सिद्धेश्वर स्कूल में आयोजित रक्तदान शिविर में 100 यूनिट रक्तदान

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-गुरुग्राम से एम्स दिल्ली की टीम ले गई 100 यूनिट रक्त
-117 लोगों का हुआ था पंजीकरण, 17 नहीं दे पाए रक्त

गुरुग्राम। रविवार को यहां सिद्धेश्वर स्कूल परिसर में मेवात मित्र मंडल, सेवा भारती गुरुग्राम व मुस्कान केयर फाउंडेशन की ओर से रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। इसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की टीम सभी सुविधाओं से सुसज्जित बस लेकर पहुंची। शिविर में 100 यूनिट से अधिक रक्तदान हुआ। यहां पंजीकरण 117 रक्तदाताओं का हुआ था। बाकी के 17 का रक्तदान किसी कारणवश नहीं लिया जा सका।

इस शिविर का खास बात यह रही कि यहां लॉकडाउन के हर उस नियम का पालन किया गया, जो कि सरकार द्वारा गाइडलाइंस में शामिल है। बाहर गेट पर ही ऑटोमेटिक सेनिटाइजेशन की मशीनें लगाई गई थी। सोशल डिस्टेंस के लिए फर्श पर चिन्ह लगाए गए थे। गेट पर ही सभी को सेनिटाइज करने के साथ मास्क, गलाउस, शू कवर आदि पहनाकर ही प्रवेश दिया जा रहा था। स्कूल में रक्त की कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद में बस में रक्त लिया जा रहा था। यहां मेवात मित्र मंडल की ओर से संपर्क प्रमुख मोहित गुप्ता के अलावा दीपक रोहिल्ला, सुभाष, हरीश, सेवा भारती गुरुग्राम की ओर से अध्यक्ष अशोक, सचिव रामसजन, सहसचिव संतोष के अलावा मुस्कान केयर फाउंडेशन से अध्यक्ष नीरज बंसल और महासचिव अनिल अग्रवाल समेत काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। नीरज बंसल ने बताया कि सभी रक्तदाताओं को अच्छा आहार देने के साथ उन्हें टी-शर्ट, सर्टिफिकेट भी यहां दिया गया।

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बीच जिस तरह से लोगों ने यहां पर रक्तदान करने में दिलचस्पी दिखाई है, उसके लिए सभी का धन्यवाद। लॉकडाउन के दौर में दानी सज्जनों ने हर संभव सहायता लोगों की करी है। अब जब रक्त देने की बारी है तो भी कोई पीछे नहीं हट रहा। उन्होंने कहा कि सभी का इसमें बेहतरीन सहयोग रहा है। उन्होंने आह्वान किया कि समय-समय पर खून देेते रहना चाहिए। आज खून की कमी हो गई है, इसलिए समाज के लोग खासकर युवा इस मुहिम में आगे आएं और जरूरतमंदों को खून देकर उनको जीवन दान दें। यह सबसे बड़ा दान है।

मेवात मित्र मंडल के संपर्क प्रमुख मोहित ने भी सभी रक्तदाताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से शिविर संपन्न और सफल हुआ है। सेवा भारती के अध्यक्ष अशोक ने कहा कि जनसेवा के लिए गुरुग्राम में लोगों ने खूब साथ दिया है। हर क्षेत्र पर लोग खड़े रहे हैं। यही हमारी एकता, संस्कृति की खूबसूरती है।

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