नयी दिल्ली, छह जून । मिजोरम, मणिपुर और झारखंड के पूर्व राज्यपाल तथा 1980 के दशक में दिल्ली पुलिस आयुक्त के तौर पर सेवा दे चुके वेद मारवाह का शुक्रवार को गोवा में निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
गोवा के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जसपाल सिंह ने बताया कि मारवाह ने उत्तरी गोवा के मापुसा नगर के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली।
गोवा में अपने घर में गिर जाने के बाद उन्हें लगभग तीन हफ्ते पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
सिंह ने कहा, “शु्क्रवार को शाम करीब साढ़े सात बजे उनका निधन हो गया।”
उन्होंने बताया कि मारवाह उत्तर गोवा के सिओलिम गांव में अपने परिवार के साथ रहते थे।
डीजीपी ने कहा, “वह एक उत्कृष्ट पुलिस अधिकारी थे जिन्होंने उस समय बल की अगुवाई की जब आतंकवाद अपने चरम पर था। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ जंग का नेतृत्व किया।”
मारवाह 1999 से 2003 तक मणिपुर के, 2000-2001 में मिजोरम के और 2003 से 2004 तक झारखंड के राज्यपाल रहे।
वह 1985 से 1988 तक दिल्ली पुलिस आयुक्त रहे और उन्होंने 1988 से 1990 के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के तीसरे महानिदेशक के तौर पर भी सेवाएं दीं। वह जम्मू-कश्मीर और बिहार के राज्यपालों के सलाहकार भी रहे।
उन्होंने “अनसिविल वॉर : पैथोलॉजी ऑफ टेररिज्म इन इंडिया” नाम की किताब भी लिखी।
वह एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन के संचालन परिषद में भी शामिल थे।
भारत के पूर्व चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने मारवाह के निधन पर दुख जताया।
कुरैशी ने एक ट्वीट में कहा, “ मैं पूर्व पुलिस आयुक्त श्री वेद मारवाह के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। वह जेएस वीमेन्स डेवलपमेंट में कभी मेरे बॉस थे, सबसे बेहतरीन। वह सेंट स्टीफन्स कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। मैं उनके साथ उपाध्यक्ष था। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना है।”
गोवा डीजीपी ने ट्वीट किया, ‘‘हम पुलिस बल के महान नेता के चले जाने से अत्यंत दु:खी हैं। वेद मारवाह ने चुनौतियों के समय पुलिस बल का नेतृत्व किया और तीन राज्यों के राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दीं। हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।’’