नयी दिल्ली, 25 अप्रैल। कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने में सांसदों एवं विधायकों के प्रयासों में समन्वय के लिये संसद भवन में एक ‘नियंत्रण कक्ष’ स्थापित किया गया है ।
लोकसभा सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ विधानसभा अध्यक्षों एवं पीठासीन अधिकारियों की 21 अप्रैल 2020 को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये चर्चा के दौरान नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्णय लिया गया था। इसका उद्देश्य कोविड-19 का मुक़ाबला करने एवं तुरंत सहायता पहुंचाने के लिए सांसदों, विधायकों और आम जनता के बीच शीघ्र संपर्क स्थापित करने में मदद करना है।
सचिवालय के बयान में कहा गया है कि इस निर्णय के अनुरूप ही संसद भवन में तत्काल प्रभाव से एक नियंत्रण कक्ष ने कार्य करना शुरू कर दिया है ।
गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्षों के साथ चर्चा के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी राज्य विधानमंडलों से अनुरोध किया था कि वे विभिन्न राज्य विधानसभाओं और संसद के बीच जानकारी के तत्काल आदान-प्रदान के लिए एक नियंत्रण कक्ष की स्थापना करें ।
लोकसभा सचिवालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजस्थान, हरियाणा, ओडिशा, दिल्ली, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश राज्य विधानमंडलों ने अपने-अपने विधानमंडल के सचिवालयों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किये हैं और इन्होंने कार्य करना शुरू कर दिया है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ऊक्त बैठक की जानकारी शेयर की थी। उन्होंने बताया था कि पीठासीन अधिकारियों ने इस महामारी का संक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकारों द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। इस सन्दर्भ में मैंने संसद भवन व विधानसभाओं में नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का प्रस्ताव रखा जिससे सांसद व विधायक अपने सुझाव एवं अनुभव साझा कर कोरोना को परास्त कर सकें।
उन्होंने चर्चा के दौरान अध्यक्षों को बताया था कि हमारी आगामी बैठकें और सम्मेलन अब COVID-19 महामारी के चलते आने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करेंगी। मुझे आशा है कि हमारे संयुक्त प्रयासों से देशभर में स्थिति में सुधार होगा। आने वाले समय में हम निश्चित रूप से इस बीमारी को हराने में सफल होंगे।