गुरुग्राम। हेलीमंडी से 27 कोरोना संदिग्ध लोगों की गुरुग्राम पुलिस और जिला स्वास्थ्य विभाग ने पहचान कर ली है और उन्हें जांच के लिए शहर के सिविल हॉस्पिटल सेक्टर 10 ले जाया गया। ये सभी दिल्ली के मरकज निज़ामुद्दीन भवन में आयोजित तब्लीकि जमात में शामिल हुए थे जहां 15 देशों से 2100 विदेशी मुस्लिम भी आये थे।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के अनुसार मरकज से निकले गए 1500 लोगो मे से 24 तो कल ही पॉजिटिव पाए गए थे जबकि 400 से अधिक में कोरोना के लक्षण दिखे थे। तभी से देश के सभी राज्यों से इस तब्लीकि में आये लोगो की पहचान करने का युद्ध स्तर पर अभियान छेड़ा गया। हरियाणा से भी इसमें 22 लोगो के शामिल होने की सूचना मिली थी। लेकिन इन 22 लोगों के सम्पर्क में और कितने लोग आ चुके हैं यह गुरुग्राम जिला प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। तब्लीकि जमात का आयोजन करने वालों के खिलाफ दिल्ली में एफ आई आर भी दर्ज की गई है और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इसकी जांच में जुटी है।
इसलिए जिला प्रशंसन ने स्वास्थ्य विभाग और गुरुग्राम पुलिस को उनकी पहचान के लिए सघन अभियान छेड़ने का निर्देश दिया था। खबर है कि गुरुग्राम के फर्रुखनगर के पास स्थित हेलीमंडी के सरपंच ने प्रशासन को इस बात की जानकारी दी थी कि यहाँ से भी मुस्लिम समुदाय के दो दर्जन से अधिक लोग निजामुद्दीन के तब्लीकि जमात में शामिल हुए थे। स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस की मदद से इलाके को खंगाला और 27 कोरोना सस्पेक्टेड लोगों को जो हैलीमंडी के एक ही घर में छिपे थे खोज निकाला है।
इनमे से 13 वयस्क हैं बाकी बच्चे शामिल है। बताया जाता है कि कुछ लोग रात्रि को ही बाहर के क्षेत्र से आए थे और घर में छुप कर रह रहे थे।
गुरुग्राम पुलिस प्रशासन और पटौदी एसडीएम ने मौके पर पहुचकर सभी को निकाला और उन्हें गुरुग्राम के सिविल हॉस्पिटल सेक्टर 10 में जांच के लिए लाया गया है।
आशंका इस बात की प्रबल हो चली है कि इन 27 लोगों के सम्पर्क में और कितने लोग अब तक आये हैं इसकी खोज कर पहचान करना भी प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। इस घटना ने क्षेत्र के लोगों में भय व्याप्त कर दिया है। लोग यहां कोरोना वायरस के फैलने के खतरे की आशंका से परेशान हैं। अगर आशंका के अनुरूप इन 27 लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाए गए तो अब तल के कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने की जिला प्रशासन की कोशिश पर कोढ़ में खाज साबित होगा।