय में प्रोटोकॉल अधिकारी सुरेंद्र सिंह, अतिरिक्त निगम आयुक्त, सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एमपी सिंह, डॉ विजय, डॉ जयप्रकाश सहित कई अधिकारी गण उपस्थित थे।

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